मुंबई। कृति खरबंदा ने हाल ही में सोशल मीडिया पर एक पोस्ट शेयर की, जिसमें उन्होंने अपनी डिजिटल डिटॉक्स वीक की झलक दिखाई। उन्होंने अपनी जिंदगी के उस हफ्ते के बारे में बताया जब वो पूरी तरह से अपने परिवार और प्रियजनों के साथ जुड़ी रहीं, बिना किसी डिजिटल डिवाइस के बीच में आए।
इस पोस्ट में कृति ने कुछ शानदार तस्वीरें साझा कीं, जिनमें हंसी-खुशी से भरे पारिवारिक पलों को देखा जा सकता है। तस्वीरों में हमें फैमिली टाइम के साथ-साथ एक मजेदार बॉलिंग प्रतियोगिता की झलक मिलती है (जहां शायद इनाम में शुगर-फ्री कैरेट केक मिला हो!) और "डोने बिरयानी" की लाजवाब दावत भी नजर आती है।
लेकिन इन सब लजीज खाने और खेल के अलावा, कृति की तस्वीरें एक सफल डिजिटल डिटॉक्स के असली महत्व को भी दिखाती हैं – अपने प्रियजनों से फिर से जुड़ना। कुछ शांत और प्यार भरे पल, रात के आसमान के प्रति उनका प्यार, चांदनी रात में चांद को निहारना और तारों की गिनती करना, साथ ही मजेदार "शैडोप्ले" जैसी सरल और सुंदर गतिविधियों का आनंद लेते हुए उन्होंने डिजिटल दुनिया से दूरी बनाई। ये वे पल हैं, जिन्हें हम अक्सर डिजिटल जीवन की दौड़ में खो देते हैं, और कृति ने हमें इनकी अहमियत याद दिलाई।
कृति का यह अनुभव हमें दिखाता है कि एक डिजिटल डिटॉक्स कितना असरदार हो सकता है। ये एक याद दिलाने वाला संदेश है कि कभी-कभी सबसे मूल्यवान अनुभव वर्चुअल दुनिया में नहीं, बल्कि मानव कनेक्शन की गर्माहट में, परिवार के साथ साझा की गई हंसी में, और उस पल में पूरी तरह से मौजूद रहने की खुशी में होते हैं। तो, कृति से प्रेरणा लेकर, अपना फोन एक तरफ रखें और उन लोगों से दोबारा जुड़ें जो आपके लिए वास्तव में मायने रखते हैं। आप इस जादू को फिर से खोजकर हैरान रह जाएंगे।