जयपुर। विधानसभा में बिजली पर चर्चा के दौरान प्रदेश में हो रही विद्युत कटौती की मुद्दा शाहपुरा विधायक मनीष यादव ने बड़ी तैयारी के साथ उठाया।
उन्होंने सदन में कहा कि आज प्रदेश की जनता विद्युत कटौती के कारण त्रस्त है। चारों और हाहांकार मचा रहा है। बिजली के नाम पर सरकार प्रदेश की 8 करोड जनता के साथ अन्याय कर रही है।
विधायक ने कहां कि सरकार ने जहां उपचुनाव होने है, वहां पावर रिजर्व कर रखा है। मुख्यमंत्री, ऊर्जा मंत्री ने अपने क्षेत्रों में पावर रिर्जव का विशेषाधिकार ले रखा है। प्रदेश के जनता के साथ भेदभाव कर तुष्टीकरण की राजनीति की जा रही है। विधायक ने कहां कि बिजली कटौती के कारण बच्चे, बुजुर्ग, गर्भवती महिलाए व बीमार व्यक्तियों के हाल बेहाल है। विधायक ने कहां कि आपकी सरकार में भष्ट्राचार अपने चरम पर है। जगह-जगह विद्युत तार ढीले पडे तथा देश की संसद में भी पानी टपक रहा है।
विधायक ने कहां कि आज ग्रामीण क्षेत्रों तथा सघन आबाद क्षेत्रों में विधुत लाईनें गुजर रही है जिनसें आये दिन हादसें हो रहे है। इन विद्युत लाईनों को हटाने का बहुत मोटा ऐस्टिमेट विद्युत विभाग द्वारा बनाया जाता है, जो आमजन द्वारा अवहनीय है।
विधायक ने कहां कि हम सब नीति निर्माताओं की जिम्मेदारी है कि ऐसी विद्युत लाईनों की शिफ्टिंग को जनहित में निगम खर्चे पर करवाये जाये जिससें किसी आमजन को अपनी जान की कीमत देकर नही चुकाना पड़े। विधायक ने कहां कि विराटनगर विधानसभा क्षेत्र के खातोलाई गांव में 31 अक्टूबर 2017 को एक डीपी फटने से 22 लोगों की दर्दनाक मौत हो गई थी। इन हादसों में परिवार के परिवार उजड जाते है। परन्तु फिर भी विभाग का इस ओर कोई ध्यान नही रहता है। लोगों के घरों के पास विधुत डीपियां लगाई जाती है। जिनकें बडे दुखग परिणाम आमजनता को भुगतनें पडते है।
साथ ही विधायक ने विधानसभा अध्यक्ष का भी धन्यवाद दिया कि उन्होनें बिजली कटौती पर उनके द्वारा उठायें गए मुद्दे पर सदन में एक दिन चर्चा की व्यवस्था दी। विधायक मनीष यादव ने पिछले दिनों विधानसभा में पर्ची के माध्यम से विद्युत कटौती का मुद्दा उठाया था, जिसके बाद विधानसभा अध्यक्ष ने सदन में एक दिन चर्चा की व्यवस्था दी थी।