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सांभरझील। यहां शाम करीब 4:00 बजे के आसपास मौसम ने अचानक करवट ली और 10 मिनट बारिश हुई, इसके बाद वापस तेज धूप खिली और उमस और गर्मी बढ़ गई। थोड़ी देर की बारिश की वजह से ही तेली दरवाजा रोड पर सदाशिव व्यास मार्ग पर नाले से गंदगी निकल कर सड़क पर फैल गई। बताया जा रहा है कि नाले की सफाई तो हुई थी लेकिन इसके बाद फिर से नाला जाम हो गया। नियमित नालों की सफ़ाई इसलिए भी मुश्किल होना माना जा रहा है कि पृथ्वीराज सर्किल से तेली दरवाजा रोड तक बने नाले दुकानों के नीचे से होते हुए गुजर रहे हैं जहां बीच-बीच में कुछ कट लगे हुए हैं, सफाई कर्मियों को इनका कचरा निकालने में परेशानी इसलिए भी होती है कि जो पर्याप्त संसाधन चाहिए वह उपलब्ध नहीं होते हैं। नाले से गंदगी निकालकर दुकानों आगे पटका जाता है और फिर दूसरा कार्मिक आकर उसे वहां से हटाने का काम करते हैं जिसमें समय लग जाता है, दुकानों के आगे गंदगी का ढेर बदबू मारता रहता है। अधिकांश नालों में कचरा इकट्ठा होने का एक कारण यह भी बताया जा रहा है कि ज्यादातर दुकानदार कचरा नाले में ही फेंक देते हैं तो कई बार सफाईकर्मी सड़क पर झाड़ू लगाते हुए भी कचरा इसमें सरका देते हैं। जिससे नाला जल्दी भर जाता है। सार्वजनिक निर्माण विभाग की ओर से नाला निर्माण करते समय भविष्य में होने वाली समस्या को दृष्टिगत नहीं रखा गया। यह एक ऐसी जटिल समस्या है जिसका पालिका प्रशासन के पास कोई समाधान है और न ही तकनीक अधिकारी इसमें कोई अपना योगदान दे पा रहे हैं। दुकानदारों का कहना है कि यह तो उनके लिए उम्र भर की बीमारी पैदा हो गई है। ऐसे ही हालात सांभर के अनेक जगहों पर भी देखे जा सकते हैं। सबसे अधिक भयावह स्थिति इंद्रा कॉलोनी रेलवे स्टेशन की तरफ पैदा होती है जहां पर कॉलोनी में ही पानी भर जाता है, बाद में पंप सेट के जरिए कई दिनों तक बारिश का पानी निकालने का काम होता है और तब तक मच्छर पनप कर बीमारी फैलाना शुरू कर देते हैं।