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पीपलू/टोंक। बोली के समीपवर्ती रवासा गांव में चल रहे नाबार्ड के सहयोग से आईसेप इन्डिया फाउंडेशन के माध्यम से 15 दिवसीय एकीकृत कृषि प्रणाली प्रशिक्षण का समापन हुआ। परियोजना प्रबंधक लटूर सिंह गुर्जर ने बताया कि आज प्रशिक्षण का समापन हुआ इससे पुरा जिला विकास प्रबंधक पुनीत हरित के द्वारा नाबार्ड की कार्य योजना एवं उसके द्वारा को जाने वाले विकास कार्यक्रम के बारे मे बताया। प्रशिक्षिका शाहीना परबिन के द्वारा समुह निर्माण, उसकी बैठक, पंचसूत्र की जानकारी दी।
साथ ही बैंक के लेनदेन और वित्तीय साक्षरता के बारे मे भी प्रशिक्षण दिया गया। कृषि अधिकारी अक्षिता जाट ने कृषि की उन्नत तकनीक के बारे मे बताया वही कृषि विभाग के द्वारा दी जाने वाली योजनाओं के बारे मे भी जानकारी दी। साथ ही आईएफस गतिविधियों के बारे मे विस्तार से बताया उसी के साथ परियोजना प्रबंधक लटूर सिंह गुर्जर ने पशुपालन एव पशु प्रबंधन के बारे मे बताया साथ ही पशुओं मे होने वाली बीमारी और उसके उपचार के बारे मे बताया। वही प्रमुख टीकाकरण के बारे मे जानकारी दी गई इसी के साथ आईएफस मास्टर टैनर रामकिशोर के द्वारा नई तकनीक के बारे मे जानकारी दी गई।
साथ ही जैविक खेती के बारे मे विस्तार से बताया गया। अंत मे मार्केट एक्सपर्ट मनराज के द्वारा कृषि उपज मंडी की बिक्री व्यवस्था, समर्थन मूल्य खरीद केंद्र के तरीके एवं उसकी प्रकिया के बारे मे बताया गया वही समापन कर सभी को प्रमाणपत्र का वितरण किया गया। वही आगे सभी को कृषि अनुसंधान केंद्र दुर्गापुरा का शैक्षणिक भ्रमण कराया जाएगा।