जोबनेर पालिका में ईओ नहीं होने से काम काज ठप हुए

शहर की सरकार को 20 रोज से अधिकारी का इंतजार 

शैलेश माथुर की रिपोर्ट 

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सांभरझील। जोबनेर नगर पालिका में करीब 20 रोज पहले अधिशासी अधिकारी शिवकुमार जैन की  आकस्मिक मृत्यु के बाद से ही यह पद खाली पड़ा है। लोकसभा चुनाव आचार संहिता के मद्देनजर तथा प्रदेश के मुखिया के अनेक स्टेटस में चुनावी दोरों में व्यस्तता के चलते भी नियुक्ति के मामले को लेकर कोई निर्णय नहीं होना बताया जा रहा है। स्वायत्त शासन विभाग भी स्वायत्त शासन मंत्री की आभिशंषा के बिना डायरेक्ट कोई फैसला लेने में सक्षम नहीं है, ऐसा राजनेताओं का भी मानना है। कयास लगाए जा रहे हैं कि लोकसभा चुनाव के दौरे से फ्री होने के बाद ही सरकार इस पर कोई निर्णय ले सकती है, इससे पहले यह तभी संभव है जब कोई कद्दावर नेता सरकार तक अपनी पकड़ रखता हो और सीधे ही स्वायत्त शासन विभाग से नए ईओ की नियुक्ति का आदेश जारी करवाये। 

उदाहरण के तौर पर जैसे सांभर नगरपालिका में प्रतिनियुक्ति पर पदस्थापित ईओ पर सरकार और राजनेताओं की इतनी मेहरबानी है कि उन्हें तीन-तीन नगर पालिकाओं का चार्ज सौंप रखा है। पूर्व पालिका अध्यक्ष फूलचंद मीणा यह भी बताते हैं कि इस संबंध में उनके व अन्य स्तर से इस मामले को आगे पहुंचाया जा चुका है लेकिन अभी भी इंतजार बना हुआ है। आमजन से जुड़े अनेक कार्यो पर विराम लग गया है। अधिकारी के नहीं होने से कर्मचारी भी एक तरीके से ठाले बैठे हुए हैं, क्योंकि उनके पास कार्य के निस्तारण करने का कोई सीधा पावर नहीं होता है। 

आने वाले लोगों को बस एक ही जवाब दिया जाता है की ईओ साहब के आने पर ही काम होगा, हम कुछ नहीं कर सकते हैं। कुछ लोगों का मानना है कि अधिकारी भी आ जाएं तो भी काम तो नगर पालिका में पहले भी जल्दी नहीं होते थे हां इतना जरूर है कि काम विलंब  से ही सही लेकिन हो जाएगा। पूर्व चेयरमैन फूलचंद मीणा का यह भी कहना है कि शीघ्र कोई निर्णय हुआ जब तो बहुत अच्छा है, अन्यथा जनहित में तो फिर आंदोलन भी करना पड़े तो पीछे नहीं हटेंगे क्योंकि जनता दर-दर भटक रही है और लोगों के महत्वपूर्ण काम अटके पड़े हैं।