जाफर लोहानी
www.daylife.page
मनोहरपुर (जयपुर)। इस्लाम धर्म के सबसे अफजल आला रहमत बरकत व खुशहाली रमजान के महीने मे अल्लाह को राजी करने के लिए इबादत मे बच्चे भी पिछे नही है।
मोहल्ला सारवान निवासी अब्दुल मजीद खान के पडपोते मौहम्मद सोहेल खान ने जीवन मे पहला रोजा रखा हौसला बढाने के लिए परिवार एवं समाज के लोगो ने उपहार दिये ओर माला पहनाकर दुआओ से नवाजा शाहिद पडियार ने कहा की रोजा ऐसी इबादत हे जो गूनाहो से बचाता है।
ओर कहा की छोटे बच्चे भी 14 घण्टे का रोजा रख कर अपने रब को राजी कर अपनी हसरत पूरी कर रहे है।
डॉक्टर रिजवान अहमद ने बताया गर्मी में रोजे रखने मे बहुत सावधानियां बरतनी चाहिए। उन्होने बताया गर्मी मे शहरी ओर इफ्तार मे खानपान में विशेष ध्यान रखना चाहिए तली हुई चीजो से परहेज करे जूस और शरबत का इस्तेमाल करे रोजदार बच्चों का खान पान मे विशेष ध्यान रखे।
इस खुशी में शहीद पडियार ने कहा कि लगभग 14 घण्टे तक रोजेदार बिना कुछ खाए पिए रहते है। ऐसी स्तिथि में फलक ने अपने रब को राजी करने के लिए रोजा रखा हैं। इसके जज्बे को सलाम करते है। शाम को मगरिब की अज़ान लगने पर फलक ने रोजा खोलकर ख़ुदा का शुक्रिया अदा किया। इस अवसर पर कई लोगो ने भी मुबारकबाद दी।