कलानेरी आर्ट गैलरी में पुस्तकों के लोकार्पण पर अनेक शख्सियतें पहुंची

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जयपुर। कला महत्वपूर्ण है और हमारी संस्कृति और विरासत का एक बड़ा हिस्सा है। बसंत ऋतु जीवन के रंगों और प्रकृति की आवाज़ को अभिव्यक्त करने का सबसे खूबसूरत मौसम माना जाता है। प्रकृति की हर एक सुंदरता को पेंटिंग द्वारा रंगों की जीवंतता, संगीत द्वारा सुरों की धुन और नृत्य द्वारा हवा में कंपन के माध्यम से कैद और प्रस्तुत किया जा सकता है। पक्षियों की मधुर चहचहाहट, इंद्रधनुष में रंग और हवाओं में पत्तों का नृत्य वसंत का खूबसूरत मौसम है जिसे कला के माध्यम से अपनाया जाता है। वसंत सौंदर्य पर कलात्मक विचारों और अभिव्यक्तियों पर शोध लेखों के रूप में संकलित दो पुस्तकें लॉन्च की गई। पहली पुस्तक ललित कलाओं का वासंती सौंदर्य है जो हिंदी भाषा में प्रकाशित हुई है और इसमें पैंतालीस लेख हैं और दूसरी पुस्तक आर्टिस्टिक एलिगेंस: स्प्रिंग ब्यूटी ऑफ फाइन आर्ट्स है जो अंग्रेजी भाषा में है और इसमें बीस लेख हैं। ये अनुभवी लोगों द्वारा लिखे गए हैं जिन्हें उन्होंने अपनी शानदार और रचनात्मक समझ से पकड़ लिया है। 

इन लोगों में द्रुति पंड्या, त्रिलोक सिंह मेहरा, उज्जवल अंकुर, विजय एम. ढोरे और राम विरंजन जैसे कुछ प्रसिद्ध शोधकर्ता और कलाकार शामिल हैं। यह संकलन तीन सर्वकालिक प्रोफेसरों और सलाहकारों द्वारा किया गया है जो मुख्य संपादक हैं- प्रोफेसर अंजलिका शर्मा (डीन, ललित कला संकाय), संपादक- डॉ. अमिता राज गोयल (एसोसिएट प्रोफेसर, ड्राइंग और पेंटिंग विभाग), और सह-संपादक- डॉ. हर्षित  (सहायक प्रोफेसर, संगीत विभाग)।

पुस्तक का विमोचन कलानेरी आर्ट गैलरी, जेएलएन मार्ग, जयपुर में गैलरी ओनर सौम्या विजय शर्मा, प्रोफेसर सी.एस. मेहता, प्रोफेसर शैलेन्द्र कुशवाह, कला समीक्षक अशोक अत्रे और कई अन्य प्रतिष्ठित लोगों और संकाय के छात्रों की शुभ उपस्थिति में किया गया।