आपकी राशियां 2024 के लिए क्या कहती हैं? जानिए डॉ लता श्रीमाली से

 वार्षिक राशिफल विक्रम संवत 2081 सन 2024

लेखिका : डॉ लता श्रीमाली

"कलत्र भाव" (सप्तम भाव पर पाराशर एवं कृष्णमूर्ति पद्धति का तुलनात्मक विवेचन) के पी एवं वैदिक ज्योतिष विशेषज्ञ

पीएच डी(ज्योतिष) एम ए संस्कृत /ज्योतिष, एल एल बी, विशिष्ट उपाख्य ज्योतिष/वास्तु,संगीत विशारद वायलिन।

D-669 मालवीय नगर, जयपुर- 302017, मोबाइल नं 8005828928, Visit Website:-https://astrodrlatashrimali.com/

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मेष राशि 

नौकरी एवं व्यवसाय:-वर्ष के आरंभ में आपके भाग्येश बृहस्पति का अप्रैल तक लग्न में स्थित होकर भाग्य स्थान पर दृष्टि जहां आपके भाग्य में वृद्धि करेगी वही कर्म भाव के स्वामी शनि का स्व राशि में लाभ भाव में गोचर भ्रमण व्यवसाय नौकरी में लाभ देने वाला रहेगा। नौकरी में आनंद का अनुभव करेंगे। मई के पश्चात बेरोजगार वर्ग को नई नौकरी प्राप्त होने से मन प्रसन्न रहेगा। नौकरी करने वाले व्यक्तियों की पदोन्नति होने के योग बनेंगे। अप्रैल, अगस्त एवं नवंबर माह में स्थानांतरण के योग बन सकते हैं।कार्य स्थल पर पराक्रम बढा चढ़ा रहेगा। उच्च अधिकारी प्रसन्न रहने से प्रसन्नता का अनुभव करेंगे। नया व्यापार भी आरंभ कर सकते हैं। जो आपके लिए लाभप्रद एवं अनुकूल रहेगा। व्यापारी वर्ग के लिए दिन प्रतिदिन की आमदनी में भाग्य से वृद्धि होती रहेगी एवं व्यापार में अप्रत्याशित लाभ प्राप्त करेंगे।

आर्थिक स्थिति:- बृहस्पति का धन भाव से गोचर भ्रमण नई नौकरी लगने या पदोन्नति होने से धन में वृद्धि करेगा। व्यापार में अनुकूलता बनी रहने तथा दिन प्रतिदिन की आमदनी में वृद्धि होने से भी आर्थिक स्थिति में वृद्धि होगी। मई माह तक हवन, यज्ञ, धार्मिक यात्राएं एवं शुभ कार्यों में धन का व्यय होगा।

पारिवारिक जीवन:- मई माह तक अविवाहित व्यक्तियों के विवाह में बंधन के योग बनते हैं। सप्तम भाव पर भाग्येश बृहस्पति की दृष्टि पारिवारिक जीवन में सुख एवं शांति का वातावरण बनाए रखेगी। कुटुंब में हर्षोल्लास पूर्ण वातावरण तथा आपसी मेलजोल बना रहेगा। शुभ मांगलिक कार्यों एवं अवसरों पर जाने के योग बनेंगे। सप्तमेश शुक्र का अप्रैल, जून एवं सितंबर माह का शुभ गोचर जीवनसाथी के साथ अत्यधिक प्रसन्नता एवं सुख का अनुभव प्रदान करेगा।

शिक्षा:- भाग्येश बृहस्पति की मई माह तक पंचम भाव पर दृष्टि शिक्षा के लिए अत्यधिक अनुकूलता प्रदान करेगी। प्रतियोगिता परीक्षा में अनुकूल परिणाम प्राप्त होने से मन प्रसन्न रहेगा। अध्ययन में एकाग्रता बनी रहेगी। उच्च शिक्षा तथा विदेश में शिक्षा के योग भी बन सकते हैं। मई माह के पश्चात शिक्षा की दृष्टि से समय अत्यधिक अनुकूल नहीं रहेगा।

प्रेम संबंध:-आपकी राशि से अप्रैल माह तक बृहस्पति का गोचर भ्रमण प्रेम संबंधों के लिए अत्यंत सुखद रहेगा। अविवाहितों के लिए प्रेम संबंधों की परिणति विवाह बंधन में बंधने के योग भी बनाती है। प्रेम संबंधों में मधुरता बनी रहने से मन प्रसन्न रहेगा। म‌ई माह पश्चात शनि की दृष्टि के कारण प्रेम संबंधों में कभी-कभी तनाव का अनुभव करेंगे।

स्वास्थ्य:-राशिपति मंगल अप्रैल एवं म‌ई माह में अनुकूल नहीं रहने से स्वास्थ्य की दृष्टि से कमजोर एवं थकान भरा महसूस करेंगे। शरीर में अत्यधिक गर्मी का अनुभव करेंगे। अनिद्रा एवं गले संबंधी विकारों से पीड़ित रह सकते हैं। नवंबर, दिसंबर माह भी स्वास्थ्य के लिए अनुकूल नहीं है।

उपाय:- संकट के समय चमेली के तेल से हनुमान जी के अभिषेक करते हुए हनुमानाष्टक का पाठ करें।

वृष राशि

नौकरी एवं व्यवसाय :-आपकी राशि से लाभ स्थान में राहु की गोचर में उपस्थिति एवं कर्म भाव के स्वामी शनि का स्वग्रही होना नौकरी के लिए अत्यंत लाभदायक सिद्ध होगा। कार्यस्थल पर प्रसन्नता का अनुभव करेंगे। उच्च अधिकारियों की कृपा प्राप्त होगी। पराक्रम बढ़ा चढ़ा रहेगा। बृहस्पति का आपकी राशि से व्यय भाव में गोचर शत्रुओं की वृद्धि कर सकता है। शत्रु आपकी प्रत्येक कार्य योजना को विफल करने की कोशिश करेंगे। लेकिन विरोधियों को आप परास्त करने में सफल रहेंगे। व्यापार में दिन प्रतिदिन की आमदनी में संशय बना रहेगा एवं नया व्यापार करना हितकर नहीं होगा। म‌ई‌‌ माह पश्चात व्यापारिक दृष्टि से समय अनुकूल बना रहेगा।

आर्थिक स्थिति:- धन को लेकर चिंता बनी रहेगी। म‌ई माह से पूर्व प्रॉपर्टी खरीदने या भवन निर्माण कार्य के योग बनेंगे। वाहन खरीदने के योग भी बन सकते हैं जिसके लिए आपको ऋण लेना पड़ सकता है। शुभ मांगलिक कार्यों में धन व्यय होगा। म‌ई माह के पश्चात धार्मिक कार्यों, धार्मिक यात्राओं में धन व्यय होगा। लंबी दूरी की यात्राएं करेंगे तथा मौज शौक में धन अधिक व्यय होगा।

पारिवारिक जीवन:-जीवन साथी से अनावश्यक बातों पर मनमुटाव चलता रहेगा।मानसिक अशांति महसूस करेंगे।म‌ई माह पश्चात राहत का अनुभव करेंगे। घर के बजाय घर से बाहर आनंद की अनुभूति करेंगे।अविवाहितों के विवाह में बंधने के योग बन सकते हैं। व्यापार में साझेदारी करने से   हानि हो सकती है। वाणी पर संयम रखना हितकर होगा। शुभ मांगलिक कार्यों में जाने के अवसर प्राप्त होंगे।

शिक्षा:-अध्ययन में एकाग्रता की कमी बनी रहेगी। विषयों के चयन को लेकर असमंजस,भ्रम की स्थिति बनी रहेगी। निर्णय लेने की क्षमता प्रभावित होगी। एकाग्रता में कमी के कारण परीक्षा परिणाम अनुकूल प्राप्त नहीं होंगे। प्रतियोगी परीक्षाओं के परिणाम अनुकूल ना रहने से चिंता रहेगी। मई माह पश्चात स्थिति में सुधार होगा एवं अनुकूल परिणाम प्राप्त होने प्रारंभ होंगे।

प्रेम संबंध:-प्रेम संबंधों में आपसी विश्वास की कमी रहेगी। साथी की गतिविधियों पर संदेह करने के कारण मनमुटाव चलता रहेगा। प्रेम संबंधों में कटुता बढ़ेगी। म‌ई माह पश्चात स्थिति में सुधार होगा एवं संबंध सुधरने आरंभ होंगे। तत्पश्चात प्रेम संबंधों की परिणति विवाह बंधन में बंधने में हो सकती है।

स्वास्थ्य:- वर्ष के आरंभ में राशिपति शुक्र का धनु राशि से गोचर मानसिक तनाव दे सकता है। जुलाई एवं सितंबर माह में शारीरिक कमजोरी थकान अधिक महसूस करेंगे। अप्रैल माह तक छोटे-मोटे रोगों से पीड़ा महसूस करेंगे। शेष समय स्वास्थ्य की दृष्टि से अनुकूल बना रहेगा।

उपाय:-प्रतिदिन श्री सूक्त का पाठ करना लाभदायक होगा।

मिथुन राशि

नौकरी एवं व्यवसाय:-बृहस्पति का लाभ भाव से गोचर भ्रमण वर्ष के आरंभ में कार्यस्थल पर मन प्रसन्न रखेगा। उच्च अधिकारी प्रसन्न रहेंगे। पराक्रम बढ़ा चढ़ा रहेगा। राहु के गोचर भ्रमण के कारण कार्यस्थल पर विरोधियों द्वारा नित नए षड्यंत्र करने से मानसिक शांति भंग होगी। विरोधी आपकी प्रत्येक कार्य योजना को विफल करने की कोशिश करेंगे एवं उसमें सफल भी होंगे। म‌ई माह तक व्यवसाय व्यापार की दृष्टि से समय अत्यंत अनुकूल रहेगा। दिन प्रतिदिन की आमदनी में वृद्धि होती रहेगी। नए व्यापार का आरंभ मई माह पश्चात किया जाना अनुकूल नहीं रहेगा।

आर्थिक स्थिति:- अप्रैल माह पश्चात प्रॉपर्टी खरीदने के योग बनेंगे या भवन निर्माण कार्य में व्यय हो सकता है। प्रॉपर्टी में निवेश करने हेतु ऋण लेना पड़ सकता है।शुभ और मांगलिक कार्यों में धन का अत्यधिक व्यय होगा। छोटी दूरी की यात्राएं एवं धार्मिक यात्राओं में धन व्यय होगा।

पारिवारिक जीवन:-इस वर्ष अप्रैल माह तक पारिवारिक जीवन अत्यंत सुखद रहेगा। मौज शौक में दिन व्यतीत होंगे। संतान संबंधी चिंता का निवारण होगा। अविवाहितों के विवाह में बंधने के योग बनेंगे। पारिवारिक समारोह में जाने के अवसर प्राप्त होंगे। भाई बहनों से संबंधों में मधुरता बनी रहेगी। मित्रों से अत्यधिक लाभ प्राप्त होने के साथ उनके साथ आनंदित क्षणों की प्राप्ति होगी। अप्रैल माह पश्चात जीवन साथी के साथ संबंधों में कटुता आने की संभावना बनेगी।वैचारिक मतभेद बढ़ने से मन खिन्न बना रहेगा। घर के वातावरण में प्रत्येक व्यक्ति के प्रति संदेह, भ्रम की स्थिति बनी रहेगी। सुख में कमी महसूस करेंगे। रिश्तेदार शत्रुवत व्यवहार करेंगे।

शिक्षा:-अप्रैल माह तक अध्ययन में एकाग्रता बनी रहेगी।परीक्षा परिणाम अनुकूल प्राप्त होंगे। उच्च अध्ययन के योग बनेंगे। संतान संबंधी शिक्षा की चिंता का निवारण होगा। अप्रैल माह पश्चात शिक्षा की दृष्टि से समय अनुकूल नहीं रहेगा। अध्ययन में व्यवधान पैदा होंगे।

प्रेम संबंध:-मार्च,अप्रैल माह प्रेम संबंधों के लिए अत्यंत अनुकूल रहेगा। बाकी समय उतार-चढ़ाव वाला बना रहेगा। साथी से मतभेद मनमुटाव चलते रहेंगे।

स्वास्थ्य:-वाहन चलाते समय सावधानी रखना हितकर होगा। जीवन साथी के स्वास्थ्य को लेकर चिंता बनी रहेगी। कार्य की अधिकता के कारण थकान एवं शारीरिक कमजोरी महसूस करेंगे। दीर्घकालिक रोगों से पीड़ित रहेंगे। खानपान में सावधानी रखना हितकर होगा। स्वास्थ्य का पाया कमजोर बना रहेगा।

उपाय:-बुधवार को किसी भी जानवर या पक्षी को सप्त धान के आटे की रोटी बनाकर खिलाएं।

कर्क राशि

नौकरी एवं व्यवसाय:-अप्रैल माह तक कार्यस्थल पर शत्रु आपको हानि पहुंचाने की कोशिश करेंगे। लेकिन विफल रहेंगे। सफलता आपको प्राप्त होगी। दशम भाव से भाग्येश बृहस्पति का गोचर भ्रमण आपके लिए अत्यंत अनुकूल रहेगा। इस वर्ष आप कोई नया उच्च पद या नयी जिम्मेदारी प्राप्त कर सकते हैं।अप्रैल माह पश्चात बृहस्पति का लाभ स्थान से गोचर भ्रमण भाग्य में अत्यंत वृद्धि कर प्रत्येक कार्य में लाभ प्रदान कराएगा तथा पराक्रम में अत्यधिक वृद्धि कराने से मन अत्यंत प्रसन्न रहेगा। कार्यस्थल पर महत्वपूर्ण व्यक्ति माने जाने के साथ ही प्रत्येक कार्य सुगमता एवं भाग्य से होते हुए प्रतीत होंगे। सब कुछ होते हुए भी शनि की दशम भाव पर दृष्टि कोई ना कोई शत्रु बाधा उत्पन्न करती रहेगी। मार्च, जून एवं नवंबर माह में स्थानांतरण के योग बन सकते हैं। नया व्यापार आरंभ करना भी इस वर्ष लाभदायक सिद्ध होगा।

आर्थिक स्थिति:-इस वर्ष आर्थिक रूप से आप अत्यंत समृद्ध एवं भाग्यशाली महसूस करेंगे।धन भाव पर भाग्येश बृहस्पति की दृष्टि भाग्य से धन प्राप्ति की और इंगित करती है। संचित धन में वृद्धि होगी। बैंक बैलेंस भरा हुआ रहेगा। व्यय कम एवं धन की प्राप्ति अधिक होगी। आय के अनेक स्रोतों से धन की प्राप्ति होने से मन प्रसन्न रहेगा। पदोन्नति या नयी नौकरी प्राप्त होने से आय में वृद्धि भी होगी।

पारिवारिक जीवन:-सप्तमेश शनि का अष्टम भाव से गोचर भ्रमण के कारण जीवनसाथी से व्यर्थ के विवाद से मानसिक अशांति महसूस करेंगे। जीवन साथी से वैचारिक मतभेद बने रहने से दूर रहने के योग बनेंगे। घर के बजाय घर से बाहर प्रसन्नता का अनुभव करेंगे। जीवनसाथी की वाणी में कटुता के कारण घर में कलहपूर्ण वातावरण बना रहेगा। अप्रैल माह पश्चात घर में सुखद वातावरण बना रहेगा। जीवनसाथी के व्यवहार में भी परिवर्तन आएगा। अविवाहितों के वैवाहिक जीवन में बंधने के योग बनेंगे। घर में शुभ मांगलिक कार्य होने से प्रसन्नतापूर्ण उल्लासपूर्ण वातावरण बना रहेगा। भाई बहनों से संबंध मधुर रहेंगे। मित्रों से लाभ प्राप्त होगा। मित्र प्रत्येक कार्य में आपका सहयोग करेंगे एवं मित्रों के साथ आमोद प्रमोद में समय व्यतीत होगा। नए वाहन या भूमि क्रय के योग बनेंगे लेकिन वाहन चलाने में सावधानी रखना उचित होगा।

शिक्षा:-अप्रैल माह से पूर्व शैक्षणिक कार्यों में अनावश्यक बाधाएं उत्पन्न होंगी।म‌ई‌ माह पश्चात शिक्षा के लिए अत्यंत अनुकूल समय रहेगा। उच्च अध्ययन के योग बनेंगे।अध्ययन में एकाग्रचित्तता बनी रहेगी। परीक्षा परिणाम अनुकूल रहेंगे। विदेश में उच्च अध्ययन के लिए भी जाने के योग बन सकते हैं। संतान की शिक्षा संबंधी चिंता का निवारण होगा। मनोवांछित संस्थान में प्रवेश भी संभव होगा।

प्रेम संबंध:-शनि,बृहस्पति एवं राहु की पंचम भाव पर दृष्टि प्रेम संबंधों के लिए मिश्रित फल देने वाली है। परस्पर प्रेम भी अत्यधिक रहेगा। किंतु अनावश्यक संदेह,वहम के कारण प्रेम संबंधों में परस्पर झगड़े के पश्चात पुनः सुलह होने के योग बनते रहेंगे। मई माह पश्चात वैवाहिक बंधन में बंधने के योग भी बन सकते हैं।

स्वास्थ्य:-एलर्जी, जुकाम संक्रमण से बार बार पीड़ित रहने के कारण अस्वस्थ महसूस करेंगे। शारीरिक रूप से छोटी-मोटी चोट लगने की संभावना बनी रहेगी। जीवनसाथी का स्वास्थ्य भी अनुकूल नहीं रहेगा। पेट संबंधी परेशानी चलती रहेगी। अतः खान-पान में सावधानी रखना हितकर होगा। गले संबंधी रोग भी उत्पन्न होंगे।

उपाय:- माता के पैर छूकर,आशीर्वाद लेकर शिव जी के काले तिल मिश्रित दूध एवं जल से सोमवार को अभिषेक करें।

सिंह राशि

नौकरी एवं व्यवसाय:-मई माह तक कार्यस्थल पर उच्चाधिकारियों की प्रसन्नता के कारण सुख का अनुभव करेंगे। मनमानी करने एवं राजनीति करने के कारण म‌ई माह पश्चात कार्यस्थल पर शत्रुओं की वृद्धि होगी। एवं शत्रु आपके प्रत्येक कार्य में बाधा डालने की कोशिश करेंगे। पदोन्नति के योग बनेंगे। धन में वृद्धि होगी। मान सम्मान में वृद्धि होगी। अप्रैल,अगस्त,अक्टूबर माह में स्थानांतरण के योग बन सकते हैं। नया व्यवसाय प्रारंभ करना सफल रहेगा। नया व्यवसाय आरंभ करने के लिए ऋण लेना भी पड़ सकता है।

आर्थिक स्थिति:-अप्रैल माह तक आर्थिक स्थिति सामान्य रहेगी। वही अप्रैल माह के पश्चात बृहस्पति के धन भाव पर दृष्टि के कारण संचित धन में वृद्धि होगी। नौकरी पेशा वर्ग के पदोन्नति के कारण आमदनी में वृद्धि होगी। एक से अधिक आय के स्रोत बनेंगे। जिससे धन आगमन होगा। इस वर्ष प्रॉपर्टी में निवेश कर सकते हैं एवं नया वाहन खरीद सकते हैं। नए निर्माण कार्य में भी धन व्यय हो सकता है।

पारिवारिक जीवन:-सप्तमेश शनि के सप्तम भाव से ही गोचर करने के कारण घर का वातावरण सुखद रहेगा। जीवन साथी के साथ प्रेम सौहार्द बना रहेगा। भाई बहनों से संबंध मधुर रहने के साथ ही उनसे लाभ की प्राप्ति होगी। मित्रों से भी लाभ प्राप्त होगा। मित्र प्रत्येक कार्य में आपके सहयोगी सिद्ध होंगे। राहु का आपकी राशि से अष्टम भाव से गोचर भ्रमण के कारण कुटुंब जनों से व्यर्थ का विवाद हो सकता है। अतः वाणी पर संयम रखना आवश्यक होगा। अप्रैल माह तक हवन, यज्ञ,धार्मिक अनुष्ठान करने के अवसर प्राप्त होंगे।

शिक्षा:-म‌ई माह तक शिक्षा की दृष्टि से समय अत्यंत अनुकूल बना रहेगा। बृहस्पति की पंचम भाव पर दृष्टि शिक्षा के प्रत्येक क्षेत्र में सफलता की ओर अग्रसर करेगी। प्रतियोगिता परीक्षा के परिणाम अनुकूल रहेंगे। संतान की शिक्षा संबंधी चिंता का निवारण होगा। अध्ययन में एकाग्रता बनी रहेगी। विदेश में उच्च अध्ययन के योग बन सकते हैं।

प्रेम संबंध:-बृहस्पति की अनुकूल दृष्टि सात्विक प्रेम में वृद्धि करेगी। प्रेम संबंधों में अत्यधिक सुख प्राप्त होगा। मौज शौक में समय व्यतीत होगा। जुलाई माह पश्चात परिस्थितियों में परिवर्तन होगा।

स्वास्थ्य:-स्वास्थ्य की दृष्टि से यह वर्ष अनुकूल नहीं रहेगा। शनि की आपकी राशि पर दृष्टि के कारण दीर्घकालिक रोगों से पीड़ित रहेंगे। अत्यधिक गुस्से  के कारण मानसिक पीड़ा महसूस करेंगे। नेत्र पीड़ा, नेत्र संबंधी रोग से परेशान रहेंगे। तथा गले के विकार एवं वाणी में कटुता बढ़ेगी।

उपाय:- पिता की सेवा करने के साथ ही सूर्य भगवान के प्रतिदिन जल चढ़ाकर आदित्य हृदय स्त्रोत का पाठ करें।

कन्या राशि

नौकरी एवं व्यवसाय:-आपकी राशि से शनि का छठे भाव से गोचर भ्रमण नौकरी के लिए अत्यंत अनुकूल रहेगा। पिछले वर्ष के उत्पन्न हुए शत्रु परास्त होते हुए नजर आएंगे। एवं आप उन पर सफलता प्राप्त करते हुए नजर आएंगे। अप्रैल माह तक झूठी बदनामी के योग बन सकते हैं अतः सावधानी बरतना हितकर होगा। म‌ई माह पश्चात पराक्रम में वृद्धि होगी। नया पद, नई जिम्मेदारी प्राप्त होने के साथ प्रत्येक कार्य में सफलता प्राप्त होगी। शनि का छठे भाव से गोचर एवं बृहस्पति का नवम भाव से गोचर संपूर्ण वर्ष आपको मान प्रतिष्ठा सहित सभी सुख प्रदान करेगा। कार्यस्थल पर आपको महत्वपूर्ण व्यक्ति समझा जाएगा एवं आपके कार्यों की सर्वत्र प्रशंसा होगी। नया व्यवसाय प्रारंभ करने में संशय एवं भ्रम की स्थिति बनी रहेगी अतः नया व्यवसाय आरंभ करने से बचना हितकर होगा।

आर्थिक स्थिति:-बृहस्पति की धन भाव पर दृष्टि से धन में वृद्धि के साथ संचित धन में वृद्धि होगी। कुटुंब जनों में मांगलिक कार्य पर धन व्यय होगा।  छोटी दूरी की यात्राओं पर धन व्यय होगा तथा दिन प्रतिदिन की आमदनी में वृद्धि होगी।

पारिवारिक जीवन:-राहु के सप्तम भाव पर से गोचर होने के कारण जीवनसाथी के प्रति संदेह, भ्रम की स्थिति उत्पन्न होगी। जिससे परस्पर वैचारिक मतभेद बढ़ेंगे। घर में कलह का वातावरण बना रहेगा। वाणी पर संयम न रहने से परस्पर झगड़े होते रहेंगे। एक ही घर में दूर-दूर रहने के योग बनेंगे। पारिवारिक सुख में कमी महसूस करेंगे। जून माह पश्चात स्थिति में सुधार होना आरंभ होगा। भाई बहनों से संबंधों में मधुरता के साथ उनके साथ आमोद प्रमोद में समय व्यतीत होगा। धार्मिक अनुष्ठान, यज्ञ, हवन आदि पर व्यय होगा। नौकर एवं मित्रों से संबंधित सुख प्राप्त होगा कुटुम्ब जनों से व्यर्थ के विवाद होंगे।

शिक्षा:-वर्ष के आरंभ में शिक्षा में व्यवधान आएंगे। अध्ययन में एकाग्रता की कमी रहेगी। परीक्षा परिणाम अनुकूल नहीं रहेंगे। अप्रैल माह पश्चात समय पक्ष का होता जाएगा। मनोवांछित संस्थान में प्रवेश प्राप्त करना संभव हो सकेगा। उच्च अध्ययन के योग भी बन सकते हैं।

प्रेम संबंध:-अप्रैल माह तक सावधान रहने की आवश्यकता है। अन्यथा झूठी बदनामी के योग बन सकते हैं। परस्पर वैचारिक मतभेद रहने से प्रेम संबंधों में सुख प्राप्त नहीं होगा। जून माह पश्चात स्थिति में सुधार होगा एवं प्रेम संबंधों में प्रगाढ़ता आएगी। एक दूसरे के साथ सहयोगी रहेंगे।

स्वास्थ्य:-इस वर्ष आप मानसिक दृष्टि से अधिक पीड़ित रहेंगे। प्रत्येक कार्य में संशय एवं भ्रम की स्थिति बनी रहेगी। मानसिक पीड़ा के कारण थकान एवं शारीरिक कमजोरी महसूस करेंगे। स्वास्थ्य खराब बना रहेगा लेकिन रोग का निर्धारण करने में विफल रहेंगे।

उपाय:-बुधवार को गाय को चारा खिलाएं।

तुला राशि 

नौकरी एवं व्यवसाय:-व्यापारी वर्ग के लिए यह वर्ष अत्यंत उत्तम रहने वाला है। दिन प्रतिदिन की आमदनी में अत्यधिक वृद्धि बने रहने से प्रसन्नता होगी। नया व्यवसाय आरंभ करने पर अत्यंत सफलता प्राप्त होगी। लोहे संबंधी व्यापार में हानि होने की संभावना रहेगी। नौकरी पेशा वर्ग के लिए यह वर्ष सामान्य रहने वाला है। राहु के छठे भाव से गोचर के कारण कार्यस्थल पर शत्रु षड्यंत्र करने में सफल होंगे। आपका अधिकांश समय कार्यस्थल पर शत्रुओं के षड्यंत्र से बाहर निकलने में ही व्यतीत होगा। अतः कार्यस्थल पर किसी भी व्यक्ति पर विश्वास करने से बचें एवं प्रत्येक कार्य सोच समझकर करें अन्यथा झूठी बदनामी के योग भी इस वर्ष बन सकते हैं। फरवरी, अप्रैल एवं अक्टूबर माह में स्थानांतरण के योग बन सकते हैं।

आर्थिक स्थिति:-बृहस्पति एवं शनि दोनों की धन भाव पर दृष्टि के कारण धन के संबंध में मिश्रित फल प्राप्त होंगे। आय एवं व्यय बराबर रहेंगे। इस वर्ष जमीन, मकान या वाहन क्रय करने के योग बनेंगे। किसी नये निर्माण कार्य या शुभ मांगलिक कार्यों में धन व्यय होगा।

पारिवारिक जीवन:-इस वर्ष अप्रैल माह से पूर्व अविवाहितों के विवाह बंधन में बंधने के योग बनेंगे। बृहस्पति के सप्तम भाव से गोचर के कारण जीवनसाथी के साथ संबंध मधुर रहेंगे एवं पारिवारिक जीवन में प्रेम एवं सौहार्द का वातावरण बना रहेगा। मनोनुकूल परिस्थितियां बने रहने से घर का वातावरण सुखद रहेगा। जुलाई माह पश्चात भाई बहनों के साथ संबंध मधुर नहीं रहेंगे। अनावश्यक वाद विवाद के कारण कुटुंब में अशांति बनी रहेगी। भाइयों से संपत्ति विवाद को लेकर व्यर्थ के विवाद उत्पन्न हो सकते हैं। मित्र भी आपके शत्रु बनते हुए प्रतीत होंगे। मित्रों से इस वर्ष धोखा मिलने की संभावना है अतः सावधानी रखना हितकर होगा।

शिक्षा:-इंजीनियरिंग करने वाले विद्यार्थियों के लिए यह वर्ष अत्यंत अनुकूल रहेगा। अन्य वर्ग वाले विद्यार्थियों के लिए प्रत्येक कार्य, परिणाम विलंब से होते प्रतीत होंगे। प्रतियोगिता परीक्षा के परिणामों में विलंब रहेगा जिससे अनावश्यक चिंता बनी रहेगी। संतान की शिक्षा संबंधी चिंता का निवारण होगा। शैक्षणिक कार्यों में परिश्रम अधिक एवं फल प्राप्ति कम होगी।

प्रेम संबंध:-बृहस्पति का अष्टम भाव से गोचर भ्रमण प्रेम संबंधों के लिए सुखद नहीं रहेगा। इस वर्ष झूठी बदनामी के योग बन सकते हैं। साथी से मनमुटाव चलता रहेगा जिससे मन दुखी बना रहेगा।

स्वास्थ्य:- अप्रैल माह तक स्वास्थ्य के लिए समय अनुकूल नहीं है। स्वास्थ्य संबंधी कोई ना कोई परेशानी से पीड़ित चलते रहेंगे। रोगों को लेकर भय भ्रम बना रहेगा। रोगों को लेकर अनावश्यक चिंता बने रहने से मानसिक पीड़ा का अनुभव करेंगे।

उपाय:-मां भगवती को सफेद रंग के कनेर के पुष्प अर्पित कर गरीब कन्याओं को चावल की खीर खिलाएं।

वृश्चिक राशि

नौकरी एवं व्यवसाय:-अप्रैल माह तक नौकरी पेशा वर्ग के लिए समय अत्यंत अनुकूल बना रहेगा। कार्यस्थल पर आपको महत्वपूर्ण व्यक्ति समझा जाएगा। इस वर्ष पदोन्नति या आय में वृद्धि के योग बनेंगे। इच्छित जगह स्थानांतरण से मन प्रसन्न रहेगा। उच्च अधिकारी आपसे प्रसन्न रहेंगे। कार्यस्थल पर सुखमय वातावरण का अनुभव करेंगे। बेरोजगार वर्ग को नई नौकरी प्राप्त होने से मन प्रसन्न रहेगा। धन में वृद्धि होगी। नौकरी व्यवसाय से संबंधित सभी कार्य शीघ्र पूर्ण होंगे। अप्रैल माह तक छठे भाव से बृहस्पति का गोचर भ्रमण आपकी मान प्रतिष्ठा सम्मान में वृद्धि करेगा। अप्रैल माह पश्चात समय अधिक अनुकूल नहीं रहेगा। शत्रुओं में वृद्धि होगी। शत्रु आपकी प्रत्येक कार्य योजना को विफल करने की कोशिश करेंगे। तथा मानसिक कष्ट पहुंचाने की कोशिश करेंगे।

आर्थिक स्थिति:-इस वर्ष अप्रैल माह तक बृहस्पति की धन भाव पर दृष्टि जहां संचित धन में वृद्धि करेगी वहीं बैंक बैलेंस भरा हुआ प्रतीत होगा। कुटुम्ब जनों से धन की प्राप्ति होगी। छोटी दूरी की यात्राओं पर धन व्यय होगा। विदेश यात्रा के योग भी बन सकते हैं। पदोन्नति होने से या नई नौकरी प्राप्त होने से आय के साधनों में वृद्धि होगी। आय के अनेक स्रोतों से भी आय प्राप्ति होगी।जुलाई माह पश्चात दिन प्रतिदिन की आमदनी में वृद्धि होगी। भाई बहनों पर आमोद प्रमोद में व्यय करेंगे।

पारिवारिक जीवन:-अप्रैल माह पश्चात पारिवारिक जीवन की दृष्टि से संपूर्ण वर्ष अत्यंत सुखद रहेगा।

जीवन साथी के साथ संबंध मधुर बने रहेंगे। जीवन साथी से लाभ प्राप्त होगा। मनोरंजन में समय अधिक व्यतीत होगा। घर के बाहर आनंद का अधिक अनुभव करेंगे।जून माह से पूर्व छोटी दूरी की यात्राएं संभव होगी। कुटुम्ब जनों से मेल मिलाप बना हुआ रहेगा। नौकर एवं मित्रों से संबंधित सुख प्राप्त होगा। अविवाहित व्यक्ति जून माह पश्चात विवाह बंधन में बंध सकते हैं।

शिक्षा :-अध्ययन में एकाग्रता में कमी रहेगी। अनावश्यक चिंता एवं अनावश्यक विचारों के कारण अध्ययन में एकाग्र चित्त नहीं रह पाएंगे। जिससे परीक्षा परिणाम अनुकूल नहीं रह पाएंगे। शिक्षा की दृष्टि से समय अधिक अनुकूल नहीं रहेगा। मनोवांछित संस्थान में प्रवेश से वंचित रहने के कारण भी मन दुखी रहेगा।

प्रेम संबंध:- राहु के पंचम भाव से गोचर के कारण प्रेम संबंधों के लिए वर्ष अनुकूल नहीं रहेगा। प्रेम संबंधों में अनावश्यक भ्रम पैदा होकर दरार आ सकती है। प्रेम संबंधों में किसी तीसरे व्यक्ति की उपस्थिति से परस्पर अविश्वास बने रहने के कारण प्रेम संबंधों के टूटने की संभावना बनेगी। प्रेम संबंधों में धोखा मिलने से मन दुखी रहेगा।

स्वास्थ्य:- नेत्र पीड़ा,पैरों संबंधी पीड़ा से पीड़ित रहेंगे। पेट संबंधी विकार से भी पीड़ित रहेंगे। जून माह पश्चात स्वास्थ्य की दृष्टि से शेष वर्ष का समय उत्तम रहेगा।

उपाय:-प्रत्येक मंगलवार एवं शनिवार हनुमान जी के समक्ष सुंदरकांड का पाठ कर गुड चने का प्रसाद वितरित करें।

धनु राशि

नौकरी एवं व्यवसाय:-आपके राशिपति बृहस्पति का पंचम भाव से तथा शनि का तृतीय भाव से गोचर भ्रमण नौकरी एवं व्यवसाय के लिए अत्यंत अनुकूल समय रहेगा। मनोवांछित पदस्थापन से मन प्रसन्न रहेगा। उच्च अधिकारी प्रसन्न रहेंगे। महत्वपूर्ण पद की प्राप्ति होगी। पराक्रम बढ़ा चढ़ा रहेगा। जिससे मान एवं प्रतिष्ठा में वृद्धि होगी। जुलाई माह पश्चात पदोन्नति होने या आय में वृद्धि होने के योग बनेंगे। राहु की दशम भाव पर दृष्टि के कारण शत्रुओं द्वारा अनावश्यक षड्यंत्र करने की संभावना बनेगी। लेकिन शत्रुओं पर विजय आपकी होगी। बेरोजगार व्यक्तियों के लिए इस वर्ष जून माह पश्चात नौकरी लगने की संभावना बनेगी। अप्रैल माह तक व्यापार में दिन-प्रतिदिन की आमदनी में वृद्धि होती रहेगी। नया व्यवसाय इस वर्ष प्रारंभ करना उचित नहीं रहेगा। साझेदारी में व्यापार करने से भी बचना हितकर होगा।

आर्थिक स्थिति:- आर्थिक दृष्टि से वर्ष अनुकूल बना रहेगा। धनागमन होते रहने से मन प्रसन्न रहेगा। शनि के पराक्रम भाव में स्थित होने के कारण पराक्रम में वृद्धि धन में वृद्धि होती रहेगी। उधार देने से बचना हितकर होगा अन्यथा उधार दिया हुआ पैसा वापस आने की संभावना नहीं रहेगी।

पारिवारिक जीवन:-राहु का चतुर्थ भाव से गोचर भ्रमण घर में अनावश्यक भय एवं भ्रम का वातावरण बनाए रखेगा। घर में प्रत्येक कार्य में बाधाएं महसूस होगी। एक के बाद एक निरंतर कुछ ना कुछ कठिनाइयां पैदा होने से अनावश्यक परेशान रहेंगे। वाहन चलाने में सावधानी रखना हितकर होगा। किसी आवश्यक कार्य के लिए इस वर्ष ऋण लेना भी पड़ सकता है। कुटुम्ब जनों एवं मांगलिक कार्यों पर धन व्यय होगा। जीवनसाथी से संबंध मधुर बने रहेंगे। जुलाई माह पश्चात कुछ विषयों को लेकर जीवनसाथी से वैचारिक मतभेद बने रह सकते हैं। लंबी दूरी की तीर्थ यात्राएं होंगी। इस वर्ष विदेश यात्रा के योग भी बन सकते हैं। आमोद प्रमोद में समय व धन व्यतीत होगा। भाई बहनों से संबंध मधुर बने रहेंगे।

शिक्षा:- शिक्षा की दृष्टि से यह वर्ष जून माह तक अनुकूल बना रहेगा। अध्ययन में एकाग्रता बनी रहेगी।प्रतियोगिता परीक्षाओं के परिणाम आपके पक्ष में रहेंगे। उच्च शिक्षा के योग बनेंगे तथा उच्च शिक्षा के लिए आप बाहरी संस्थान में प्रवेश भी ले सकते हैं। जून माह पश्चात समय अध्ययन की दृष्टि से अनुकूल नहीं रहेगा। परीक्षा परिणाम आपके पक्ष के नहीं रहेंगे एवं शिक्षा की दृष्टि से प्रत्येक क्षेत्र में बाधाएं उत्पन्न होती प्रतीत होंगी।

प्रेम संबंध:- वर्ष का आरंभ प्रेम संबंधों के लिए अनुकूल बना रहेगा। अप्रैल माह तक साथी से संबंध मधुर रहने से मन प्रसन्न रहेगा।अप्रैल माह पश्चात आपसी वैचारिक मतभेद बने रहने से परस्पर झगड़ा होकर पुनः मेल मिलाप होता रहेगा। कई बार संबंध विच्छेद की परिस्थितियां भी उत्पन्न होंगी।

स्वास्थ्य:- जून माह तक का समय स्वास्थ्य की दृष्टि से अत्यंत अनुकूल है। आपके राशिपति बृहस्पति की स्वयं की राशि पर दृष्टि के कारण आप स्वयं  को स्फूर्तिवान एवं तरोताजा महसूस करते रहेंगे। जून माह के पश्चात का समय स्वास्थ्य की दृष्टि से अनुकूल नहीं रहेगा। कुछ ना कुछ छोटी-मोटी बीमारी घिरे रहने के कारण स्वयं को पीड़ित महसूस करेंगे एवं मानसिक रूप से भी स्वयं को कमजोर महसूस करेंगे।

उपाय:-गुरुवार को गाय को हल्दी मिश्रित रोटी खिलायें।

मकर राशि

नौकरी एवं व्यवसाय:-आपकी राशि से द्वितीय भाव में शनि का गोचर भ्रमण अर्थात उतरती साढ़ेसाती कार्यस्थल पर अशांति प्रदान करवाएगी। आपकी मान सम्मान एवं प्रतिष्ठा में कमी आएगी। कार्यस्थल पर शत्रुओं में वृद्धि होगी। मित्रों में आपके कार्य व्यवहार के कारण संदेह उत्पन्न होगा

एवं मित्र साथ छोड़ते हुए प्रतीत होंगे। आप स्वयं को असहाय एवं दुखी तथा अकेला महसूस करेंगे। व्यवसाय की दृष्टि से इस वर्ष नया व्यवसाय आरंभ करना उचित नहीं होगा। दिन प्रतिदिन की आमदनी में भी जून माह तक कमी महसूस करेंगे। आपकी प्रत्येक कार्य योजना विफल होती महसूस होगी। मई, सितंबर, नवंबर माह में स्थानांतरण संभव हो सकता है। मनोवांछित स्थान पर स्थानांतरण ना होने के कारण मन दुखी रहेगा। सोच समझ कर प्रत्येक कार्य करना उचित होगा अन्यथा हानि हो सकती है इस वर्ष साझेदारी में कार्य करने से बचना हितकर होगा। जून माह के पश्चात दिन प्रतिदिन की आमदनी में वृद्धि होने के साथ सुधार होगा।

आर्थिक स्थिति:-शनि का धन भाव से ही गोचर भ्रमण के कारण आर्थिक दृष्टि से धन संबंधी परेशानी महसूस करेंगे। यदि कहीं रुपए उधार दिए हुए हैं तो उनके प्राप्त होने की संभावना नहीं रहेगी। व्यर्थ एवं अशुभ कार्यों में धन का व्यय होगा। संचित धन में कमी आएगी।

पारिवारिक जीवन:-जीवनसाथी से मनमुटाव चलता रहेगा। इससे घर में अनावश्यक तनाव महसूस करेंगे। वाणी की कटुता के कारण कुटुम्ब जनों से संबंध मधुर नहीं रहेंगे। वैचारिक मतभेद चलता रहेगा जिससे मानसिक परेशानी महसूस करेंगे। भाई बहनों से संबंध मधुर नहीं रहेंगे। पारस्परिक वाद विवाद से मन दुखी बना रहेगा। आपके कार्य व्यवहार के कारण मित्र आप पर संदेह उत्पन्न करेंगे। मित्रों से आपका शत्रुवत व्यवहार चलता रहेगा। जिससे मित्रों से संबंध खराब होंगे। घर के सुख में कमी महसूस करेंगे। जुलाई माह के पश्चात पारिवारिक जीवन में कुछ राहत महसूस करेंगे।

शिक्षा:-शिक्षा की दृष्टि से समय अधिक अनुकूल नहीं है। एकाग्रता में कमी रहेगी। अनावश्यक बातों में ध्यान जाने से प्रतियोगी परीक्षा में गलती करेंगे। जिससे परीक्षा परिणाम मनोनुकूल नहीं रहेंगे। विषयों के चयन को लेकर भी अनिश्चय की स्थिति बनी रहेगी। समय का सदुपयोग नहीं कर पाएंगे। अध्ययन में सफलता परिश्रम के पश्चात भी संदिग्ध रहेगी।

प्रेम संबंध:-प्रेम संबंधों में परस्पर झगड़ा तत्पश्चात सुलह होती रहेगी। किसी तीसरे पक्षकार की उपस्थिति के कारण प्रेम संबंधों में मधुरता नहीं रहेगी। वफादारी से साथ निभाना हितकर होगा वरना संबंध विच्छेद होने की संभावना बनेगी।

स्वास्थ्य:-स्वास्थ्य की दृष्टि से समय अनुकूल नहीं रहेगा।कार्य की अधिकता के कारण थकान एवं शारीरिक कमजोरी महसूस करेंगे। अनिद्रा एवं एलर्जी की समस्या से पीड़ित रहने की संभावना रहेगी।

उपाय:-प्रत्येक शनिवार नारियल का बुरा, काले तिल, तिल्ली का तेल, चीनी का बुरा,आटा मिलाकर काली चीटियों को खिलाएं।

कुंभ राशि 

नौकरी एवं व्यवसाय:-आपकी राशि पर से ही शनि का गोचर भ्रमण अर्थात साढेसाती के कारण कार्यस्थल पर शत्रुओं की वृद्धि करेगा। शत्रु आपकी प्रत्येक कार्य योजना को विफल करने की कोशिश करेंगे और उसमें सफल भी होंगे। जिससे आप स्वयं को असहाय एवं कमजोर महसूस करेंगे एवं आत्म बल, मनोबल में कमी का अनुभव करेंगे। कार्य स्थल पर लगातार षड्यंत्र के कारण उच्च अधिकारी आपसे प्रसन्न नहीं रहेंगे। मनोवांछित स्थानांतरण न होने एवं मनोवांछित पद प्राप्ति न होने के कारण स्वयं को दुखी महसूस करेंगे। जून माह पश्चात परिस्थितियां अनुकूल होती हुई प्रतीत होगी एवं आप शनि की साढ़ेसाती से होने वाली परेशानी से कार्यस्थल पर थोड़ा राहत महसूस करेंगे। नया व्यवसाय इस वर्ष आरंभ करना हितकर नहीं होगा। अप्रैल माह तक दिन प्रतिदिन की आमदनी में वृद्धि होगी। अप्रैल माह पश्चात परिस्थितियां अनुकूल नहीं रहेगी। साझेदारी करने से बचना हितकर होगा।

आर्थिक स्थिति:-धन भाव से ही राहु का गोचर भ्रमण धन संबंधी मामलों में अनावश्यक भ्रम पैदा कर धन हानि करवाएगा। धन या वस्तु की चोरी होने की संभावना भी बन सकती है। व्यवसाय में भी धन हानि होने से लाभ के बजाय हानि होने की संभावना बनेगी। वर्ष के आरंभ में अप्रैल माह तक दिन प्रतिदिन की आमदनी में वृद्धि तत्पश्चात कमी महसूस होगी। आय की बजाय व्यय अधिक होगा तथा संचित धन अर्थात बैंक बैलेंस में कमी  आएगी।

पारिवारिक जीवन:-सप्तम भाव पर शनि की दृष्टि अर्थात साढ़ेसाती के कारण पारिवारिक जीवन इस वर्ष कष्टमय रहेगा। पत्नी से अनावश्यक मतभेद बढ़ेंगे। घर में हर समय कलह का वातावरण बना रहेगा। छोटी-छोटी बातों पर झगड़ों के कारण मानसिक शांति भंग होगी। जिससे स्वयं को दुखी और असहाय महसूस करेंगे। भाई बहनों से भी संबंध मधुर नहीं रहेंगे उनसे भी अनावश्यक वाद विवाद चलता रहेगा। वाणी में मधुरता नहीं रहेगी जिससे सभी संबंधों पर प्रतिकूल प्रभाव पड़ेगा। अविवाहित व्यक्तियों के इस वर्ष विवाह में बंधने के योग बन सकते हैं।

शिक्षा:- शिक्षा की दृष्टि से समय मिश्रित फल देने वाला है। अध्ययन में सफलता अत्यधिक परिश्रम के पश्चात प्राप्त होगी। मार्च,अगस्त, अक्टूबर माह में प्रतियोगी परीक्षा के अनुकूल परिणाम प्राप्त नहीं होने से मन दुखी रहेगा। अध्ययन के लिए घर से बाहर रहने पर स्वयं को कमजोर एवं दुखी महसूस करेंगे।

प्रेम संबंध:-साथी से किसी बात को लेकर मनमुटाव पैदा होगा एवं संपूर्ण वर्ष दूरी बनी रहेगी। साथी पर अविश्वास रहने से सुखद एहसास नहीं हो पाएगा। नए संबंध जोड़ने की कोशिश में असफलता हाथ लगेगी। प्रेम संबंधों में भी स्वयं को टूटा हुआ महसूस करेंगे।

स्वास्थ्य:-स्वास्थ्य की दृष्टि से समय अनुकूल बना रहेगा। मानसिक दृष्टि से स्वयं को कमजोर, आत्म बल मनोबल में कमी महसूस करेंगे। लेकिन शारीरिक दृष्टि से स्वस्थ महसूस करेंगे। वाहन चलाने में सावधानी रखना हितकर होगा।

उपाय:- शनिवार को काले कुत्तों को तिल्ली का तेल लगाकर रोटी खिलाएं।

मीन राशि

नौकरी एवं व्यवसाय:-शनि की साढ़ेसाती आपकी राशि पर आरंभ होगी।किंतु अप्रैल माह तक आपके राशिपति बृहस्पति का द्वितीय भाव से गोचर भ्रमण नौकरी एवं व्यवसाय के लिए अत्यंत अनुकूल रहेगा। यदि आप सेवारत है तो पदोन्नति के या आय में वृद्धि के योग बनेंगे। बेरोजगार वर्ग के लिए रोजगार की प्राप्ति होगी। नई नौकरी लगने या पदोन्नति होने से मन अत्यंत प्रसन्न रहेगा। उच्च अधिकारी आपसे प्रसन्न रहेंगे। कार्यस्थल पर शनि की साढ़ेसाती के कारण शत्रुओं में वृद्धि होगी शत्रु आपके कार्यों को विफल करने का षड्यंत्र भी करेंगे।अप्रैल माह के पश्चात कार्यस्थल पर बनते हुए प्रत्येक कार्य में रुकावट आएगी। कार्य की अधिकता रहेगी। व्यवसाय के चयन को लेकर असमंजस की स्थिति बनी रहेगी। जुलाई माह पश्चात दिन प्रतिदिन की आमदनी में वृद्धि होगी।

आर्थिक स्थिति:- बृहस्पति का आपकी राशि से द्वितीय भाव में गोचर भ्रमण भाग्य में वृद्धि करेगा एवं आय में भी पदोन्नति होने से या आय में वृद्धि होने से आर्थिक स्थिति में सुधार होगा। संचित धन में वृद्धि होगी। शुभ मांगलिक कार्यों में धन का व्यय होगा।जुलाई माह पश्चात यज्ञ, हवन, तीर्थ यात्रा आदि में धन का व्यय होगा।

पारिवारिक जीवन:-साढेसाती के आरंभ होने एवं सप्तम भाव में केतु की उपस्थिति के कारण जीवनसाथी से वैचारिक मतभेद बने रहेंगे। किसी तीसरे पक्षकार की उपस्थिति को लेकर हुए अनावश्यक वहम के कारण घर में कलहपूर्ण वातावरण बना रहेगा। परस्पर मेल मिलाप नहीं रहने से मन दुखी रहेगा। अप्रैल माह पश्चात अविवाहित व्यक्तियों के विवाह के बंधन में बंधने के योग बन सकते हैं। शुभ एवं मांगलिक कार्यों में जाने के अवसर प्राप्त होंगे। भाई बहनों से संबंध मधुर रहेंगे। मित्रों से लाभ प्राप्त नहीं होगा। मित्रों से कोई भी व्यवहार करते समय सावधानी रखना हितकर होगा। प्रत्येक व्यक्ति के प्रति संशय एवं वहम की भावना बनी रहेगी। जिससे प्रत्येक व्यक्ति के साथ संबंध बिगड़ते हुए प्रतीत होंगे।

शिक्षा:- लेखन कार्य की ओर रुझान बढ़ेगा। परीक्षा परिणाम मध्यम रहेंगे। संतान की शिक्षा संबंधी चिंता का निवारण होगा। अध्ययन हेतु दूरस्थ स्थान पर जाना पड़ सकता है। शिक्षा में प्रत्येक परिणाम देरी से प्राप्त होंगे।

प्रेम संबंध:-प्रेम संबंधों को लेकर वर्ष सामान्य रहेगा।अप्रैल माह तक संबंधों में परस्पर मधुरता रहेगी।अप्रैल माह पश्चात अनावश्यक बातों को लेकर झगड़े होते रहेंगे।जून माह पश्चात प्रेम संबंधों के विवाह में परिणति होने के योग बन सकते हैं।

स्वास्थ्य:- श्यया सुख में कमी रहने से थकान महसूस करेंगे। मानसिक चिंताएं ज्यादा रहेगी। जिससे अनिद्रा के रोग से ग्रसित हो सकते हैं। पैर में चोट लग सकती है। वाहन चलाने में सावधानी बरतना हितकर होगा। खानपान में लापरवाही के कारण पेट संबंधी पीड़ा से पीड़ित हो सकते हैं। अनावश्यक भय, भ्रम एवं चिंता से मानसिक पीड़ा महसूस करेंगे।

उपाय:-गुरुवार को ब्राह्मणों, गुरुजनों को पीली मिठाई खिलाएं।

  (लेखिका का अपना अध्ययन एवं अपने विचार हैं)