टोंक के रंगकर्मी 13 फरवरी को आसाम में करेगें नाट्य प्रस्तुति

एशिया के सबसे बड़े थिएटर फेस्टिवल

अरशद शाहीन 

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टोंक। सम्पूर्ण टोंक ज़िले के लिए यह गर्व की बात है कि एशिया महादीप के सबसे बड़े नाट्य समारोह भारत रंग महोत्सव (भारंगम) में इस बार ज़िले के थिएटर समूह एक्स्ट्रा एन ऑर्गेनाइजेशन के संयुक्त तत्वावधान में कम्युनिटी थिएटर टोंक का नाटक "द डेथ ऑफ गैलीलियो" का चयन हुआ है जो की 13 फरवरी को आसाम में टोंक के कलाकार अपनी प्रस्तुति देंगे।

राष्ट्रीय- अंतर्राष्ट्रीय रंग महोत्सवों में 7 से ज़्यादा प्रस्तुतियाँ दी

वर्ष 2016 से अभी तक कम्यूनिटी थिएटर टोंक के प्रयासों की यात्रा हमेशा जारी रही है, जिसके चलते जयरंगम जयपुर, बैकस्टेज थिएटर फेस्टिवल प्रयागराज, ब्लू थिएटर फेस्टिवल बीकानेर, अनुरंजन थिएटर फेस्टिवल ठाकुरनगर कोलकाता, नेशनल थिएटर फेस्टिवल खरदह कोलकाता, चतुरंग थिएटर कार्निवल कोलकाता, अंतर्राष्ट्रीय कला महोत्सव काफ़िला नोयडा आदि देश के नामी महोत्सवों में कम्यूनिटी थिएटर टोंक समूह ने अपनी प्रस्तुतियाँ मंचित कर शहर का नाम रोशन किया हैं।

वर्ष 2022 में कम्यूनिटी थिएटर समूह का  नाटक "द डेथ ऑफ गैलीलियो" का चयन राजस्थान के सबसे बड़े नाट्य महोत्सव जयरंगम 2022 (जयपुर रंगमंच महोत्सव) में भी हुआ हैं।

वर्तमान के रंगमंच में कार्य कर रहे समूह के नाम 

नियाना राहा, आशीष धाप, आफताब नूर, गर्वित गिदवानी, शुभम मेघवंशी, नीलेश तसेरा, आशीष चावला, राजवंती तमोली, कुसुमलता तमोली, विजयलक्ष्मी तसेरा, यशवंत सैनी, देवराज गौतम, ऋतुराज गौतम, रामरतन गुगलिया, चितरंजन नामा, मोहित वैष्णव, अमन तसेरा, प्राची बुंदेल, प्रांजली बुंदेल, ज्योति शर्मा, रायना राहा रजक, राजकुमार रजक।

कम्यूनिटी थियेटर टोंक  

कम्यूनिटी थिएटर टोंक गैर-लाभकारी सामुदायिक समूह है और इसकी स्थापना स्थानीय युवाओं, शिक्षक एवं सामुदायिक सदस्यों के साथ, मई 2016 में 18 स्थानीय कलाकारों के साथ रंगमच कार्यशाला के माध्यम से हुई।

इसकी स्थापना के पीछे मुख्य मंशा यह रही है कि यह वैकल्पिक रंगमंच प्रशिक्षण प्रक्रियाओं का एक उत्कृष्ट संस्थान के रूप में उभरे। रंगमंच और सामाजिक जीवन के अंतरसम्बन्धों को प्रायोगिक पड़ताल के अवसर बने। रंगमंच प्रक्रियाओं के ही माध्यम से दर्शकों में संवाद स्थापित करने के नए रंगमंचीय सौदर्यशास्त्रीय शैलियों का निर्माण किया जा सके। हमारी संकल्पना एक ऐसे समाज की है जहां सभी को न्याय, स्वतत्रता और समानता प्राप्त हो। यह समूह जिले में नाट्य प्रस्तुतियों के माध्यम से युवाओं में संवैधानिक मूल्यों को आत्मसात की दिशा संवाद को संचारित करता है।

इस क्रम में समूह नाट्य प्रस्तुतियों के साथ ही साथ स्थानीय सामुदायिक मुद्दों पर जागरूकता प्रसार के लिए जिले के कई स्थानों और विद्यालयाओं में नियमित और प्रभावकारी प्रस्तुतियाँ करती है। जैसे कोविड वैक्सीन जागरूकता अभियान, मतदान जागरूकता, महात्मा गांधी के विचारों पर जन संवादिक नाट्य प्रस्तुतियाँ, बालिका शिक्षा, बाल विवाह रोकथाम अभियान पर आधारित लगभग 110 से भी ज़्यादा प्रस्तुतियाँ निम्न रही हैं। इसी के साथ सामाजिक सौहार्द को बढ़ाने के लिए जन – जागरण की दिशा में स्थानीय मोहल्लों में यह समूह प्रभात फेरियाँ और नुक्कड़ नाटक का निरंतर आयोजन करता हैं।