हमारा पहला धर्म इंसानियत है : सवाई सिंह

एसोसिएशन फॉर प्रोटेक्शन ऑफ सिविल राइट्स राजस्थान द्वारा संविधान दिवस 

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जयपुर। हमारा संविधान: "वर्तमान स्थिति और हमारी ज़िम्मेदारियाँ" विषय पर एसोसिएशन फोर प्रोटेक्शन आफ सिविल राइट्स (एपीसीआर) की ओर से, प्रदेश कार्यालय, आदर्श नगर में एक संगोष्ठी का आयोजन किया गया। 

प्रदेश महासचिव मुजम्मिल रिज़वी  ने बताया कि संगोष्ठी का उद्देश्य संविधान के बारें में लोगों को जागरूक करना था। उन्होंने बताया कि संगोष्ठी में वक्ताओं ने बच्चों में संविधान के प्रति जागरूकता लाने के लिए विद्यालय स्तर पर विषय के रूप में पढ़ाए जाने पर ज़ोर दिया। 

इस अवसर पर  पूर्व न्यायाधीश टी सी राहुल ने कहा कि भारत का संविधान एक सोशल डॉक्यूमेंट है और यह देश में सामाजिक क्रांति लाना चाहता है। उन्होंने कहा कि हमारे संविधान ने हमें बहुत से अधिकार दिए है जिनका हमें इस्तेमाल करना चाहिए। 

 हाईकोर्ट बार एसोसिएशन के अध्यक्ष महेंद्र शांडिल्य ने कहा  कि संविधान अधिकारों के साथ ही नागरिकों के कर्तव्य भी तय करता है जिनका हमें पालन करना चाहिए। एफडीसीए और समग्र सेवा संघ के प्रदेशाध्यक्ष, सवाई सिंह एडवोकेट, ने कहा कि जिस राष्ट्र में जो लोग रहते हैं वह सारे ही राष्ट्रवादी होते हैं, हमारे यहां गंगा जमुनी तहज़ीब है, यह विचार कि देश में एक ही धर्म और एक ही मान्यता के लोग रहें यह सही नहीं है, हम सबका पहला धर्म इंसानियत है। 

सैयद सआदत अली एडवोकेट, (प्रदेशाध्यक्ष APCR राजस्थान) ने कहा कि संविधान को बदलना अपनी आत्मा को कुचलने जैसा है, हमारा संविधान दुनिया का सबसे अच्छा संविधान है। हमारा संविधान सभी को अधिकार देता है। 

संगोष्ठी में  अन्य गणमान्य व्यक्तियों ने भी भाग लिया तथा संविधान के विषय में अपने विचार भी व्यक्त किये।  इस अवसर पर सुन्दर फ्रेम युक्त संविधान की उद्देशिका सभी उपस्थित जनों को भेंट की गई।