लक्ष्मीकांत कासलीवाल का सपना है जयपुर का जैम सिनेमा

सुनील जैन की रिपोर्ट 

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जयपुर। लक्ष्मीकांत कासलीवाल का एक सपना जो उन्होंने 1960 में देखा और साकार रूप में प्रकट हुआ 1964 में सांगानेरी गेट एम आई रोड जयपुर पर स्थित जैम सिनेमा जिसे उनके पुत्र सुधीर कासलीवाल ने बनाकर उस सपने को साकार किया। 

सन 1964 से बहुत सी पिक्चरे इस में लगी जयपुर और आसपास के क्षेत्रवासियों ने भरपूर मनोरंजन किया समय के साथ सिनेमा हॉल पिछड़ने लगे और टीवी संस्कृति और उसके बाद इंटरनेट सबके हाथों में मोबाइल के रूप में आया किंतु लक्ष्मीकांत कासलीवाल की दृढ़ इच्छाशक्ति रही कि यह सिनेमा हाल जयपुर में सबका मनोरंजन करता रहे। इस दौर में 16 साल बंद रहने के पश्चात 2021 में यह पुनः नई सज धज के साथ जनता की सेवा में उतरा और आज भरपूर मनोरंजन कर रहा है।  

रामनिवास बाग के सामने सांगानेरी गेट एम आई रोड पर चर्चित पिक्चर चल रही है ग़दर। इस सिनेमा हॉल की नई साज सज्जा को हमने देखा पहले से उसमें परिवर्तन किया उसे जनता ने सराहा। उस वक्त मेड इन जर्मन के प्रोजेक्टर से फिल्म दिखाई जा रही थी जो की रील चलती थी उन पर आज सेटेलाइट से डाउनलोड होकर यू एफओ तकनीकी से सीधी बहुत ही सुंदर आकर्षक शानदार आवाज के साथ प्रदर्शित होती है। नई टेक्नोलॉजी के साथ सन 1964 के पश्चात इसमें जहां 100 कर्मचारी कार्य कर रहे थे। उस समय से शंकर सिंह राठौड़ प्रोजेक्टर ऑपरेट करते आ रहे हैं आज भी अशोक अपनी सेवाएं दे रहे हैं। निरंतर सिनेमा हॉल में मैनेजर गजेंद्र सिंह बहुत ही सुंदर तरीके से व्यवस्था संभाले हुए हैं। इस अवसर पर व्यवस्थापक गजेंद्र सिंह ने कहा कि सिनेमा हॉल एक स्वस्थ मनोरंजन परिवार के साथ किया जाता है जबकि इंटरनेट में लाख सावधानी रखते हुए भी युवा पीढ़ी पर मनोरंजन के साथ अनैतिक पथभ्रष्ट मनोरंजन हावी हो जाता है। जिसका की परिणाम युवा पीढ़ी को भोगना पड़ता है। स्वस्थ मनोरंजन के लिए सिनेमाघर का अपना महत्व है जिसे कभी भुलाया नहीं जा सकता।