पति की हादसे में मौत के बाद मां ने बढ़ाया बेटियों का हौंसला

रुखसती के बाद तीन बेटियों ने संभाली पिता के व्यवसाय की जिम्मेदारी

शैलेश माथुर की रिपोर्ट 

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सांंभरझील। यहां रेलवे स्टेशन के नजदीक रहने वाली तीन बेटियों ने अपने पिता के रुखसत होने के बाद उनके सपनों को साकार करने का संकल्प लेते हुए पिता के व्यवसाय को आगे बढ़ाने के लिए नए सिरे से शुरुआत कर तमाम लोगों के लिए एक मिसाल पेश की है कि बेटियां देश की कमजोर नहीं है, हर मुसीबत का सामना करने की उनमें ताकत है। विगत दो जून को गट्टानी मार्केट स्थित जर्जर दुकान की बालकनी ढह जाने से उनके पिता राकेश कश्यप की असामयिक मृत्यु हो जाने के बाद उनकी मां ने तीन बेटियों की हिम्मत को टूटने नहीं दिया हालांकि वे खुद भी अंदर से काफी टूट चुकी थी लेकिन तीन बेटियों और एक नाबालिक बेटे कि जिम्मेदारी समझते हुए उन्होंने बेटियों को किसी भी रूप में कमजोर नहीं होने दिया। 

बता दें कि उनके पिता का गट्टानी मार्केट अर्पिता बेकरी के नाम से प्रतिष्ठान है। शुक्रवार को वैदिक मंत्रोचार, हवन, पूजा पाठ के बाद इसका औपचारिक उद्घाटन किया गया। पूजा पाठ में बेटी अक्षिता, अर्पिता, देवेश अपनी मां व परिवार के सदस्यों के साथ सम्मिलित हुए। बेटी गरिमा से बात करने पर बताया कि उनके पिता का सपना था कि उनके जीवन काल में उनका व्यवसाय चरम पर पहुंचे, इसलिए हम उनके सपनों को साकार करने के लिए यह कदम उठाया है। हमारे पिता ने हमारे लिए बहुत कुछ किया है, हम उनको हमेशा मिस करते रहेंगे। उनका आशीर्वाद हमारे साथ है। हमें विश्वास है हम इस व्यवसाय में उत्तरोत्तर वृद्धि करेंगे। इस अवसर पर राजेंद्र कश्यप, संजय कश्यप, मोहित, अंकित, अंशुल, लक्ष्मी व अनेक सदस्यों की उपस्थिति में पंडितों ने पूजा अर्चना कर उनकी सफलता के लिए आशीर्वचन दिया।