सोच अगर सकारात्मक है तो कर्म भी अच्छे होंगे : संत राकेश मुंटरेजा

अरशद शाहीन 

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टोंक। बृज विहार कॉलोनी टोंक स्थित संत निरंकारी सत्संग भवन टोंक में सोमवार रात्रि विशाल आध्यात्मिक सत्संग का आयोजन दिल्ली से आये संत राकेश मुटरेजा के सानिध्य में किया गया। 

टोंक, निवाई, देवली, मालपुरा, बूंदी, कोटा से आये सैकड़ो की संख्या में उपस्थित श्रद्धालुओं को संबोधित करते हुए आदरणीय मेम्बर इंचार्ज ने कहा कि इस निरंकार से कुछ भी छुपा हुआ नहीं है यहां एक सीसीटीवी कैमरा है जो हर समय एक्टिव रहता है। हमारी सोच रिकॉर्ड हो रही है यदि किसी के लिए हम अच्छा या बुरा सोचते हैं तो इससे हमारे कर्म प्रभावित होते है व इसका प्रभाव हमारे जीवन पर जरूर पड़ता है। ईश्वर के पास सभी के कर्मों का खाता है इसमें सभी की बुराइयां व नेकियों का हिसाब रहता है। सत्संग वो गंगा है इसमें जो नहाते हैं पापी से पापी भी पावन हो जाते हैं संतों का जन्म परोपकार के लिए होता है एक जला हुआ दीपक हजारों दीपक को रोशन कर सकता है। 

संत ने कहा कि सत्गुरु की शिक्षाओं को जन-जन तक पहुंचाने का माध्यम बने। जीवन ऐसा हो कि दूसरों के लिए प्रेरणा का स्त्रोत बने। संत हमारा मार्गदर्शन करके सही राह दिखाते हैं लेकिन चलना हमें ही पड़ेगा। गुरु वचनों पर चलकर ही मंजिल को प्राप्त कर सकते हैं। श्रद्धा और प्यार के साथ-साथ मधुर वचन सुनाकर हम किसी का भी दिल जीत सकते हैं। 

सत्संग सुधरने का केंद्र है जहां गुरमत का पाठ पढ़ाया जाता है गुणवान की संगत से हमारा चरित्र उज्जवल होता है। श्रद्धा प्यार के साथ यदि सत्संग में आकर प्रतिदिन 1 गुण भी ग्रहण करते हैं तो गुणवान बन सकते हैं।