मिशन बुनियाद शुरू करने वाला टोंक बना तीसरा ज़िला

अरशद शाहीन 

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टोंक। जिला प्रशासन टोंक एवं  रॉकेट लर्निंग संस्था के द्वारा कलेक्ट्रेट सभागार टोंक में मिशन बुनियाद कार्यक्रम का शुभारंभ जिला परिषद अधिकारी देशल दान की अध्यक्षता में किया गया। इस अवसर पर टोंक जिले के समस्त सीडीपीओ, जिले की समस्त महिला सुपरवाइजर तथा रॉकेट लर्निंग संस्था से श्रेया सरकार, आयुश्री एवम मोहित वैष्णव उपस्थित रहे।

रॉकेट लर्निंग राजस्थान प्रतिनिधि श्रेया सरकार ने बताया की ज़िले में आंगनवाड़ी केंद्रों पर बच्चों को रॉकेट लर्निंग संस्था के सहयोग से अब आरसीईआरटी के पाठ्यक्रम के अनुसार प्री नर्सरी की शिक्षा दी जायेगी। प्रदेश में यह नवाचार करने वाला जोधपुर, गंगानगर के बाद टोंक तीसरा ज़िला हैं। पूर्व प्राथमिक शिक्षा की गतिविधियों को प्रभावी एवं सुचारू रूप से सम्पन्न करवाने एवं आंगनबाड़ी कार्यकर्ताओं में कौशल संवर्द्धन किए जाने के उद्धेश्य से रॉकेट लर्निंग संस्था ने मिशन बुनियाद कार्यक्रम के तहत नवाचार की शुरुवात की। रॉकेट लर्निंग संस्था 'मिशन बुनियाद' कार्यक्रम के तहत बच्चों के लिए आंगनवाड़ी केंद्रों को ऑनलाइन शिक्षण सामग्री उपलब्ध करवाएगी। देश के सात राज्यों में इस एप का उपयोग छोटे बच्चों की प्रारंभिक शिक्षा के लिए किया जा रहा हैं। रॉकेट लर्निंग वर्तमान में 8 स्टेट चंडीगढ़, हरियाणा, दिल्ली, महाराष्ट्र, उत्तराखंड, मध्यप्रदेश, उत्तरप्रदेश, राजस्थान में प्रारंभिक शिक्षा को लेकर मजबूती से निरंतर कार्य कर रहा हैं।

इसकी सबसे बड़ी खासियत है इसका एक अलग दृष्टिकोण जिसमें प्रारंभिक शिक्षा के लिए बच्चों के अभिभावकों को जोड़ा जा रहा है रॉकेट लर्निंग शिक्षा की सभी समाग्री को क्षेत्रीय और ग्रामीणा भाषा में बनाता है। जिससे बच्चें और अभिभावक उसको आसानी से समझ सकते हैं। शिक्षा सामग्री को बच्चों तक वॉट्सएप ग्रुप के जरिए पहुंचाया जाता है।

विभाग की उपनिदेशक जिले भर की आंगनबाड़ी केंद्रों की कार्यकर्ताओं व बच्चों के परिजनों को वाट्स एप ग्रुप से जोड़ेंगे। ग्रुप के माध्यम से ही बच्चों को ऑनलाइन कंटेंट्स से पूर्व प्राथमिक शिक्षा दी जाएगी। इससे छोटे बच्चों का शिक्षा स्तर शुरूआत के साथ ही ऊंचा रहे। बौद्धिक विकास का स्तर भी बना रहे।