भामाशाहों व सांभर समाजसेवी ट्रस्ट मुंबई ने दिया आर्थिक योगदान

सांभर की दरबार स्कूल में 4.25 लाख की लागत से सोलर ऊर्जा प्लांट स्थापित

शैलेश माथुर की रिपोर्ट 

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सांभरझील। यहां राजकीय दरबार उच्च माध्यमिक विद्यालय (अंग्रेजी माध्यम) स्कूल में भामाशाहों व एक संस्था की ओर से दिए गए आर्थिक योगदान के बाद फुलेरा विधानसभा क्षेत्र की एकमात्र ऐसी सरकारी स्कूल होने का गौरव प्राप्त हुआ है जहां पर 8 किलोवाट क्षमता का सोलर ऊर्जा प्लाण्ट स्थापित हुआ है। स्कूल के प्रिंसिपल टीकमचंद मालाकार के प्रयासों से अब तक करीब एक करोड़ से अधिक के विकास कार्य भामाशाहों के आर्थिक योगदान व सहयोग से कराए जा चुके हैं। बेहतर कुशल प्रबंधन व दृढ़ इच्छाशक्ति का ही परिणाम है कि यहां की दरबार स्कूल अब विकास के नए आयाम स्थापित कर चुकी है, इसके लिए यहां के प्रिंसिपल को जिला व राज्य स्तर पर भी सम्मान प्राप्त हो चुका है। 

स्कूल प्रशासन ने बताया कि यहां स्कूल में सोलर ऊर्जा प्लांट पर करीब चार लाख   अठ्ठाइस हजार रुपए की लागत आई है जिसके लिए पेंसिलवेनिया स्टेट यूनिवर्सिटी (अमेरिका) में फिजिक्स के प्रोफेसर जैनेन्द्र जैन, अमेरिकी व्यवसायी विनोद पारीक व सांभर समाज चेरिटेबल ट्रस्ट मुंबई के सहयोग से इसके लिए आर्थिक योगदान प्रदान किया गया। सोलर ऊर्जा प्लांट को स्थापित करवाने में सांभर समाज चैरिटेबल ट्रस्ट मुंबई की ओर से इसकी जिम्मेदारी नागरिक विकास समिति को दी गई थी। सोलर ऊर्जा प्लांट स्थापित होने के बाद प्रतिवर्ष लगभग 1 लाख रूपये से अधिक की बिजली बचत होगी।

विद्यालय विकास कोष से चुकाई जाने वाली बिजली बिल की राशि अब विद्यालय विकास के काम आ सकेगी। अब स्कूल सौर ऊर्जा से पर्यावरण संरक्षण के साथ ही अतिरिक्त बिजली विद्युत निगम को देगा जिससे विद्यालय, समाज और सरकार तीनों का समावेशी विकास होगा। स्कूल को आगामी कई वर्षों तक लाखों रूपये की बचत होगी जिसका उपयोग अन्य रचनात्मक गतिविधियों में किया जा सकेगा। सोलर प्लांट को प्रार्थना स्थल के टीन शेड के ऊपर लगाया गया है। इस अनमोल उपहार के लिए समस्त स्टाफ ने भामाशाहों व ट्रस्ट का तहे दिल से शुक्रिया अदा किया है।