27 मार्च को क्लिनिक और हास्पिटल बंद रखे गए : डॉ शब्बीर खान

बिल को वापस लेने के लिए मुख्यमंत्री से मांग 

मो फ़रमान पठान

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मनोहरपुर (जयपुर)। राजस्थान इलक्टोपैथी विकास संस्था ने राइट टू हेल्थ बिल के विरोध में 27 मार्च को क्लिनिक और हास्पिटल बंद रखे गए। डॉक्टरों ने बताया हैं कि मूल परेशानी यह है कि यह राइट टू हेल्थ बिल आम आदमी की परेशानी खत्म करने के लिए नहीं, अपितु सम्पूर्ण चिकित्सा जगत को नेताओं के रहमो करम पर लाकर छोड़ने वाला है। 

परन्तु इसी चिकित्सक जगत से आप सब प्रत्यक्ष एवं अप्रत्यक्ष रूप से सब जुड़े हुए हैं। इस बिल से कोई अछूता नहीं है, चिकित्सक (चाहे सरकारी या प्राइवेट) नर्स, मेडिकल दूकान, फिजियोथैरेपिस्ट कोई भी नहीं अछूता नही हैं क्योंकि चिकित्सक हमेशा सॉफ्ट टारगेट रहते हैं, समाज, अधिकारी, नेताओं के, इसलिए एसा तुगलकी नियमावली चिकित्सकों पर सबसे पहले लागू किया गया है,अगला नंबर आपसे सिधा जुड़ा हुआ किसी भी व्यवसाय/ प्रोफेसन का हो सकता है इसलिए 27 मार्च को प्रतिष्ठान  बंद रखे गए डां पवन अग्रवाल, डा जनार्दन सिंह, डा आजाद सिंह, डां हितेन्द उपाध्याय थे। यह जानकारी डा शब्बीर खान ने  कहा कि यह बिल चिकित्सक पर हमला है और मुख्यमंत्री से मांग की है कि बिल वापस लिया जाए।