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पीपलू (टोंक)। कस्बे के भूतेश्वरनाथ शिवालय पर महाशिवरात्रि की रात्रि को भोलेनाथ की चार प्रहर में पूजा करने के लिए श्रद्धालुओं की भीड़ उमड़ी। आचार्य पं. कौमुदीप्रसाद पारीक के सान्निध्य में श्रद्धालुओं ने चार प्रहर की पूजा अर्चना की। पारीक ने बताया कि मंत्रोच्चार के साथ भक्तों द्वारा पहले प्रहर में दूध से शिव के ईशान स्वरूप का, दूसरे प्रहर में दही से अघोर स्वरूप का, तीसरे प्रहर में घी से वामदेव रूप का और चौथे प्रहर में शहद से सद्योजात स्वरूप का अभिषेक कर पूजन किया गया।
महाशिवरात्रि की रात महासिद्धिदायिनी होती है, इसलिए उस समय किए गए दान और शिवलिंग की पूजा व स्थापना का फल निश्चित रूप से मिलता है। भक्तगणों ने शिवलिंग पर दूध, दही, गंगाजल, घी और बेलपत्र से शिवजी का अभिषेक किया। पं. कौमुदीप्रसाद पारीक ने कहा कि शिव जी को भोलेनाथ इसलिए कहा जाता है, क्योंकि वे बहुत जल्दी प्रसन्न होते हैं। करुणा उनके हृदय से निकलती है। ऐसे में शुद्ध मन और पूरे विधि-विधान से उनकी पूजा निश्चित रूप से फल देती है। इस मौके देवीनारायण सोनी, केदार शर्मा, करतार चौधरी, रामकल्याण, रवि विजयवर्गीय, जगदीशसिंह, महेन्द्रसिंह, महेन्द्र दाधीच, दीनदयाल जैमन, पूजारी विष्णु पाराशर, गणेश, मुकेश, मक्खन, अमित, केशव, विकास सोनी, अमित, अतुल पाराशर आदि मौजूद रहे।