मो फ़रमान पठान
www.daylife.page
मनोहरपुर (जयपुर)। अखिल भारतीय जांगिड़ ब्राह्मण महासभा तहसील सभा शाहपुरा के अध्यक्ष राजेश सजनलाल जांगिड़ मनोहरपुर के नेतृत्व में तहसील सभा के मुख्य सलाहकार अमर चंद लखन लाल नायन, मुरलीधर नाथावाला, साधु राम विधारा कार्यकारी अध्यक्ष बाबूलाल खोजा वाला, शिवदयाल जाला, शंकर लाल खोरी सहित दर्जनों जांगिड़ बंधुओं ने सृष्टि के रचयिता शिल्पकार भगवान श्री विश्वकर्मा के जन्मोत्सव पर राजस्थान सरकार के मुख्यमंत्री अशोक गहलोत के नाम उपखंड अधिकारी शाहपुरा के समक्ष उपस्थित होकर ज्ञापन प्रस्तुत किया।
जांगिड़ ने बताया भगवान श्री विश्वकर्मा सृष्टि के रचयिता के साथ-साथ देवों में एकमात्र शिल्पकार हैं जिन्होंने रावण की लंका हो भगवान राम की अयोध्या नगरी द्वापर में भगवान कृष्ण की नगरी सृष्टि में उन्हीं के द्वारा निर्माण किया गया भगवान विश्वकर्मा का वेदों में भी गुणगान किया जाता है कि भगवान विश्वकर्मा पीके आत्मनिर्भरता के प्रतीक है जिन के वंशज देश की आबादी का 30% से अधिक है जो करोड़ों लोगों को रोजगार भी दिए हैं। भगवान विश्वकर्मा के वंशज भवन निर्माण कृषि यंत्र के साथ-साथ इंटीरियर जगत में भी देश और विदेश में छाती प्राप्त किए हुए हैं।
जिनका ने केवल सरकार के विकास में सक्रिय भागीदारी है बल्कि भारत को आत्मनिर्भर बनाने में विश्वकर्मा जी का विशेष योगदान है। ऐसे भगवान की जयंती पर सरकार द्वारा राजकीय अवकाश घोषित न कर पाना भगवान विश्वकर्मा के वंशजों के साथ कुठाराघात है हम सरकार से ना रोजगार की मांग कर रहे हैं और ना ही सरकारी नौकरी की हमें भगवान विश्वकर्मा की जयंती पर साल का 1 दिन रात की अवकाश के रूप में चाहिए। हम अन्य समाजों की तरह ना रेल की पटरी उखाड़ उखाड़ लेंगे और ना ही देश प्रदेश में राज्य ता का माहौल पैदा करेंगे।
हम शांति से जीवन को जीने वाले सामाजिक प्राणी है लेकिन यदि सरकार ने हमें भगवान विश्वकर्मा की जयंती पर राजकीय अवकाश का का तोहफा नहीं दिया तो आने वाले चुनाव में राजस्थान का एक एक व्यक्ति भगवान विश्वकर्मा का वंशज है। वह सरकार के खिलाफ रहेगा ऐसे में हम मुख्यमंत्री से आशा करते हैं कि हमारी जायज मांग को पूरी करें।
हम विश्वास दिलाते हैं कि आपके द्वारा दिए गए इस तोहफे के बदले हम भगवान विश्वकर्मा के वंशज आपको चुनाव में शर्मिंदा नहीं होने देंगे। तहसील सभा शाहपुरा के जांगिड़ बंधुओं ने क्षेत्र विधायक आलोक बेनीवाल को विज्ञापन देने का निर्णय लिया है और उनसे मांग करेगा कि विधानसभा में अपने स्तर पर वे मुख्यमंत्री से सीधे मिलकर विश्वकर्मा वंश की जायज मांग रखें और इसकी पूर्ति करवाएं ऐसे हम उनसे अपेक्षा करते हैं।