कविता
लेखिका : ममता सिंह राठौर
www.daylife.page
विविधता का सौंदर्य लिखती हूँ
एक ही बगियाँ के अनगिनत गुलिस्ता लिखती हूँ
जो कहि नहीं वो हिंदुस्तान लिखती हूँ
सारे जहाँ से अच्छा मेरा भारत महान लिखती हूँ
रंग केशरिया अपनी पहचान लिखती हूँ
राणा की थाती और पन्ना का त्याग लिखती हूँ
जो अमिट है वो हिंदुस्तान लिखती हूँ
बलिदानी भूमि का गुमान लिखती हूँ
आन-बान-शान में जौहरो की आग लिखती हूँ
रवायत में भारतवंश लिखती हूँ
जिसकी माटी है चन्दन वो हिंदुस्तान लिखती हूँ