अत्यधिक सर्दी है, लेकिन बेघर लोगों के लिए रेन बसेरे ही पर्याप्त नहीँ है। अभी भी बेघर फुटपाथ पर सोए मिलते हैं। ओढने बिछाने के लिये कम्बल व स्वेटर आदि भी उन्हें नसीब नहीं हैं। सर्दी के मौसम को ध्यान रखते हुए सरकार को ठोस योजना बनाकर स्थाई रेन-बसेरो की व्यवस्था करनी चाहिए। इस पुनीत और इंसानी मदद के लिए स्वयंसेवी संस्थाओ को भी आगे आकर सरकार का सहयोग करना चाहिए।
लेखिका : लता अग्रवाल, चित्तौड़गढ़ (राजस्थान)।