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भीलवाड़ा। नगर परिषद में कार्यरत कर्मचारी आमजन को उनका पट्टा तो दिखा देते है। मगर उन्हें देते नहीं है। इसके पीछे (कर्मचारी) उनकी नियत सुविधा शुल्क लेने की होती है। विगत दिनों एक ऐसा ही मामला सामने आया है। जिसमें कर्मचारी ने पीडिता को तैयार पट्टा बना हुआ दिखा तो दिया मगर उसके बदले में सुविधा शुल्क नही मिलने पर उसे नही दिया गया।
जानकारी के अनुसार शहर के सेवा सदन स्कूल के पीछे भदादा बाग के पास वर्षो से रह रहे ओमप्रकाश ईनाणी ने अपने मकान का पट्टा बनाने के लिये वर्ष 2017 में नगर परिषद् भीलवाड़ा में आवेदन किया था। वर्तमान में राज्य सरकार के प्रशासन शहरो के संग अभियान के दौरान परिषद ने उसके मकान का पट्टा वर्ष 2021 में ही बना दिया। मगर अब तक उसे पट्टा नहीं दिया गया। जिससे परेशान होकर ईनाणी ने विगत दिनों भ्रष्टाचार के खिलाफ लडने वाली शहर की सामाजिक संस्था कंज्यूमर राइट्स ऑर्गेनाइजेशन को लिखित में शिकायत की जिस पर ऑर्गेनाइजेशन ने गुरुवार को जिला कलेक्टर आशीष मोदी से भेंट कर पीड़ित को पट्टा दिलाने के साथ ही दोषी बाबू (कर्मचारी) के खिलाफ कार्यवाही की मांग की है।
इनका कहना है
नगर परिषद के कमरा नं. 17 में बैठने वाले कर्मचारी उमेश पत्रिया मुझे पट्टा दिखाया मगर दिया नही। पिछले दो माह से चक्कर कटा रहा है। बदले में सुविधा शुल्क मांग रहा है।
पीडित ओमप्रकाश ईनाणी
भीलवाड़ा नगर परिषद के कर्मचारी आमजन के काम नही करते है। लोगो को चक्कर लगवाते है। इसके पीछे उनका क्या स्वार्थ छिपा है वो ही जानते है। इसकी शिकायत हमने गुरुवार को जिला कलेक्टर आशीष मोदी को की है। उन्होने नगर परिषद आयुक्त दुर्गा कुमारी को जांच करने के निर्देश दिये है।
अरविंद पोखरना जिला अध्यक्ष कंज्यूमर राइट्स ऑर्गेनाइजेशन