हिन्दी साहित्य में महादेवी का योगदान अविस्मरणीय है : ज्ञानेन्द्र रावत

महादेवी वर्मा जयंती समारोह

देश और समाज की विभूतियों को सम्मानित कर हम गौरवान्वित हैं : राजीव रंजन

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विगत दिवस नयी दिल्ली स्थित राजघाट परिसर में गांधी स्मृति एवं दर्शन समिति के सत्याग्रह मंडप में ग्लोबल कायस्थ कान्फ्रेंस के तत्वाधान में प्रख्यात कवियित्री महादेवी वर्मा का जयंती समारोह बडे़ धूमधाम से मनाया गया। समारोह का प्रारंभ कान्फ्रेंस के अध्यक्ष राजीव रंजन प्रसाद, प्रबंध न्यासी श्रीमती रागिनी रंजन, संदीप मारवाह, मीडिया एवं मनोरंजन समिति के प्रमुख, समाजसेवी व बीआईएम उपभोक्ता मामले, खाद्य एवं सार्वजनिक वितरण मंत्रालय, पर्यावरणविद,लेखक एवं वरिष्ठ पत्रकार ज्ञानेन्द्र रावत, संगीत नाटक अकादमी प्रभारी सुमन कुमार, लोकनायक जयप्रकाश अंतरराष्ट्रीय अध्ययन विकास केन्द्र महासचिव अभय सिन्हा, राजघाट समिति के सचिव रहे रजनीश जी, डा. राजेन्द्र प्रसाद केन्द्रीय कृषि विश्व विद्यालय के उप कुलपति डा. आर सी श्रीवास्तव, प्रख्यात नृत्यांगना कमलिनी-नलिनी व कान्फ्रेंस के महासचिव अनुराग सक्सेना ने दीप प्रज्जवलित कर किया।



समारोह में  साहित्य, कला, शिक्षा,शोध, लेखन, पत्रकारिता, संगीत,नृत्य, पेन्टिंग व समाज सेवा आदि विभिन्न विधाओं में देश का नाम रोशन करने वाली 27 प्रतिभाओं यथा सर्वश्री डा. वी के श्रीवास्तव, अशोक सक्सेना, उदय सहाय, विवेक भटनागर, आलोक अविरल, अलका सिन्हा, लक्ष्मी नारायण, कमल किशोर, राजीव रंजन, प्रेम कुमार, शालिनी श्रीवास्तव, डा.रंजन कुमार, सुबोध नंदन, जया श्रीवास्तव, श्रेया बसु, श्रुति सिन्हा, डा.नमृता आनंद, अलका श्रीवास्तव,रविनंदन कुमार, अविलाला श्रीधर, अनुज श्रीवास्तव, देवांश चंद्रा, श्रीमती सुभद्रा देवी, दीप कुलश्रेष्ठ, पवन सक्सेना, अंजन कुमार, नलिनी, कमलिनी आदि विभूतियों को महादेवी वर्मा स्मृति सम्मान से सम्मानित किया गया।

समारोह में अपने सम्बोधन में ग्लोबल कायस्थ कान्फ्रेंस के अध्यक्ष राजीव रंजन प्रसाद ने कहा कि गत वर्ष की भांति इस वर्ष भी विभिन्न क्षेत्रों में अपना उत्कृष्ठ योगदान देने वाली प्रतिभाओं को सम्मानित करते हुए हम गौरवान्वित हैं। यह हम सभी के लिए गर्व का विषय है कि समाज के लोगों ने विभिन्न विधाओं में कीर्तिमान स्थापित किया है और आज भी कर रहे हैं। हमारा हरसंभव प्रयास होगा कि समाज एकजुट होकर देश के विकास में अपनी महत्वपूर्ण भूमिका के निर्वहन में कोई कोर कसर न छोडे़। समाज का उत्थान ही हम सबका लक्ष्य होना चाहिए। अपने संबोधन में संदीप मारवाह ने कांफ्रेंस के इस प्रयास की सराहना करते हुए कहा कि महादेवी वर्मा की स्मृति में देश की प्रतिभाओं का सम्मान प्रशंसनीय कदम है। मैं इस दिशा में जो भी बन पडे़गा, हर संभव सहयोग करूंगा। समाज नित नयी ऊंचाइयां छुए, यही कामना करता हूं।

इस अवसर पर वरिष्ठ पत्रकार, लेखक एवं पर्यावरणविद ज्ञानेन्द्र रावत ने कहा कि हिन्दी साहित्य जगत की महान विभूति पूज्या महादेवी जी का हिन्दी साहित्य में अविस्मरणीय योगदान है। उसे भुलाया नहीं जा सकता। उनकी स्मृति में विभिन्न विधाओं की प्रतिभाओं को सम्मानित किया जाना एक विलक्षण कार्य है और इस हेतु भाई राजीव रंजन, अभय सिन्हा जी व बहिन रागिनी जी सहित उनकी समस्त टीम साधुवाद की पात्र हैं। मुझे इस पुनीत अवसर पर आमंत्रित किया गया, इस हेतु पुनः राजीव जी व रागिनी जी का आभार व्यक्त करता हूं। इस अवसर पर सभी क्षेत्रों में अपनी प्रतिभा के बलपर शीर्ष पर पहुंचने वाली विभूतियों की मौजूदगी समाज की उत्कृष्टता का जीवंत प्रमाण है। इसमें कोई दो राय नहीं। मैं आप सभी सम्मानित विभूतियों को प्रणाम करता हूं और आशा करता हूं कि आप नित नये कीर्तिमान स्थापित करते रहेंगे।

समारोह में प्रमुख रूप से पर्यावरण मामलों के जानकार प्रशांत सिन्हा, सुप्रीम कोर्ट के वकील अजय अमृत राज, राष्ट्रीय स्वाभिमान आंदोलन के जीवकांत झा, समाज के विभिन्न संगठनों के प्रतिनिधियों के अलावा प्रबुद्ध बुद्धिजीवियों, समाज सेवियों, पत्रकारों, कानूनविदों, शिक्षाविदों, वर्तमान व अवकाश प्राप्त प्रशासनिक व पुलिस अधिकारियों, संगीत व कला क्षेत्र की जानी-मानी हस्तियों सहित विभिन्न राज्यों के कान्फ्रेंस के पदाधिकारियों व सदस्यों की मौजूदगी विशेष रूप से उल्लेखनीय थी।