प्रमाण पत्र के लिये सात माह से कलेक्ट्रेट के चक्कर काट रही महिला





प्रकाश चपलोत जैन

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भीलवाड़ा। कलेक्ट्रेट में कार्यरत बाबू छोटे छोटे कार्य के लिये किस तरह गरीब व्यक्तियो को परेशान करते है इसका एक उदाहरण सोमवार को कलेक्ट्रेट में देखने को मिला जहा एक महिला अपने 02 बच्चों के ओबीसी प्रमाण पत्र के लिये पिछले सात महिने से कलेक्ट्रेट में कार्यरत बाबूओ के आगे पीछे चक्कर काट रही है। 

जानकारी के अनुसार शहर के शास्त्रीनगर में फल फ्रूट का ठेला लगाने वाले ओमप्रकाश आसनानी की पत्नी ने बताया कि उसके 11 वर्षीय पुत्र राजा आसनानी एवं 07 वर्षीय पुत्री कनिष्का आसनानी के ओबीसी प्रमाण पत्र लेने के लिये उसने 20 जुलाई 2021 को कलेक्ट्रेट में संचालित ई-मित्र प्रदीप कुमार सुखवाल के यहां समस्त दस्तावेज जमा करा दिये मगर आज दिन तक उसे अपने दोनों बच्चों का ओबीसी प्रमाण पत्र नहीं मिला जबकि उनकी जाति ओबीसी श्रेणी में आती है। तथा उनके परिवारजनों के पूर्व में ही ओबीसी प्रमाण पत्र है। 

प्रमाण पत्र लेने के लिए दर्जनों बार कलेक्ट्रेट के चक्कर काट चुकी यहा तक की तीन बार तो भीलवाड़ा तहसीलदार से भी मिली। मगर उन्होने में भी आश्वासन देने के अलावा कुछ भी नही किया। कलेक्ट्रेट में प्रमाण पत्र बनाने के लिये कुछ दलाल अवश्य मिलें मगर उनकी प्रमाण पत्र देने के एवज में मांगी जाने वाली राशि अधिक थी इसलिए मैंने उनसे सम्पर्क नही किया।