शैलेश माथुर की रिपोर्ट
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सांभरझील (जयपुर)। स्थानीय पुरानी धानमण्डी स्थित दरगाह शरीफ में रविवार से ख्वाजा हुसामुद्दीन चिश्ती जिगर सोख्ता रहमतुल्लाह अलेह का 703 वां उर्स शुरू हुआ। अजमेर हजरत ख्वाजा मोईऩुद्दीन हसन चिश्ती के सालाना उर्स के कुल की रस्म अदा होने के बाद अब यहां पर उर्स परवान पर है। हजारों की संख्या में राजस्थान सहित अनेक प्रदेशों से भारी संख्या में जायरीनों का आना पहले से ही तांता लगा हुआ है। ख्वाजा साहब की मजार पर चादर पेश कर जायरीनों की ओर से देश में अमन चैन व तरक्की की दुआयें मांगी जा रही है।
अकीदमंदों की ओर से जियारत की जा रही है, आने वाले जायरिनों को दरगाह खादिम अलताफ अहमद की ओर से जियारत करवायी जा रही है। उर्स की व्यवस्था को बेहतर तरीके से निभाने के लिये अंजुमन हुसामियां इस्लामियां कमेटी, दरगाह शरीफ खास ख्याल रख रही है। इसी क्रम में आज दरगाह में बाद नमाज इशा महफिले समा हुयी। अजमेर दरगाह दीवान सैय्यद जैनुल आबेदीन अली खां के पुत्र सैय्यद नसीरूद्दीन अली खान के उर्स के मौके पर सांभर आने पर उन्हें बैण्ड बाजों के साथ लाया गया।
इस मौके पर वाईस चेयरमैन नवलकिशोर सोनी ने अंजुमन कमेटी के पूर्व सदर अब्दुल हमीद कादिर, फुलेरा के अयूब खान की मौजूदगी में अपने प्रतिष्ठान पर स्वागत किया। इससे पहले फुलेरा विधानसभा क्षेत्र के वरिष्ठ नेता विद्याधर सिंह चौधरी की तरफ से आने वाले जायरिनों के लिये एक दिन का लंगर दिया गया। इस मौके पर चेयरमैन बालकिशन जांगिड़, रमेश चौधरी, सदर नदीम कुरेशी, केशियर मुज्जफर रहमान, पार्षद वकार युनुस, पार्षद सलीम मोहम्मद, शकील अहमद सहित अनेक की मौजूदगी रही।