सांभर पालिका ने समझाईश कर चार करोड़ की भूमि से अतिक्रमण हटाया

शाकम्भर कॉलेज के पीछे स्थित गैर मुमकीन रास्ते की भूमि का भी सीमाज्ञान हुआ

शैलेश माथुर की रिपोर्ट

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सांभरझील (जयपुर)। राजकीय शाकम्भर स्नातकोत्तर महाविद्यालय के पीछे स्थित गैर मुमकीन रास्ता की भूमि के नजदीक नगरपालिका के खाते में दर्ज आराजी खसरा नम्बर 511 की करीब तीन बीघा भूमि पर कई वर्षों से काबिज एक परिवार को अधिशाषी अधिकारी शिवराज कृष्णा व सहायक अभियन्ता रवि कुमार कुमावत ने समझाईश कर इसे अतिक्रमण से मुक्त कराने में सफलता हासिल की है। बताया जा रहा है कि उक्त भूमि का बाजार भाव करीब पांच हजार रूपये वर्गगज से अधिक है, जिसकी कुल कीमत साढे चार करोड रूपये आंकी जा रही है। 

ईओ शिवराज कृष्णा से बात करने पर बताया गया पालिका की ओर से सांभर क्षेत्र में जहां कहीं भी उनके अधिकार क्षेत्र की कृषि या आवासीय भूमि पर किन किन जगहों पर अतिक्रमण कर लोगों ने कब्जा कर रखा है उसका भी रिकॉर्ड देखकर पता लगाया जा रहा है। सांभर नगर के हित को ध्यान में रखते हुये हमारी ओर से इसके लिये प्रभावी कदम भी शीघ्र उठाये जायेंगे। बताया जा रहा है कि जिस जगह से उक्त भूमि को खाली करवाया गया है वहां पालिका की ओर से इसके लिये आगामी योजना का प्रारूप तैयार किया जायेगा, जिससे नगरपालिका को राजस्व की अच्छी प्राप्त होगी। उक्त कार्यवाही के दौरान सफाई निरीक्षक विनोद  कुमार पारीक की भी उपस्थिति रही।

गैर मुमकीन रास्ते का सीमाज्ञान भी करवाया : पालिका प्रशासन की ओर से शाकम्भर कॉलेज के पीछे की तरफ स्थित गैर मुमकीन रास्ता की भूमि पर लम्बे समय से कथित विवाद के कारण सड़क बनाये जाने का मामला अटका पड़ा है, अब उक्त रास्ते की भूमि का राजस्व विभाग के पटवारी की सहायता से सीमाज्ञान भी करवा कर उसे चिंहित कर लिया गया तथा पत्थरगढी भी कर ली गयी है। फुलेरा-नावा बाइपास रोड वाया सांभर कॉलेज के पीछे की तरफ से होते हुये जो रास्ता जा रहा है वहां पर पालिका की ओर से सड़क बनाने के लिये पहले ही समतल किया जा चुका है। बताया जा रहा है कि सीमाज्ञान होने के बाद सड़क बनाने का काम भी शुरू किया जायेगा। 

प्राप्त जानकारी के अनुसार जिस जगह पालिका की ओर से सडक बनायी जायेगी उसका खसरा नंबर 510, 536, 520 राजस्व रिकॉर्ड में गैर मुमकीन पहले से ही दर्ज है, जिसमें कानूनी परिपेक्ष्य में विवाद का कोई कारण भी नहीं बनता है। सहायक अभियन्ता रवि कुमार कुमावत से बात करने पर बताया कि तकनीकी समस्या दूर होने के बाद यह मार्ग सांभर से फुलेरा वाया इरोलाव व सांभर से नावां वाया गोरव पथ होता हुआ लिंक करेगा, इससे एक तो यह रास्ता शार्ट होने से ईधन व समय की बचत भी होगी ओर कई वर्षों पुरानी रास्ते की समस्या से भी छुटकारा मिल जायेगा।