सांभर में टीचर की कार्यप्रणाली से दरबार इंग्लिश मीडियम स्कूल में अशान्ति का माहौल

महिला स्टाफ ने भी लगाया अभद्र व्यवहार का आरोप, अभिभावकों ने बर्खास्त करने की मांग रखी

संयुक्त निदेशक, जिला शिक्षा अधिकारी व सीबीईओ तक मामला पहुंचा

शैलेश माथुर की रिपोर्ट 

www.daylife.page 

सांभरझील (जयपुर)। सांभर स्थित राजकीय दरबार उच्च माध्यमिक (इंग्लिश मीडियम) विद्यालय में पदस्थापित  वरिष्ठ अध्यापक (गणित) द्वारा अपनी ड्यूटी के दौरान कथित अजीबोगरीब हरकते करने का रोचक मामला प्रकाश में आया है। बताया जा रहा है कि इस वरिष्ठ अध्यापक की कार्यप्रणाली को लेकर स्कूल के प्रिंसीपल व अन्य स्टाफ के लोग भी हैरान व परेशान है। इसके व्यवहार को लेकर स्कूल की महिला टीचरों ने  भी स्कूल प्रशासन को लिखित शिकायत पेश कर  बताया है कि इस टीचर की ओर से ढंग से बात नहीं की जाती है, अभद्र व्यवहार किया जाता है जिसकी शिकायत मौखिक भी कई बार की जा चुकी है। 

सूत्रों से जानकारी मिली है कि उक्त टीचर के व्यवहार से दु:खी होकर खुद प्रिंसीपल की ओर से अभिभावकों, शाला के विद्यार्थियों व कुछ शिक्षिकाओं की ओर से पेश की गयी शिकायत को आधार बनाकर शिक्षा विभाग के संयुक्त निदेशक, मुख्य जिला शिक्षा अधिकारी (माध्यमिक)जयपुर को भेजकर तत्काल ही उचित कार्यवाही हेतु आग्रह किया है।  विद्यार्थियों की ओर से जो शिकायत पेश करना बताया है उसमें भी इस शिक्षक पर छात्रों को  शाला में कठोर दण्ड देने, शाला में नियमित रूप से शिक्षण कार्य नहीं करने जैसे आरोप है। प्रिंसीपल की ओर से इस आशय का एक चेतावनी नोटिस भी जारी करके उन्हें व्यवहार में बदलाव करने व शाला में नियमित रूप से शिक्षण कार्य करने के लिये चेताया जा चुका है, लेकिन इस बात को भी उनकी ओर से गंभीरता से नहीं लिया गया लिहाजा इस शिक्षक के व्यवहार से स्कूल का माहौल अशान्त बना हुआ है। 

सूत्रों ने यह भी  बताया कि इसके खिलाफ सांभर ब्लॉक में स्थित सीबीईओ स्तर से जांच भी करवायी जा रही है, लेकिन जांच गति नहीं पकड़ पा रही है, स्कूल प्रशासन का कहना है कि जांच में तीव्रता लाये जाने की जरूरत है। प्रिंसीपल ने खुद ने उक्त टीचर की शैली से दुखी होकर इस मामले को सार्वजनिक करते हुये अभिभावकों व जनप्रतिनिधियों की शाला परिसर में शनिवार को सभा बुलायी इस दौरान वे काफी देर तक भावुक भी रहे। अधिकांश शिक्षक के व्यवहार को लेकर काफी जने नाखुश थे तथा तत्काल प्रभाव से इस टीचर को यहां से अन्यत्र स्थानान्तरण करवाने का अपना पक्ष रखा तो कुछ ने सेवा से ही बर्खास्त करने की बात कही। 

आश्चर्य इस बात का है कि सांभर की इस स्कूल में ऐसा गंभीर मेटर चल रहा है, लेकिन विभाग के अफसरों ने अभी तक मौके पर पहुंचकर न महिला टीचरों के बयान कलमबन्द किये गये है और न ही गोपनीय तरीके से सत्यता का पता लगाये जाने के लिए कोई प्रयास किये जा रहे है कि आखिर मामले की सच्चाई क्या है। अभिभावकों ने इस बात को स्वीकार किया है कि इस शाला में काफी बेहतर बदलाव हुआ है, भामाशाहों की ओर से दी गयी सहायता के बाद यहां पर 40 लाख रूपये के विकास कार्य करवाये जा रहे है, नामांकन भी बढा है, लेकिन इस प्रकार के टीचर यहां पर रहेंगे तो स्कूल की छवि धूमिल हो सकती है। मीटिंग में जब मौजूद जनों ने उनसे इसका कारण पूछा तो इस टीचर की ओर से खुद का मानसिक संतुलन खो जाने की बात कही गयी जिससे सभी हतप्रभ रह गये। 

मालूम हुआ कि अब इस टीचर ने प्रिंसीपल को खुद का मानसिक संतुलन ठीक नहीं होने का मेडिकल छुट्टी पर जाने का प्रार्थना पत्र भी थमाया है, लेकिन मंगलवार को फिर से गाना गुनगुनाते हुये ये शाला परिसर पहुंच गये। सीबीईओ रविन्द्र कुमार से बात करने पर बताया कि हमारी ओर से जांच करवायी जा रही है, जैसे ही रिपोर्ट प्राप्त होगी तो उसे उच्चाधिकारियों को भिजवा दिया जायेगा। स्कूल के प्रिंसीपल टीकमचन्द मालाकार का कहना है कि उक्त गणित के टीचर के खिलाफ उक्त शिकायतों के आधार मैंने अधिकारियों को वस्तुस्थिति से अवगत करवा दिया है।