तीर्थ स्थल पर शराब की बोतलें मिली, कोने की दीवार को बनाया पेशाबघर
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सांभरझील (जयपुर)। सांभर में देवयानी तीर्थ स्थल पर गौमुख घाट के नजदीक ऐतिहासिक व प्राचीन शीशमहल बदमाशों व असामाजिक तत्वों की शरणस्थली बन गयी है। पवित्र सरोवर पर मौजूद इस महल के कोने को असामाजिक तत्वों की ओर से पूरी तरह से गंदा कर दिया गया है, गुटखे की पीक से सना हुआ है और बताया जा रहा है कि इस जगह को पेशाबघर की तरह काम में लिया जा रहा है। पूर्व पार्षद व कृष्णा ऑटो पार्टस के संचालक चन्द्रप्रकाश सैनी ने हालात का जायजा लेने के बाद बताया कि अंदर के एक अहाते में कुछ शराब की छोटी बोतलें पड़ी हुयी थी, जिसे किसी ने गंदगी से भर कर वहीं पर रख दिया है।
कुछ देवी देवताओं की तस्वीरोें को भी इसी परिसर में इधर उधर किसी ने फैंक दिया है। धर्म स्थल पर इस प्रकार की असामाजिक तत्वों की ओर से की गयी शरारत से यहां का माहौल दूषित हो सकता है, ऐसे लोगों की पहचान कर उन्हें खिलाफ सख्त कानूनी कार्यवाही अमल में लायी जाने की जरूरत है, इससे यहां आने वाले श्रद्धालुओं व पर्यटकों भी बुरा असर पड़ सकता है। इससे साफ पता चलता है कि यह प्राचीन महल किस तरह से शासन व प्रशासन की उपेक्षा का शिकार बना हुआ है।
बता दें कि यह प्राचीन महल को सम्राट अकबर के शीशमहल के नाम से जाना व पहचाना जाता है, जिसके नष्ट होते वजूद को बचाने के लिये पर्यटन व पुरातत्व विभाग की ओर से कुछ वर्षों पहले जीर्णोद्धार व रंग रोशन भी करवाया गया था, लेिकिन इस महल की छत व दीवारों का प्लास्टर अनेक जगहों से झड कर पूरी तरह से गायब हो चुका है, अधिकांश दीवारों पर किया गया रंग रोशन अब नजर नहीं आ रहा है। पूर्व पार्षद चन्द्रप्रकाश सैनी ने जिम्मेदार विभाग व सरकार से अपेक्षा की है कि तत्काल ही इस दिशा में ठोस कदम उठाकर ऐसे लोगों के खिलाफ सख्त कार्यवाही की जाये व प्राचीन महत्व की इस सम्पदा को फिर से ठीक करवाया जाये।