बोन एंड ब्रेन फिजियोथैरेपी क्लिनिक का सेवाभावी रहा वर्षगांठ सप्ताह

www.daylife.page

जयपुर। बोन एंड ब्रेन फिजियोथैरेपी क्लिनिक, ई-49, साइंस पार्क के सामने, शास्त्री नगर की वर्षगांठ के अवसर पर क्लिनिक परिसर में निःशुल्क फिजियोथैरेपी परामर्श शिविर आयोजित किया गया। इस शिविर में अनेक असाध्य एवं पुराने दर्द से पीड़ित मरीज लाभान्वित हुए। बोन एंड ब्रेन के स्थापना दिवस के अवसर पर डॉ. जावेद अहमद मरीजों के सामने अपने कॉन्फिडेंस से लबरेज नज़र आये, उन्होंने हर मरीज को खुद देखा, उनको सुना और अपनी टीम के सहयोगियों परामर्श देते हुए, फिजियोथैरेपी के ज़रिये मरीजों को देखक्र मार्ग दर्शन दिया।    

वर्षगांठ के अवसर पर महिलाओं, पुरुषों एवं युवा मरीजों ने शिविर में काफी दिलचस्पी दिखाई, कई मरीज अपने एक्सरे, एमआरआई एवं पुराने दुःख-दर्द के विभिन्न डॉ. के पर्चे लेकर शिविर में पहुंचे। ऐसे रोगियों को भी डॉ. जावेद ने उचित सलाह देकर उन्हें बीमारी से सम्बंधित परामर्श देकर एक्सरसाइज लगातार करने एवं फिजियो क्लिनिक आकर अपडेटेड टेक्नोलॉजी द्वारा उनका लाभ लेने का परामर्श भी दिया।  

इस अवसर पर मरीजों और डॉक्टर के बारे में जानना चाहा तो डॉ. जावेद ने कहा कि हमारा मकसद मरीजों को बेहतर सेवा देना, फिजियो के क्षेत्र में अपडेट टेक्नोलॉजी के साथ-साथ बेहतर इंस्ट्रूमेंट का उपयोग कर मरीजों को लाभान्वित कर उनका उपचार करना। उन्होंने बताया कि पिछले सालों में हमें दुर्लभ एवं अनेक ऐसे मरीजों को देखने का मौका मिला जिन्हें इधर-उधर भटक कर हताश देखा, लेकिन उनको हमने थोड़ा टाइम लेते हुए ठीक किया। यह हमारे लिए नया तजुर्बा रहा। हमारा मानना है मरीज के साथ-साथ डॉक्टर भी उस बीमारी या मरीज की समस्या से जल्द जल्द सही करना चाहता है।   

बोन एंड ब्रेन फिजियोथैरेपी क्लिनिक के डॉ. जावेद अहमद ने बताया कि हमारा मक़सद मरीजों, लोगों में फिजियोथेरैपी क्लिनिकल चिकित्सा पद्धति का प्रचार-प्रसार कर रोगियों को लाभान्वित करना है। फिजियोथेरैपी क्लिनिक पर हम विभिन्न बीमारी के मरीजों का इलाज प्रभावी ढंग से करते रहे हैं, जिनके परिणाम बेहतर रहे हैं और मरीजों का हमारे प्रति विश्वास बना है। एक मरीज जब ठीक होता है तो वह दूसरे को भी लेकर आता है। क्लिनिक पर हम लकवा (पेरेलेसिसि) , चेहरे का लकवा, कमर दर्द, स्याटिका, स्लिपडिस्क, रीड की हड्डी का टेढ़ापन दूर करना, पार्किंसन, गर्दन दर्द, मांसपेशियों का दर्द, कूल्हे जाम हो जाना, हाथ-पैरों में सुना आ जाना, फ्रेक्चर के बाद की समस्याएं, स्पोर्ट्स इंजरी, हाथ पैरों का टेढापन, कपिंग थैरेपी (हिजामा), शारीरिक विकलांगता, कंधे का दर्द, जोड़ों का दर्द, कोहनी एवं एड़ी का दर्द का कारगर इलाज नई तकनीकी वाली मशीनों के माध्यम से करते हैं, यह सब मरीज एवं रोगी की बीमारी अनुसार किया जाता है। 

डॉ. जावेद ने अपनी भविष्य की योजनाओं के बारे में बताया कि हमारा मकसद कल भी मरीजों को बेहतर सेवा देना रहा है और भविष्य में बेहतर से और बेहतर सेवा देते हुए फिजियो के क्षेत्र की अपडेट टेक्नोलॉजी को अपनाते हुए रोगियों को लाभान्वित करना रहेगा।