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जयपुर। राजस्थान मजदूर निर्माण पंचायत संगठन के तत्ववाधान में महामारी में लोक डाउन और मजदूरों की समस्याओं के बारे में प्रदेशाध्यक्ष मोहन लाल पारीक ने समस्त जिलाधिकारियों, कार्यकर्ताओं के आग्रह पर वार्तालाप किया जिसमें यह उभर कर सामने आया कि लोक डाउन में निर्माण मजदूरों, हथकरघा, लघु उद्योगों, धोबी, घरों में काम करने वाले युवक-युवतियां सभी अपने अपने घरों में बैठे हैं। इन सबकी रोजमर्रा की ज़िंदगी घर बैठे रहने से पारिवारिक दायित्वों का निर्वहन कैसे करें, ज्यादातर लोगों की कमर टूट चुकी है। उनके पास ना परिवार का भरण पोषण का इंतजाम है, ना ही पानी बिजली के बिल चुकाने के पैसे।
जूम मीटिंग में जुड़े काफी तादाद में मजदूर संगठनों के प्रतिनिधियों, पदाधिकारियों ने एक स्वर में कहा है कि हम सभी जानते हैं कि सरकार वर्तमान परिस्तिथियों में कोरोना महामारी, वैक्सीन जैसी समस्याओं से नागरिकों को बचाने में लगी है, वहीँ सरकार हम लोगों के लिए कोई रास्ता निकाले ताकि अपने बच्चों का पेट भर सके। उन्होंने कहा है कि मजदूरों को अभी तक ना ही सरकार से, ना ही किसी संस्था से उनके भोजन का इंतजाम हुआ किया जा रहा है, गली, मोहल्लों में ये लोग परेशान हाल देखे जा सकते हैं अतः अविलम्ब सरकार मजदूरों की समस्याओं का समाधान करें, कहीं परेशान होकर ये लोग सड़कों, चोकटियों पर विरोध प्रदर्शन करने नहीं उतर जाए।
प्रदेशाध्यक्ष पारीक ने सरकार से मांग की है कि मजदूरों की समस्याओं को ध्यान में रखते हुए इन्हें कोरोना के लोक डाउन में राहत दी जाए ताकि ये तबका भी अपना भरण पोषण कर सके। (प्रेसनोट)