हनुमानगढ़ में शराब ठेकेदारों को मनाने की कवायद में जुटा प्रशासन

आबकारी शुल्क व गारंटी राशि में छूट नहीं देने पर दुकानों के अनुज्ञा पत्र सरेंडर करने की चेतावनी

मांगे पूरी नहीं होने तक धरना समापत नही करने पर अड़े शराब ठेकेदार

सुनील धूड़िया 

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हनुमानगढ़। जन अनुशासन पखवाड़ा जारी रहने तक मासिक गारंटी शुल्क व आबकारी शुल्क में छूट प्रदान करने की मांग को लेकर मंगलवार को दूसरे दिन शराब ठेकेदार द्वारा लॉकडाउन के बीच शराब दुकानें बंद कर धरना जारी रहा। जिला मुख्यालय पर शराब ठेकेदारों ने सोमवार को अंग्रेजी व देसी शराब गोदामों के समक्ष धरना-प्रदर्शन करते हुए आबकारी शुल्क व गारंटी राशि में छूट नहीं देने पर दुकानों के अनुज्ञा पत्र सरेंडर करने की चेतावनी दी। मांगों के संबंध में मुख्यमंत्री, आबकारी आयोग व जिला आबकारी अधिकारी को ज्ञापन प्रेषित किए। 

विरोध प्रदर्शन कर रहे शराब ठेकेदारों का कहना था कि आबकारी नीति के अनुसार मदिरा बेचान के लिए सुबह 10 बजे से रात्रि 8 बजे तक का समय निर्धारित है। लेकिन अब राजस्थान सहित पूरे देश में कोविड़ 19 का प्रकोप लगातार बढ़ता जा रहा है। इसके कारण करीब करीब सभी व्यवसायिक कार्य बाधित हो चुके हैं। राज्य सरकार की ओर से 24 मई तक रेड अलर्ट जन अनुशासन पखवाड़ा लागू किया गया है । इसके तहत मदिरा की दुकानों व अन्य प्रतिष्ठानों को केवल मात्र सुबह 6 बजे से सुबह 11 बजे तक बिक्री करने व व्यवसाय खुला रखने की अनुमति है। यह भी सप्ताह में 5 दिन के लिए ही लागू है। व्यवसायिक वाहनों को भी चलाने की अनुमति नहीं है। निजी वाहनों को भी इस्तेमाल करने के लिए सरकार की ओर से पाबंदी लगा दी गई है। 

इस वजह से मदिरा विक्रय शून्य के स्तर पर आ चुका है। शराब ठेकेदार की ओर से दुकान का किराया निकालना व बिजली बिल भरना भी मुश्किल हो गया है। उन्होंने बताया कि आबकारी नीति के अनुसरण में कुल गारंटी राशि को मासिक रूप से 12 माह में पूर्ति करना अनिवार्य है लेकिन वर्तमान परिस्थितियों के चलते व शून्य के बराबर बिक्री को देखते हुए ऐसा किया जाना असंभव है। शराब ठेकेदारों ने मांग की कि वर्तमान परिस्थितियों के मद्देनजर अप्रेल से लेकर जब तक दुकानें सम्पूर्ण समय के लिए सुचारू रूप से खोलने की अनुमति नहीं दी जाती तब तक के लिए आबकारी शुल्क, गारंटी व अन्य राशिया जमा कराने से छूट प्रदान की जाए। साथ ही जितने समय तक जन अनुशासना पखवाड़ा जारी रहता है तब तक की राशि सम्पूर्ण गारंटी राशि में से कम की जाए। 

शराब ठेकेदारों ने चेतावनी दी कि यदि उनकी मांग नहीं मानी गई तो वे अपनी दुकानों के अनुज्ञा पत्र इस शर्त के साथ सरेंडर करने को तैयार हैं कि उनकी ओर से जमा कराई गई सम्पूर्ण कम्पोजिट फीस न्यूनतम गारंटी राशि व सिक्योरिटी डिपोजिट रिफंड की जाए। मंगलवार को शराब ठेकेदारों की बैठक उपखण्ड अधिकारी व जिला कलेक्टर से वार्ता हुई। जिला कलेक्टर ने शराब ठेकेदारों को उच्च अधिकारियों से वार्ता कर सकारात्मक परिणाम आने का आश्वासन दिया। शराब ठेकेदारों का धरना मांगे पूरी नही होने तक जारी रहेगा। इस मौके पर राजेन्द्र चौधरी, प्रदीप तिवाड़ी, भंवरसिंह, दलीप सिंह, विनोद भगवती, प्रेम कासनिया, भादरा से दिनेश महबूब खान, जयचंद बेनीवाल, संगरिया से शेखर , लालचंद भाट, विनोद बेनीवाल, हनुमानगढ़ से राकेश निवास, विनोद खीचड़, रामप्रताप, पप्पू, सतपाल शर्मा सहित कई शराब ठेकेदार मौजूद थे।