औसत सीटीसी 19.27 लाख रुपए प्रति वर्ष, उच्चतम पैकेज 34.98 लाख रुपए प्रति वर्ष
आईआईएम उदयपुर ने 2020-21 के बैच के लिए ग्लोबल सप्लाई चेन मैनेजमेंट में एक वर्षीय एमबीए के लिए 100 फीसदी प्लेसमेंट हासिल किया।
ग्लोबल सप्लाई चेन मैनेजमेंट में एमबीए के 8 वें बैच को 9 फर्मों से ऑफर मिले हैं, जिनमें 5 रिक्रूटर्स ने पहली बार संस्थान के साथ साझेदारी
जीएससीएम पूर्णकालिक आवासीय कार्यक्रम है जो 2013 में शुरू हुआ था। आईआईएम उदयपुर एकमात्र ऐसा आईआईएम है, जो इस डोमेन में एक वर्ष का फुल टाइम एमबीए प्रोग्राम संचालित करता है।
http//daylife.pageउदयपुर। आईआईएम उदयपुर ने 2020-21 के बैच के लिए ग्लोबल सप्लाई चेन मैनेजमेंट में एक वर्षीय एमबीए के लिए 100 फीसदी प्लेसमेंट हासिल किया है। 2020-21 बैच के विद्यार्थियों को औसतन 19.27 लाख प्रति वर्ष का सीटीसी प्राप्त हुआ, जिसमें सबसे अधिक पैकेज 34.98 लाख रुपए प्रति वर्ष का है।
संस्थान के ग्लोबल सप्लाई चेन मैनेजमेंट में एमबीए के 8 वें बैच को 9 फर्मों से ऑफर मिले हैं, जिनमें 5 रिक्रूटर्स ने पहली बार संस्थान के साथ साझेदारी की है। कंपनियों में एक्सेंचर स्ट्रेटेजी, बीएनवाई मेलन, ब्रिस्टलकोन, कॉग्निजेंट, दिल्लीवरी, डीपी वल्र्ड, जैन इरिगेशन सिस्टम्स लिमिटेड, थॉटवक्र्स और वॉलमार्ट लैब्स शामिल हैं। सेक्टर-वार ब्रेक-अप की बात करें, तो लगभग 37 प्रतिशत ऑफर कंसल्टिंग फर्मों द्वारा दिए गए, इसके बाद लॉजिस्टिक्स द्वारा 26 प्रतिशत ऑफर, टेक कंपनियों से 26 प्रतिशत और शेष 11 प्रतिशत आफर्स बीएफएसआई और मैन्युफैक्चरिंग से मिले।
आईआईएम उदयपुर के छात्रों ने सप्लाई चेन, आपरेशंस, सोर्सिंगएंड प्रोक्योरमेंट और प्रोजेक्ट मैनेजमेंट में एक्सेंचर स्ट्रेटेजी, ब्रिस्टलकोन, और थॉटवक्र्स जैसी कंपनियों में कुछ सबसे अधिक डिमांड में रहने वाली भूमिकाएं हासिल की हैं। इसके अलावा, छात्रों को प्रोडक्ट मैनेजमेंट, आपरेशंस एक्सीलैंस, सप्लाई चैन और बिजनैस डेवलपमेंट जैसे डोमेन में भी बेहतर प्लेसमेंट मिला है।
आईआईएम उदयपुर के डायरेक्टर प्रो. जनत शाह ने कहा, कारोबार के सभी क्षेत्रों में वैश्विक महामारी के कारण उपजी चुनौतियों के बावजूद, बैच को 100 प्रतिशत प्लेसमेंट मिलना बहुत आश्वस्त करता है। यह वास्तव में कार्यक्रम की अहमियत और उसकी प्रासंगिकता को ही साबित करता है। यह उल्लेखनीय रूप से ऐसे समय में हुआ है जब भारत एक ग्लोबल मैन्युफैक्चरिंग हब के रूप में अपनी पहचान बना रहा है, जिसमें ग्लोबल सप्लाई चेन मैनेजमेंट में एक साल के एमबीए जैसे पाठ्यक्रम की उपयोगिता भी प्रमाणित होती है। ऐसे पाठ्यक्रमों के माध्यम से प्रबंधकीय प्रतिभा से युक्त होनहार विद्यार्थी उद्योग के लिए एक महत्वपूर्ण स्रोत साबित हो सकते हैं।
आईआईएम उदयपुर ने कोविड के कारण उत्पन्न चुनौतीपूर्ण समय के बावजूद अपनी विकास यात्रा को जारी रखा है और इंडस्ट्री के कुछ नए और प्रसिद्ध नामों को आकर्षित किया है। बैच के टाॅप 10 पर्सेन्टाइल ने औसतन 34,97,647 रुपए का सीटीसी प्राप्त किया, टाॅप 20 पर्सेन्टाइल ने औसतन 30,83,907 रुपए और टाॅप 50 पर्सेन्टाइल ने औसत 23,33,363 रुपए का सीटीसी हासिल किया।
आईआईएम उदयपुर के हैड- सेंटर ऑफ सप्लाई चेन मैनेजमेंट आर चंद्रशेखर ने कहा, लीडरशिप से संबंधित क्षमता के निर्माण पर ध्यान देने के साथ ग्लोबल सप्लाई चेन मैनेजमेंट में एक साल का एमबीए पाठ्यक्रम छात्रों को अत्यंत प्रतिष्ठित संकाय सदस्यों और सप्लाई चेन मैनेजमेंट डोमेन की दिग्गज हस्तियों से सीखने का अवसर प्रदान करता है। मैं जीएससीएम सलाहकार बोर्ड के सदस्यों को उनके निरंतर समर्थन और रणनीतिक मार्गदर्शन के लिए भी धन्यवाद देता हूं। चूंकि वैश्विक व्यापार परिदृश्य अब महामारी के प्रभाव से उबरने का प्रयास कर रहा है, ऐसी सूरत में बिजनेस मैनेजर्स के लिए यह एक शानदार अवसर है, जब वे भारत समेत दुनियाभर की अर्थव्यवस्था के विकास के लिए जटिल सप्लाई चेेन का बेहतर प्रबंधन कर दिखाएं।
आईआईएम उदयपुर का ग्लोबल सप्लाई चेन मैनेजमेंट प्रोग्राम- ग्लोबल सप्लाई चेन मैनेजमेंट में एक साल का एमबीए प्रोग्राम मैनेजमेंट फंडामेंटल्स में साॅलिड फाउंडेशन और जीएससीएम में गहन विशेषज्ञता प्रदान करता है। यह पूर्णकालिक आवासीय कार्यक्रम है जो 2013 में शुरू हुआ था। (प्रेस विज्ञप्ति)