समाज की प्रतिभायें देश की धरोहर : ज्ञानेन्द्र रावत
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दिल्ली। पटपड़गंज स्थित आई पैक्स भवन के सभागार में विश्व जल दिवस के उपलक्ष्य में एक दिन पूर्व आयोजित भव्य समारोह में नव प्रभात जन सेवा संस्थान द्वारा समाज के विभिन्न क्षेत्रों यथा-शिक्षा, विधि, विज्ञान, समाज सेवा, पर्यावरण, जल संरक्षण, वृक्षारोपण आदि आठ क्षेत्रों में उत्कृष्ठ योगदान देने वाली 25 विभूतियों को प्रख्यात नदी वैज्ञानिक, आईआईटी कानपुर के पूर्व विभागाध्यक्ष, गंगा पुत्र के नाम से विख्यात और मां गंगा की अविरलता-निर्मलता हेतु अपने प्राणों की आहुति देने वाले प्रो.जी.डी.अग्रवाल उर्फ स्वामी सानंद की स्मृति में दिये जाने वाले सम्मान से सम्मानित किया गया। समारोह के मुख्य अतिथि जाने-माने पर्यावरणविद, लेखक एवं वरिष्ठ पत्रकार ज्ञानेन्द्र रावत थे व समारोह की अध्यक्षता दूरदर्शन के पूर्व निदेशक प्रख्यात साहित्यकार,रंगकर्मी डा. अमर नाथ अमर ने की। समारोह के विशिष्ठ अतिथि प्रख्यात शिक्षाविद, ग्रीन इंडिया फाउंडेशन के अध्यक्ष, हरियाणा में तालाब पुनरुद्धार अभियान के प्रणेता व वर्ल्ड वाटर काउंसिल के सदस्य डा.जगदीश चौधरी थे।
प्रारंभ में संस्था की प्रमुख श्रीमती सुमन द्विवेदी ने इस अवसर पर आये सभी आगंतुकों का हार्दिक स्वागत किया और पर्यावरण संरक्षण हेतु संस्था द्वारा किये गये कार्यों की सिलसिलेवार जानकारी दी । इसके उपरांत ख्यात प्राप्त मौसम विज्ञानी श्रीमती सुषमा सिंह के कार्यक्रम सुनो-सुनाओ के तहत कवियों ने नदी, जल की महत्ता व वीर रस सम्बंधित काव्य पाठ कर श्रोताओं को मंत्रमुग्ध कर समां बांध दिया।
कार्यक्रम में मुख्य अतिथि ज्ञानेन्द्र रावत गाजियाबाद के सिटी फारेस्ट में चल रहे तीन दिवसीय हिन्डन महोत्सव के अंतिम दिन प्रातःकाल हिन्डन मंथन में सहभागिता कर जैसे ही सभागार में पधारे, सभी पर्यावरण प्रहरियों, जल योद्धाओं, समाज विज्ञानियों आदि ने करतल ध्वनि से उनका स्वागत किया। सबसे पहले ज्ञानेन्द्र रावत ने अपने सम्बोधन में जल दिवस के उपलक्ष्य में आयोजित इस समारोह में उपस्थित आगंतुकों का स्वागत करते हुए सम्मानित होने वाली विभिन्न प्रतिभाओं के कार्यों की सराहना की और लोगों से उनसे प्रेरणा लेने की अपील की। इस बीच डा.अमरनाथ अमर व सम्मानित होने वाले व विभिन्न गणमान्य व्यक्तियों, प्रतिभाओं ने अपने अपने कार्यों का सिलसिलेवार खुलासा किया और इस दौरान होने वाले अनुभवों को साझा किया।
इसके उपरांत समारोह के मुख्य अतिथि ज्ञानेन्द्र रावत, डा. अमर नाथ अमर व विशिष्ठ अतिथि डा.जगदीश चौधरी ने नदी पुत्र के रूप में विख्यात अशोक उपाध्याय व हिंडन नदी के पुनर्जीवन हेतु लगभग डेढ़ दशक से संघर्षरत व हरनंदी नामक नदी संरक्षण पत्रिका के यशस्वी संपादक प्रशांत वत्स को नदी रत्न समान, वर्षाजल संचय,संरक्षण व पर्यावरण के क्षेत्र में एनसीआर में उत्कृष्ठ योगदान देने वाले प्रशांत सिन्हा को पर्यावरण रत्न सम्मान से सम्मानित किया गया।
इसके अलावा समाज सेवा के लिए रामवीर सिंह, सुरेश बिन्दल, विजयपाल यादव,धीरेन्द्र श्रीवास्त़व, श्रीमती सुषमा सिंह, श्रीमती माधवी शर्मा, शिक्षा क्षेत्र में श्रीमती सुषमा सहरावत को शिक्षा रत्न सम्मान, विधि क्षेत्र हेतु चंद्र शेखर आश्री को विधि गौरव सम्मान, विजय कुमार तिवारी व राम अवतार वैरवा को मीडिया गौरव सम्मान, जल संरक्षण के क्षेत्र में श्रीमती राखी चौधरी, आशीष शर्मा, कुमारी तारिषी सक्सैना व राजीव कुमार( 100 करोड़ ट्री) को जल प्रहरी सम्मान व पर्यावरण संरक्षण में अपनी प्रभावी भूमिका के निर्वहन हेतु श्रीमती जयश्री सिन्हा, श्रीमती अनिला रामपुरिया, श्रीमती शैली अग्रवाल, श्रीमती अनुभा जैन व यूएनओ के दक्षिण एशिया क्षेत्र के जलवायु परिवर्तन प्रभारी के साथ एतिहासिक भूमिका निबाहने वाले 12 वर्षीय चिरंजीव आरव सेठ व 16 वर्षीय कुमारी श्रेया तुली को पर्यावरण प्रहरी सम्मान से सम्मानित किया गया।
अंत में ग्रीन इंडिया फाउंडेशन के अध्यक्ष, वर्ल्ड वाटर कौंसिल के सदस्य व हरियाणा में तालाब पुनरूद्धार योजना के प्रमुख विशिष्ठ अतिथि डा.जगदीश चौधरी को शाल ओढाकर डा.जी डी अग्रवाल स्मृति जल रत्न सम्मान से सम्मानित किया। समारोह के अंत में संस्था के महासचिव राजकुमार दूबे ने सभी उपस्थित जनों, जल प्रहरियों,पर्यावरण प्रहरियों व अतिथियों का आभार व्यक्त किया और कहा कि जल व पर्यावरण संरक्षण की दिशा में संस्था लगातार प्रयासरत रहेगी।