निरोगी राजस्थान की परिकल्पना को करेंगे साकार : चिकित्सा एवं स्वास्थ्य राज्यमंत्री
सद्दीक अहमद की रिपोर्टhttp//daylife.page
जयपुर। राजस्थान के चिकित्सा एवं स्वास्थ्य राज्यमंत्री डॉ. सुभाष गर्ग ने टीकाकरण से छूट रहे बच्चों को सम्बंधित टीके की खुराक देकर मिशन इन्द्रधनुष-3 जिलास्तरीय अभियान की शुरूआत की। डॉ. गर्ग ने यहाँ 22 गोदाम स्थित बंगाली बस्ती में टीकाकरण के मिशन इन्द्रधनुष-3 जिलास्तरीय अभियान के प्रथम चरण के शुभारम्भ अवसर पर पत्रकारों से वार्ता करते हुए बताया कि मुख्यमंत्री अशोक गहलोत की निरोगी राजस्थान की परिकल्पना को साकार करने के लिए चिकित्सा एवं स्वास्थ्य विभाग प्रतिबद्ध है। उन्होंने कहा कि प्रदेश में महिलाओं और बच्चों के बेहतर स्वास्थ्य पर सरकार का ध्यान केन्द्रित है और इसी के अन्तर्गत प्रदेश में निरन्तर टीकारण कार्यक्रम संचालित किए जा रहे हैं।
चिकित्सा राज्य मंत्री ने बताया कि प्रदेश में टीकाकरण कार्यक्रम के तहत सघन मिशन इन्द्रधनुष-3 का प्रथम चरण 22 फरवरी से आगामी 15 दिनों तक संचालित रहेगा। उन्होंने बताया कि केन्द्रीय स्वास्थ्य मंत्रालय के निर्देशानुसार दो चरणों में यह अभियान 15-15 दिन संचालित किया जायेगा और नियमित टीकाकरण से वंचित रह गये बच्चों एवं गर्भवती महिलाओं को संबंधित टीके निःशुल्क लगाये जायेंगे। उन्होंने बताया कि प्रथम चरण में प्रदेश के 24 जिलों को शामिल किया गया है एवं इन जिलों में कुल 3 हजार 963 टीकाकरण सत्र आयोजित किये जायेंगे।
इस अभियान में जन्म से 2 वर्ष की उम्र के 23 हजार 980 बच्चों और 6 हजार 268 गर्भवती महिलाओं को संबंधित टीके लगाकर प्रतिरक्षित करने का लक्ष्य निर्धारित किया है। कोविड-19 महामारी के कारणवश विगत् महीनों में टीकाकरण कराने से वंचित रहे बच्चे व गर्भवती महिलाओं को भी इस सघन मिशन इन्द्रधनुष अभियान के इन चरणों में आवश्यक टीके लगाये जायेंगे।
उन्होंने बताया कि अभियान के प्रथम चरण 24 जिलों अजमेर, अलवर, बारां, भरतपुर, बाडमेर, भीलवाड़ा, बीकानेर, कोटा, नागौर, पाली, प्रतापगढ़, सीकर, चित्तौड़गढ़, चूरू, दौसा, गंगानगर, हनुमानगढ, जयपुर, जैसलमेर, जालौर, झुंझुनूं, जोधपुर, टोंक एवं उदयपुर के चयतिन ग्राम, ढ़ाणियों एवं शहरी क्षेत्रों में टीकाकरण सत्र लगाये जायेंगे। राजकीय अवकाश, रविवार एवं नियमित टीकाकरण दिवस के दिन मिशन इन्द्रधनुष अभियान के टीकाकरण सत्र आयोजित नहीं किये जायेंगे।
कोरोना : लापरवाही पड़ेगी भारी
चिकित्सा राज्यमंत्री ने बताया कि कोरोना खत्म नहीं हुआ है, इसका प्रभाव अभी कायम है। जिस तरह देश के कुछ हिस्सों में कोरोना के मामलों में फिर से वृद्धि् हो रही है। यह हम सब के लिए चेतावनी है। उन्होंने कहा कि सूबे के मुख्यमंत्री अशोक गहलोत के नेतृत्व में चिकित्सा एवं स्वास्थ्य विभाग के बेहतरीन कोरोना प्रबंधन और रोकथाम के उपायों के फलस्वरूप प्रदेश में कोरोना पर नियंत्रण संभव हुआ है। किन्तु अभी भी कोरोना खत्म नहीं हुआ है। इससे सम्बन्धित एसओपी का नियमित पालन करके ही हम कोरोना से बचाव कर सकते हैं। उन्होंने कहा कि मास्क लगाएं, सामाजिक दूरी का पालन करें और हाथों को नियमित सेनेटाइज करें। इसमें लापरवाही बरतना भारी पड़ सकता है।
इस जिलास्तरीय अभियान के शुभारम्भ अवसर पर मिशन निदेशक एनएचएम नरेश कुमार ठकराल, निदेशक आरसीएच डॉ. एल.एस.ओला, परियोजना निदेशक टीकाकरण डॉ. रघुराज सिंह, डब्ल्यू एच ओ के स्टेट हैड डॉ. राकेश विश्वकर्मा, सीएमएचओ जयपुर प्रथम डॉ. नरोत्तम शर्मा सहित अन्य-उच्च अधिकारीगण मौजूद थे।