प्रभात किरण गीतों की दुनिया के ऐसे सितारे जो हमेशा याद किये जायेंगे : ज्ञानेन्द्र रावत


प्रख्यात गीतकार प्रभात किरण नहीं रहे


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नयी दिल्ली। वरिष्ठ पत्रकार एवं पर्यावरणविद ज्ञानेन्द्र रावत ने प्रख्यात गीतकार प्रभात किरण के निधन पर गहरा शोक व्यक्त करते हुए कहा है कि साहित्याकाश के अनूठे चितेरे और जाने माने गीतकार प्रभात किरण जी का लम्बी बीमारी के बाद आज निधन हो गया। 


वह गीतों की दुनिया के ऐसे सितारे थे जो हमेशा याद किये जायेंगे। उनके निधन से एटा जनपद ने ही नहीं देश ने एक महान गीतकार खो दिया है। वह पिछले काफी लम्बे अरसे से बीमार चल रहे थे। उनके निधन से काव्य जगत की जो अपूरणीय क्षति हुयी है, उसकी भरपायी असंभव है। मुझे उनका अपार स्नेह मिला । ईमानदारी के प्रतिमान थे वह। संकटों और विपन्नता से निरंतर जूझते रहने के बावजूद भी उन्होंने कभी भी अपनी पीड़ा को जबान पर नहीं आने दिया। जीवन की आखिरी बेला में आंखों की ज्योति ने उन्हें धोखा दे दिया था। 


साहित्यकार -कवि सुरेन्द्र रावत ने प्रभात के निधन पर शोक व्यक्त करते हुए कहा कि श्री प्रभात जी जैसे विलक्षण व्यक्तित्व के धनी थे, वैसे ही उनकी कविताओं में विलक्षणता के साथ साथ समाज की पीड़ा स्पष्ट दृष्टिगोचर होती थी। सरल हृदय, सादगी के प्रतीक प्रभात किरण जी असलियत में  गीतकार के साथ -साथ समाज विज्ञानी भी थे।