लोकतंत्र और संविधान की रक्षा में गांधीजी के सूत्र महत्वपूर्ण : अशोक गहलोत

महात्मा गांधी की 150वीं जयन्ती वर्ष


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जयपुर। राजस्थान के मुख्यमंत्री अशोक गहलोत ने कहा है कि महात्मा गांधी की 150वीं जयन्ती वर्ष के उपलक्ष्य में आयोजित कार्यक्रमों का उद्देश्य बड़ी संख्या में आम लोगों और संस्थाओं को इन आयोजनों से जोड़कर राष्ट्रपिता के सत्य, अहिंसा और शांति के संदेश को नई पीढ़ी तक पहुंचाना है। हमें इन आयोजनों के माध्यम से देश की आजादी के आंदोलन, महापुरूषों के विचारों और हमारे संविधान के मूल्यों का अधिक से अधिक प्रचार-प्रसार करना चाहिए। 


मुख्यमंत्री निवास पर गहलोत महात्मा गांधी की 150वीं जयन्ती कार्यक्रमों के विषय में कला, साहित्य, संस्कृति एवं पुरातत्व विभाग की बैठक की अध्यक्षता कर रहे थे। उन्होंने कहा कि आज की परिस्थितियों में आमजन को लोकतंत्र की रक्षा और संविधान की रक्षा के लिए प्रोत्साहित करने में गांधीजी के सूत्र बहुत महत्वपूर्ण हैं। उन्होंने कहा कि हमें अधिक से अधिक लोगों, विचारकों, विशेषज्ञों और संस्थाओं को साथ लेकर महात्मा गांधी के विचारों को जन-जन तक पहुंचाना होगा। मुख्यमंत्री ने कहा कि इसके लिए केवल कुछ संगोष्ठी या कार्यक्रमों का आयोजन ही काफी नहीं होगा, इसलिए जयंती वर्ष के कार्यक्रमों को एक साल तक बढ़ाया गया है, ताकि ऎसे आयोजन लगातार चलते रहें। उन्होंने कहा कि कोविड-19 महामारी को देखते हुए ऎसे कार्यक्रम वेबीनार के माध्यम से मासिक और पाक्षिक अन्तराल पर आयोजित किए जाते रहें और इनमें अधिक से अधिक लोगों की भागीदारी सुनिश्चित की जाए।


मुख्यमंत्री गहलोत ने कहा कि हमें संविधान की रक्षा के लिए महात्मा गांधी के सिद्धांतों के प्रचार-प्रसार कर माहौल बनाए रखना चाहिए। उन्होंने वीडियो कान्फ्रेंस के माध्यम से महात्मा गांधी पर ग्लोबल कॉनक्लेव के आयोजन की तैयारी करने के निर्देश दिये। उन्होंने कहा कि गांधीजी से जुड़े कार्यक्रमों में अधिक से अधिक एनजीओ की भागीदारी की जाए। साथ ही अहिंसा प्रकोष्ठ की गतिविधियां भी नियमित रूप से गांधीजी के सिद्धांतों के अनुरूप आयोजित की जाएं। उन्होंने विभाग के अधिकारियों को महात्मा गांधी की जीवनी पर आधारित लाइट एण्ड साउण्ड शो तैयार कराने के निर्देश दिए। उन्होंने कहा कि इस शो को उन स्थलों के आस-पास प्रदर्शित किया जाए, जहां बड़ी संख्या में देशी-विदेशी पर्यटक आते हैं। जयपुर में स्थापित होने वाले महात्मा गांधी म्यूजियम पर भी बैठक में विस्तृत चर्चा हुई। 


राजस्थान के कला संस्कृति मंत्री बीडी कल्ला ने बैठक में बताया कि आगामी 2 अक्टूबर को राज्य से लेकर जिला एवं ब्लॉक स्तर तक कार्यक्रम आयोजित किये जाएंगे। इन आयोजनों की थीम महात्मा गांधी का शांति एवं अहिंसा का संदेश होगा। शासन सचिव कला एवं संस्कृति श्रीमती मुग्धा सिन्हा ने आगामी 11 सितंबर को सत्याग्रह दिवस के अवसर पर ’सत्यमेव जयते’ विषय पर एक दिवसीय राज्य स्तरीय आयोजन का सुझाव दिया, जिसमें कविता प्रतियोगिता आदि कार्यक्रम होंगे।


उन्होंने बताया कि 2 अक्टूबर को राज्य स्तरीय महात्मा गांधी सद्भावना अवार्ड प्रदान किये जाएंगे, जिनके लिए नामांकन की अंतिम तिथि 15 सितम्बर है। उन्होंने प्रथम प्रधानमंत्री पं. जवाहर लाल नेहरू के जन्मदिवस के उपलक्ष्य में आगामी 14 नवम्बर को बाल दिवस पर नेहरू बाल साहित्य अकादमी के गठन के बारे में अवगत कराया। बैठक में अतिरिक्त मुख्य सचिव वित्त निरंजन आर्य, पूर्व विधायक गोपाल बाहेती, राज्य सरकार के पूर्व महाअधिवक्ता जीएस बाफना एवं गांधीवादी विचारक मनीष शर्मा सहित अन्य वरिष्ठ अधिकारी मौजूद थे।