स्वतंत्रता दिवस पर प्रेम, आपसी सौहार्द और भाईचारे का संकल्प लें  


लेखक : ज्ञानेन्द्र रावत
(लेखक वरिष्ठ पत्रकार एवं पर्यावरणविद है)
 
आज 15 अगस्त को हम अपनी आजादी की सालगिरह मना रहे हैं। एक मुल्क के बतौर आजादी के सात दशक बहुत नहीं  होते। लेकिन इस बीच देश ने जो विकास की नयी ऊंचाइयां हासिल की हैं, वह क़ाबिले तारीफ है। यह  कहना है वरिष्ठ पत्रकार, लेखक, चर्चित पर्यावरणविद एवं राष्ट्रीय पर्यावरण सुरक्षा समिति के अध्यक्ष ज्ञानेन्द्र रावत का। उनके अनुसार यह सब देशवासियों के परिश्रम, राष्ट्रीय एकता, सांप्रदायिक सद्भाव, सौहार्द और देश की रक्षा के लिए सर्वस्व होम करने की उदात्त- उत्कट अभिलाषा कहें या भावना का प्रमाण है। हमें अपनी इस विशेषता पर गर्व है। इस हेतु देश की जनता बधाई की पात्र है। 



फाइल फोटो : प्रधान मंत्री नरेंद्र मोदी 15 अगस्त को बच्चों के बीच   


आज देश कोरोना महामारी के चलते भीषण चुनौतियों का सामना कर रहा है। ऐसे समय जब देश सीमाओं की रक्षा, भीषण बाढ़, बेकारी, बेरोजगारी, मंहगाई  और करोड़ों लोगों के समक्ष उपजी भुखमरी की समस्या से जूझ रहा है, हमें इनका उसी धैर्य , साहस, एकता और भाईचारे की भावना से सामना करना है जिसका परिचय हम सभी ने बीते 73 सालों में भीषण परिस्थितियों में दिया है। साथ ही हमें सदैव यह याद रखना होगा कि देश हमारा है और इसकी आजादी को बचाये रखना हम सबकी जिम्मेदारी है। यही इस दिवस पर देश की आजादी के लिए अपना सर्वस्व बलिदान देने वाले बलिदानियों को सच्ची श्रद्धांजलि होगी। (लेखक के अपने विचार हाँ)