छह माह के बिजली के बिल माफ़ करने की मांग 


बढ़ी हुई बिजली की दरें वापस ली जाए


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जयपुर। बिजली उपभोक्ता संघर्ष समिति, जयपुर द्वारा लॉक डाउन अवधि से छह माह के बिजली के बिल माफ करने व बढ़ी हुई बिजली की दरों को वापस लेने की मांग को लेकर मज़दूर किसान भवन, हटवाड़ा रोड पर कन्वेंशन का आयोजन किया गया।समिति के सदस्य बसन्त हरियाणा ने विज्ञप्ति जारी कर बताया कि कन्वेंशन में जयपुर शहर के विभिन्न हिस्सों से बिजली उपभोक्ता सँघर्ष समिति की स्थानीय ईकाई के प्रतिनिधि शामिल हुए।


मुख्य वक्ता के तौर पर बोलते हुए किसान नेता पूर्व विधायक अमराराम ने कहा कि लॉक डाउन की वजह से आम आदमी की आर्थिक हालात अत्यंत दयनीय हो गई है। ऐसे में बिजली का बिल चुकाना उसके लिए अत्यंत कठिन हो गया है और बढ़ी हुई बिजली की दरों के कारण सबसे गरीब बिजली  बिजली उपभोक्ता भी जिसका उपभोग 50 यूनिट मासिक है वह भी अत्यंत महंगी बिजली खरीद रहा है। गांधीवादी नेता सवाई सिंह ने कहा कि समस्त बिजली उपभोक्ताओं को एकजुट होकर एक साथ अपनी आवाज उठानी होगी तभी सरकार को आम जनता की ताकत का अहसास होगा। 


श्रमिक नेता रविन्द्र शुक्ला ने महंगी बिजली दरों का मुख्य कारण बिजली का निजीकरण बताया। इस अवसर पर पूर्व न्यायधीश राहुल टेकचंद, सामाजिक कार्यकर्ता महताराम काला, वामपंथी नेता मंजुलता सहित कई वक्ताओं ने अपनी बात रखी। कन्वेंशन में वामपंथी नेता राहुल चौधरी राजस्थान नागरिक मंच के आर सी शर्मा, अनिल गोस्वामी, हेमेंद्र गर्ग, सीटू के भंवर सिंह शेखावत, शेरसिंह राठौड़ संवैधानिक विचार मंच के पवन देव, साबिर क़ुरैशी, रंगकर्मी विजय स्वामी सहित कई प्रमुख सामाजिक व राजनीतिक कार्यकर्ता उपस्थित थे। प्रस्ताव डॉक्टर संजय माधव द्वारा रखा गया, संचालन सुमित्रा चौपड़ा द्वारा किया गया।