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भीलवाड़ा। राजस्थान के भीलवाड़ा जिले में आयुष मंत्रालय भारत सरकार के अधीन पिछले लगभग 5 वर्ष चल रहे npcdcs आयुष प्रोग्राम में कार्यरत 161 कर्मचारियों को 31 जुलाई 2020 को सेवा से हटाया जा रहा है। जिससे इसमें कार्यरत कर्मचारियों के सामने रोजी-रोटी की समस्या उत्पन्न हो जाएगी। कोरोना में मुख्य भूमिका निभाने वाले कार्मिकों को बेरोजगार किया जा रहा।
जहां एक ओर आयुर्वेद और योग का पूरा प्रचार-प्रसार किया जा रहा है। पूरी दुनिया आयुर्वेद और योग का लौहा मान रही है, वहीं दूसरी ओर कार्यरत कर्मचारियों को हटाना नाइंसाफी होगी। भीलवाड़ा जिले के 1 जिला चिकित्सालय 22 समुदायिक स्वास्थ्य केंद्रों पर आयुष प्रोग्राम चल रहा। जिसके अंतर्गत मधुमेह, उच्च रक्तचाप, मोटापा, ह्रदय रोग का उपचार आयुर्वेद व योग के माध्यम से किया जा रहा है। जिसका लाभ जनसामान्य को मिल रहा है। आज भीलवाड़ा आयुष स्टाफ यूनियन के द्वारा भीलवाड़ा जिला कलेक्टर को देश के प्रधानमंत्री के नाम से ज्ञापन दिया गया। जिसमें मांग की गई है कि npcdcs आयुष कर्मचारियों की सेवाएं निरन्तर जारी रखीं जाये। डॉ. अजमल हुसैन, डॉ. कविता, डॉ. रफीक खान , डॉ. शिव शंकर , डॉ. रोहिताश शर्मा, व अन्य स्टाफ ने ज्ञापन दिया।