शख़्सियत : मोहम्म्द कुतुबुद्दीन खान
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जयपुर। जानेमाने हजरत अल हाज, मौलाना, हाफ़िज़, क़ारी, क़ाज़ी, हकीम, आमिल, कामिल, फ़ाज़िल और हिक़मत में भी अपनी पहचान रखने वाले मोहम्म्द कुतुबुद्दीन खान जिन्होंने अपनी शिक्षा-दीक्षा लतीफाबाद, मोजा बरसंडा, जगदीशपुर, जिला अमेठी (उ.प्र.) से शुरू कर अपने आपको दुनियावी इमदाद की ओर बिना किसी जात-पांत, सम्प्रदाय, धर्म भेद के इंसानी ख़िदमत के लिए दुनिया में अपनी पहचान कर बनाई।
इस महान शख़्सियत से जब डे लाइफ के लिए बातचीत करनी चाही तो पाया कि इतने बडे और हजारों, लाखों बच्चों को तालिम देने से लेकर उनके रहने खाने का इंतजाम अवाम लोगों के सहयोग से कर अपने मानवीय फर्ज़ को निभाने के लिए आप दुबई, सऊदी अरब, अफ्रीका, हरारे, शारजा और देश के कौने-कौने में जाते आते रहते हैं। इसी क्रम में जयपुर की एक महान शख्सियत हाजी रफ़त के यहाँ आपसे मुलाकात हुई।
तब हमने आपसे बातचीत कर पाया कि काफी कुछ ज्ञान, विचार और हिकमत में महारत रखने वाले मोहम्मद कुतुबुद्दीन खान अपना मार्ग दर्शक हिन्दुस्तन के वली ख़्वाजा मुईनुद्दीन चिश्ती रहमतुल्लाह अलेह को मानते हैं। उनके बताये रास्ते में हिन्दू, मुस्लिम, सिख, इसाई और दुनिया में जितने भी सम्प्रदाय हैं उनकी भलाई के लिए आपका नजरिया एक ही है। उन्होंने कहा कि मैं जब तब जिन्दा हूँ तब तक पूरे देश और दुनिया में एकता के साथ भाई चारा और सौहार्द के लिए लोगों तक अपना सन्देश पहुंचाता रहूँगा।
कुतुबुद्दीन खान खुदा से दुआयें करते हुए कहते हैं तमाम आलम से कोरोना वायरस को जल्द समाप्त होने के लिए वैज्ञानिकों, सरकारों और जन प्रतिनिधियों की खैरियत के लिए दुआएं करना हम सबका फ़र्ज़ है। हम सभी लोग इस घड़ी में सरकार द्वारा दिए गए निर्देशों का पालन करें। साथ ही देश में जन्में हर इंसान की हिफाजत के लिए भी दुआएं करें।
महान शख्सियत ने अपने अध्ययन से बताया कि कुरआन मजीद में 27वें सिपारे में सूरह नज़्म पढ़ने से बीमारी के डिप्रेशन, दहशत से निजात मिल सकती है। खान ने कहा कि सदक़ा करने से इंसान की हर बीमारी और नाजुक दौर में चल रही बीमारी से भी खुदा बीमार को बचाता है। उन्होंने कहा कि रूहानी इल्म मुझे ख़्वाजा साहब के आस्ताने से मिला और ख्वाजा गरीब नवाज़ के सिलसिले के औलिया अल्लाह से सीना बसीना हासिल हुआ।
मुझसे संपर्क करने के लिए आप फ़ोन कर सकते हैं : मोहम्म्द कुतुबुद्दीन खान 98190 35449