चौपाटियों की दुकानों के संचालन एवं प्रबंधन हेतु आवेदन आमंत्रित


प्रताप नगर में 28, मानसरोवर में 22 और नायला में होगा 16 दुकानों का आवंटन 31 जुलाई तक किए जा सकते हैं आवेदन


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जयपुर । राजस्थान आवासन आयुक्त पवन अरोड़ा ने बताया कि राजस्थान आवासन मंडल द्वारा प्रताप नगर, मानसरोवर और नायला में बनने वाली चौपाटियों की दुकानों के संचालन एवं प्रबंधन हेतु भारतीय पारम्परिक भोजन में पारंगत व्यक्तियों से आवेदन आमंत्रित किए जा रहे हैं। 


उन्होंने बताया कि जयपुर चौपाटी प्रताप नगर में 28 दुकानों, मानसरावेर में 22 दुकानों और नायला में 16 दुकानों के संचालन एवं प्रबंधन हेतु 31 जुलाई, 2020 तक आवेदन किया जा सकता है। जयपुर चौपाटियों को विरासतता की अवधारणा पर पर्यटकों एवं आगन्तुकाें के लिये विकसित किया गया है, जिसमें परम्परागत भारतीय जलपान, भोजन के अनेक व्यंजन एक ही स्थान पर पर्यटकों एवं आगन्तुकों को उपलब्ध हो सकेंगे।


प्रताप नगर चौपाटी के आस पास एक किलोमीटर के क्षेत्र में विकसित होगा प्रताप एवेन्यू


राजस्थान आवासन मंडल द्वारा प्रताप नगर चौपाटी के पास प्रदेश में पहली बार 1 किलोमीटर क्षेत्र में प्रताप स्ट्रीट एवेन्यू विकसित किया जाएगा। इस पूरे क्षेत्र में सजावटी पौधे लगाए जाएंगे, जॉगिंग ट्रेक बनाया जाएगा, बैठने के लिए बेंचें लगाई जाएंगी और रंग-बिरंगी लाइटों से इसे सजाया जाएगा। इस एवेन्यू को विदेशों की फूड स्ट्रीट की तर्ज पर विकसित किया जाएगा। यहां आने वाले लोग चौपाटी पर लजीज व्यंजनों का लुत्फ उठाते हुए आकर्षक एवेन्यू पर चहलकदमी का आनंद ले सकेंगे। यहां आकर लोगाें को विदेशों जैसा फील होगा। इस एवेन्यू का निर्माण लगभग 4 करोड़ रूपये की लागत से किया जाएगा। इसके साथ ही यहां अत्याधुनिक सेनेटाईजेशन स्टेशन स्थापित किया जायेगा।


चौपाटियों में होगी विशेष बैठक और वृहद् पार्किंग व्यवस्था


मंडल द्वारा विकसित की जा रही चौपाटियों में लोगों के बैठने के लिए विशेष बेंचें लगाई जाएंगी, जहां लोग बैठकर लजीज व्यंजनों का स्वाद चख सकेंगे। उल्लेखनीय है कि प्रताप नगर चौपाटी में 220, मानसरोवर चौपाटी में 180 और नायला स्थित चौपाटी में 125 लोगाें के बैठने की व्यवस्था की गई है। इन चौपाटियों में आगतुंकों के चारपहिया और द्विपहिया वाहनों की पार्किंग के लिए वृहद पार्किंग बनाई जा रही हैं। 


चौपाटियों में नजर आएगी हरियाली और लुभाएगी लैंडस्केपिंग 
 
इन चौपाटियों में हरियाली का विशेष ध्यान रखा जाएगा और खुले क्षेत्र को लैंडस्केपिंग के माध्यम से आकर्षक बनाया जाएगा। चौपाटियों पर लगाई जाने वाले पौधों में विशेषतौर पर सजावटी पौधे, जिसमें विभिन्न तरह के पाम, फूलों वाले पौधे और आकर्षक व मनमोहक सुन्दर हब्र्स एवं सब्र्स लगाई जाएंगी। हरियाली के साथ-साथ चौपाटियों के सौन्दर्यकरण पर विशेष जोर दिया जा रहा है। 


चौपाटियों पर होगी कर्णप्रिय म्यूजिक की व्यवस्था


इन चौपाटियों पर जगह-जगह म्यूजिक सिस्टम लगाए जाएंगे। जिन पर भारतीय शास्त्रीय संगीत के साथ-साथ यूरोपियन वाद्य संगीत भी बजेगा। विशेष अवसरों पर राजस्थानीय लोक गायकों के संगीत कार्यक्रम भी आयोजित किए जाएंगे। चौपाटियों को युवाओं के लिए आकर्षक बनाने के लिए सेल्फी प्वाइंट और लाइव शो आयोजित किए जाएंगे। 


चौपाटियों पर बनेंगे अत्याधुनिक सेनेटाईजेशन स्टेशन


कोविड-19 के संक्रमण से बचाव के लिये प्रत्येक चौपाटी पर अत्याधुनिक सेनेटाईजेशन स्टेशन बनाये जायेंगे। इन स्टेशनों पर सेंसर युक्त सेनेटाईजेशन मशीनें लगाई जायेंगी। इसके साथ ही यहां फुट पैडल के माध्यम से बिना हाथ लगाये साबुन लेने और हाथ धोने की मशीनें भी लगाई जायेंगी।


साफ-सफाई का रखा जाएगा विशेष ध्यान, उल्लंघन पर देना होगा जुर्माना


इन चौपाटियों पर साफ-सफाई की विशेष व्यवस्था की जाएगी। दुकानदारों को अपनी दुकानों के सामने अनिवार्य रूप से डस्टबिन रखनी होगी, सफाई मापदंडों की पालना करनी होगी, कचरा फैलाने वाले और साफ सफाई नहीं रखने वाले दुकानदारों से जुर्माना वसूला जाएगा। 


चौपाटियों पर लगेगी एलईडी स्क्रीन, मिलती रहेंगी योजनाओं की जानकारी 


सभी चौपाटियों पर एलईडी स्क्रीनें लगाई जाएंगी। इन स्क्रीनों पर मंडल की विभिन्न योजनाओं की जानकारी सहित विभिन्न मनोरंजक कार्यक्रम प्रसारित किए जाएंगे। 


इस तरह की सामग्रियों के लिये होगा दुकानों का आवंटन 


इन चौपाटियों पर बच्चों के खिलौने एवं हैण्डीक्राफ्ट, परांठा, दक्षिण भारतीय व्यंजन, उत्तर भारतीय व्यंजन, जैन, जोधपुरी व्यंजन, क्षेत्रीय भोजन, ज्यूस, फलूदा, चाय, कॉफी, फलाहार चाट, राजस्थानी व्यंजन और सिन्धी भोजन के लिए दुकानें आवंटित की जाएंगी। 


यह होगा किराया 


इन दुकानों के लिये 20,000 रूपये से लेकर 30,000 रूपये किराया रखा गया है। किराया राशि में प्रतिवर्ष 5 प्रतिशत की दर से 100 रू. के पूर्णांक में वृद्धि की जायेगी।


क्या होगी दुकानों के आवंटन के लिए योग्यता 


आवेदनकर्ता का आवेदित व्यंजनों की किस्म में आवश्यक अनुभव व पारंगतता होनी चाहिए एवं वर्तमान में वह व्यवसाय में होना चाहिए। आवेदनकर्ता के पास सक्षम विभाग या विभागों से आवश्यक खाद्य लाइसेंस होना चाहिए साथ ही जिस व्यवसाय के लिए आवेदन कर रहा है, उसमें 5 वर्ष का अनुभव होना चाहिए। जिस व्यवसाय के लिए आवेदन किया जा रहा है, उस व्यवसाय का जयपुर में कम से कम एक प्रतिष्ठान होना चाहिए। गत तीन वर्ष में से कम से कम एक वर्ष का वार्षिक कारोबार जिस दुकान की किराया राशि 20 हजार रूपये प्रतिमाह है, उसके लिये 2 लाख रूपये, जिस दुकान की किराया राशि 25 हजार रूपये प्रतिमाह है, उसके लिये 3 लाख रूपये और जिस दुकान की किराया राशि 30 हजार रूपये प्रतिमाह है, उसके लिये 5 लाख रूपये या उससे अधिक हो।
 
लॉटरी से होगा दुकानों का आवंटन 


तकनीकी रूप से योग्य पाए गए और विभाग द्वारा निर्धारित लाइसेंस फीस के भुगतान की स्वीकृति देने वाले आवेदनकर्ता को विभाग द्वारा जयपुर चौपाटी, प्रताप नगर, मानसरोवर व नायला स्थित दुकाने के संचालन करने के लिए चुना जाएगा। दुकान की संख्या से अधिक मापदंड अनुसार योग्यता रखने एवं निर्धारित लाइसेंस फीस की सहमति देने वाले आवेदनकर्ता की स्थिति में निर्धारित योग्यता में उच्च अंक प्राप्त करने वाले आवेदकों को समिति द्वारा अभिशंषा करने के उपरांत मंडल द्वारा चयन किया जाएगा। यदि परिस्थितिवश एक से अधिक आवेदकों को समग्र मूल्यांकन के उपरांत समान अंक प्राप्त होने की स्थिति में लॉटरी द्वारा दुकान का आवंटन किया जाएगा।