नबी ने गाय की उपमा खुशहाली से दी है : सैयद असगर अली

www.daylife.page 

टोंक। वर्ल्ड ऑर्गनाइजेशन ऑफ रिलीजन एंड नॉलेज के प्रवक्ता सैयद असगर अली ने राष्ट्रीय कामधेनु गौशाला में साथियों के साथ पहुंचकर गाय माता की फिक्र करते हुए वहां गायों को चारा खिलाया। उनकी कुशलक्षेम जानने के लिए वे गौशाला में मौजूद गौरक्षकों से मिले। गौरक्षकों ने बताया कि शहर भर से बल्कि आसपास के गांव से भी घायल अवस्था में गौमाता और नंदी महाराज के कामधेनु गौशाला में पहुंचने का सिलसिला जारी है। जहां उपचार के साथ-साथ भली भांति देख रेख भी की जाती है।

असगर अली ने बताया की गाय का इस्लाम में बहुत महत्व है। आम तौर पर लोग ये समझते हैं कि इस्लाम जानवरों पर दया नहीं करता ऐसा नहीं पवित्र कुरआन में उनतीस स्थान पर जानवरों का ज़िक्र है और गाय के नाम से तो एक पूरा और सबसे बड़ा चेप्टर है। पैगम्बर मुहम्मद साहब ने गाय के दूध में इलाज बताया है।साथ ही पवित्र कुरआन में वर्णन है कि अगर गाय स्वस्थ और खुशहाल है तो मानवता समृद्ध एवं खुशहाल होगी और गाय दुर्बल और पीड़ा में है तो मानवता पनप नहीं पाएगी और काल का ग्रास बनेगी। 

असगर अली ने चैलेंज करते हुए कहा कि किसी को अगर शंका है इस विषय में तो मुझ से वार्तालाप कर सकता है। अली ने अपील की है कि गायों को पीड़ा से बचाना चाहिए और आगे आकर इसकी सेवा करनी चाहिए। अगर आप गाय अपने यहां पाल नहीं सकते तो गौशाला में जाकर उनकी देखरेख में हिस्सा ले सकते हैं।