देश के भारतीय विदेश मंत्री एस जयशंकर स्वयं कह रहे हैं कि ऑपरेशन सिंदूर के पहले ही उन्होंने पाकिस्तान को बता दिया था कि हम आतंकी ठिकानों पर हमला करेंगे। यह देश का कैसा नेता है जो अपने ही देश को तबाह करने पर तुला हुआ है। इस सूचना के बाद क्या पाकिस्तान आराम से बैठकर हमले का इंतजार कर रहा था। उसने तत्काल अपने सैनिकों और आतंकवादियों को सावधान कर दिया।
इसी पूर्व सूचना की वजह से हमारे देश के कई जवान शहीद हो गए, आम नागरिक मारे गए हमारे सैन्य संसाधनों का नुकसान हुआ, आर्थिक नुकसान भी हुआ। देश की आम जनता यह जानना चाहती है कि आखिरकार विदेश मंत्री ने ये क्यों किया ? देश के उच्च व जिम्मेदार पद पर आसीन नेता ऐसी हरकत करेंगे तो फिर देश का क्या होगा। जय शंकर जी ने जो किया इससे सेना का मनोबल कमजोर होता है। एक सवाल यह है कि विदेश मंत्री को पाकिस्तान की इतनी चिंता क्यों थी कि उन्होंने पूर्व सूचना दे देकर अपने देश में तबाही मचा दी? (लेखक का अपना अध्ययन एवं अपने विचार है)
लेखिका : लता अग्रवाल, चित्तौड़गढ़ (राजस्थान)।