यह बच्चों के साथ किया जाने वाला ऑनलाइन अपराध है, कहीं भी किसी भी वक्त आधी रात को बच्चों को मानसिक रूप से प्रताड़ित कर सकता है। माता-पिता बच्चों को ऑनलाइन उचित व्यवहार के बारे में सिखाएं। यह ध्यान रखें कि वह ऑनलाइन क्या कर रहा है। यह भी बताया जाए की ऑनलाइन स्वस्थ व्यवहार कैसे दिखता है। अगर बच्चों को आपकी सहायता की जरूरत है तो सहानुभूतिपूर्वक उसकी मदद अवश्य करें, उसे नकारे नहीं। अगर कोई स्कूल या कक्षा का बच्चा उसके साथ बूलिंग कर रहा है तो माता-पिता स्कूल प्रबंधन को इसकी शिकायत करें व प्रबंधन भी इस बात को गंभीरता से ले। बच्चों के व्यवहार में जरा सा भी बदलाव दिखे तो सतर्क हो जाए।
लेखिका : लता अग्रवाल, चित्तौड़गढ़ (राजस्थान)।