रायपुर। भारतीय प्रबंध संस्थान (भा.प्र.सं.) रायपुर ने भारत सरकार की प्रमुख योजना, एक भारत श्रेष्ठ भारत के अंतर्गत युवा संगम चरण 5 पहल के तहत छत्तीसगढ़ से असम के लिए छात्रों के दल को रवाना किया। यह सांस्कृतिक आदान-प्रदान कार्यक्रम भारत के युवाओं के बीच एकता, समझ और सहयोग को बढ़ावा देने के उद्देश्य से आयोजित किया गया है, जिससे उन्हें विभिन्न संस्कृतियों, परंपराओं और समुदायों को जानने का अनूठा अवसर मिलता है।
भा.प्र.सं. रायपुर के मदई सभागार में आयोजित ध्वज-प्रस्थान समारोह में रायपुर रेंज के पुलिस महानिरीक्षक अमरेश मिश्रा मुख्य अतिथि के रूप में उपस्थित रहे। प्रतिभागियों को संबोधित करते हुए उन्होंने कहा, "युवा संगम सिर्फ एक यात्रा नहीं है—यह भारत की समृद्ध विविधता को नजदीक से अनुभव करने और समझ व सहयोग के सेतु बनाने का अवसर है। असम की यात्रा के दौरान मैं आपसे अनुरोध करता हूं कि इस अनुभव को पूरी तरह से अपनाएं, क्षेत्र की परंपराओं और मूल्यों से सीखें और उस एकता की भावना को आगे बढ़ाएं जो हमारे राष्ट्र को परिभाषित करती है।"
कार्यक्रम के अवसर पर आईआईएम रायपुर के निदेशक, प्रो. राम कुमार काकानी ने कहा, "हम आईआईएम रायपुर में उन पहलों का हिस्सा बनने पर अत्यंत गर्व महसूस करते हैं, जो राज्यों के बीच एकता के बंधन को मजबूत करती हैं। युवा संगम चरण-V भारत की विविधता का उत्सव मनाने और साझा लक्ष्यों की ओर मिलकर काम करने की भावना को दर्शाता है। यह यात्रा न केवल छात्रों के दृष्टिकोण को व्यापक बनाएगी, बल्कि उनमें सांस्कृतिक सद्भाव और राष्ट्रीय एकता के दूत बनने का आत्मविश्वास भी पैदा करेगी।
आने वाले पांच दिनों में, छत्तीसगढ़ के प्रतिभागी असम की जीवंत संस्कृति, ऐतिहासिक स्थलों और सामुदायिक जीवन का अन्वेषण करेंगे, राज्य की परंपराओं और मूल्यों को गहराई से समझेंगे।