मण्डावर : मोर्चरी के बाहर उगी खरपतवार, जहरीले जंतुओं का खतरा

जगह- जगह लगा गंदगी का ढेर, जिम्मेदार बेपरवाह

सुरेश बागड़ी की रिपोर्ट 

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मण्डावर (दौसा)। सरकार की ओर से भले ही स्वच्छता के नाम पर करोड़ों रुपए की राशि खर्च कर आमजन को जागरुक करने का कार्य किया जा रहा है। साथ ही कई तरह के अभियान भी चलाए जा रहे है, लेकिन मण्डावर शहर के राजकीय सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र की मोर्चरी के आगे जगह- जगह लगे कचरे के ढेर एवं उगी हुई खरपतवार स्वच्छता अभियान की पोल खोलते नजर आ रहे है। मोर्चरी के आगे गंदगी के ढेर इस कदर लगे है कि मानो महीनों से यहां कचरा उठाया नहीं गया हो। जिसकी वजह से मोर्चरी परिसर मे झाड़ व खरपतवार उगी हुई है। जिसमे जहरीले जीव- जन्तु परिसर मे घूमते रहते हैं। जिससे हमेशा हादसा होने की आशंका बनी रहती है, लेकिन जिम्मेदार उदासीन बने हुए है। 

गौरतलब है कि मण्डावर के सरकारी अस्पताल चिकित्सकों के क्वार्टरों के बगल मे मोर्चरी बनी हुई है। जहां मोर्चरी परिसर को देखकर ऐसा लगता है कि मोर्चरी परिसर की कभी भी सफाई नहीं होती है। हर समय मोर्चरी के बाहर सफाई व्यवस्था ठप होने से जगह- जगह कचरे के ढेर लगे हुए हैं। जिसके चलते मोर्चरी परिसर मे झाड व खरपतवार उग गई हैं, जो कि धीरे- धीरे बढ़कर करीब एक से दो फीट हाईट हो गई हैं। जिनमे जहरीले जीव- जन्तु दिनरात घूमते रहते हैं। जिसके कारण मोर्चरी में किसी व्यक्ति के पोस्टमार्टम के दौरान उनके परिजनों सहित अन्य लोगों व पुलिस को हादसे का अंदेशा बना रहता है। वहीं मोर्चरी परिसर मे लगे कचरे के ढेर से आने वाली दुर्गंध के कारण आमजन को परेशानी हो रही है। जबकि जिम्मेदार कोई ध्यान नहीं दे रहे है। वहीं स्थानीय लोगों ने बताया कि जिम्मेदारों को मोर्चरी परिसर में साफ- सफाई रखनी चाहिए। 

खरपतवार तो हर हालत मे कटनी चाहिए। उन्होंने बताया कि खरपतवार की वजह से सबसे ज्यादा जहरीले जीव- जंतुओ का खतरा रहता है। मरीजों के तीमारदारों ने बताया कि मोर्चरी पर शव का पोस्टमार्टम करवाने के लिए आए मृतक के परिजनों व पुलिस को पोस्टमार्टम के दौरान करीब 2 से तीन घंटे तक मोर्चरी परिसर मे खड़ा रहना पड़ता है। जहां लोगों को मोर्चरी परिसर मे खड़ी खरपतवार से हमेशा जहरीले जीव- जंतुओं से खतरा बना रहता है। वहीं कचरे के ढेर से निकलने वाली दुर्गन्ध से दम घुटने लगता है। जिसकी वजह से ज्यादा देर तक यहां खड़ा रहना दुर्लभ हो जाता है। ऐसे मे  सरकारी अस्पताल की मोर्चरी परिसर मे सफाई करवाकर खरपतवार की समस्या का समाधान होना जरुरी है। वहीं मोर्चरी परिसर मे लगे कचरे के ढेर एवं खरपतवार को देखकर मृतक के शव का पोस्टमार्टम के लिए आने वाले उसके परिजन सहित अन्य लोग जिम्मेदारों को कोसते एवं खरी- खोटी कहते दिखाई देते हैं।

कचरे के ढेर मे मुंह मारते मंडरा रहे आवारा पशु, बीमारियां फैलने का डर

मण्डावर शहर के सरकारी अस्पताल की मोर्चरी के पास जगह-जगह कचरे के ढेर लगे रहने से कचरे के ढेर मे दिनभर सुअर, श्वान, सांड सहित अन्य आवारा पशु मंडराते रहते है और मुंह मारते है। जिसके कारण कचरा व गंदगी इधर उधर बिखर रही है। साथ ही इस गंदगी व कचरे के ढेर से बीमारियां फैलने की आशंका भी बढ़ रही है। जबकि जिम्मेदार मूकदर्शक बने हुए है।इनका कहना है:- कुछ महीनों पहले खरपतवार को कटवाकर साफ- सफाई करवाई गई थी, लेकिन यह फिर से हो गई हैं। अगर इस प्रकार दोबारा मोर्चरी परिसर मे खरपतवार उग गई हैं तो उनको कटवाकर परिसर की साफ- सफाई करवा दी जाएगी।

-डॉ. नरसीराम मीणा

चिकित्सा प्रभारी 

राजकीय सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र मण्डावर