जहां देश की आधी आबादी भूखी सोती हो लोगों का पेट भरना मुश्किल हो रहा है पानी और बिजली के संकट से परेशान हो रही है। वही हमारे देश के कर्णधार जो जनता द्वारा चुने गए हैं इनके आवास पर अनगिनत ऐसी लगे होते हैं जो 24 घंटे चालू रहते हैं। उनके लिए पानी की आपूर्ति भी निर्बाध जारी रहती है दूसरी ओर जब मोबाइल कंपनियां कम दाम में कॉल करने की असीमित सुविधा देती है तो इन नेताओं को टेलीफोन भत्ता क्यों दिया जाता हैं।
जब जनता पानी और बिजली के पैसे देती है तो नेताओं को बिजली पानी मुफ्त क्यों दी जाती है। अगर नेताओं से भी बिजली और पानी के बिल जमा करने को कहा जाए तो यह भी बिजली और पानी की व्यर्थ में बर्बादी नहीं करेंगे। सरकारी नौकर 30 साल तक सरकार को अपनी सेवाएं देते हैं तब उनको पेंशन दी जाती है तो मात्र 5 वर्ष के कार्यकाल के लिए आजीवन पेंशन क्यों दी जाती है। वैसे भी यह अपने 5 वर्ष के कार्यकाल में इतना काला धन जमा कर लेते हैं कि इनको पेंशन की जरूरत ही नहीं है।
लेखिका : लता अग्रवाल, चित्तौड़गढ़ (राजस्थान)