सरकार के मंत्रियों का गैर जिम्मेदारना जवाब
शाहपुरा (जयपुर)। शाहपुरा विधायक मनीष यादव ने विधानसभा कार्यसंचालन एंव प्रक्रिया के नियम 131 के तहत विधानसभा में उठाया शाहपुरा में बिगडती कानून व्यवस्था का मुद्दा।
विधायक मनीष यादव ने कहां कि विधानसभा क्षेत्र शाहपुरा में कानून व्यवस्था बिगडती जा रही है तथा थाना क्षेत्रों के अंतर्गत चोरी व संगठित अपराध की घटनाओं के साथ ही मादक पदार्थों की तस्करी व नसे का व्यापार दिन-प्रतिदिन ही नही बल्कि प्रतिघण्टें बढता जा रहा है। शाहपुरा से गुजरनें वाले एनएच 48 पर निम्स अस्पताल से लेकर राजस्थान हरियाणा बोर्डर तक इसकी बिक्री धडल्लें से हो रही है। तथा सरकार का इस ओर कोई ध्यान नही है कि इस पर कैसे अंकुश लगाया जाये।
विधायक ने कहां कि मेरे क्षेत्र में नसे का व्यापार बहुत भंयकर रूप से अपने पैर पैसार रहा है, यदि समय रहते सरकार द्वारा इस पर ध्यान नही दिया गया तो हमारी आबादी का बहुत बडा हिस्सा नसे की लत का आदि हो जायेगा। विधायक यादव ने 10 मई का उस घटना का जिक्र भी किया जब उपजिला अस्पताल परिसर में नसे से युक्त एक अपराधी ने एक व्यक्ति मोहन लाल जाट की सरेआम चाकू से हत्या कर दी व 10 व्यक्तियों को चाकू से घायल कर दिया। परन्तु पुलिस विभाग ने इस घटना से भी सबक नही लिया तथा हालात जस के तस है।
विधायक ने कहां कि पिछले 5 साल में क्षेत्र के थानों में वाहन चोरी व अन्य चोरियों के 948 प्रकरण दर्ज हुए जिनमें पुलिस केवल 105 प्रकरणों में चालान पेश कर पायी है। अर्थात केवल 11 प्रतिशत प्रकरणों में पुलिस को अनुसंधान में सफलता मिली है। शायद पूरे प्रदेश में सबसे निम्नदर मेरे विधानसभा क्षेत्र शाहपुरा के थानों की ही होगी। तथा इसमें भी खास बात ये है कि 841 प्रकरणों में पुलिस ने एफआर भी लगा दी। केवल 2 प्ररकणों में अनुसंधान पेंडिंग है। इसकें साथ ही विधायक ने कंहा कि इसकें बाद भी 1 जनवरी 2024 से 11 अप्रेल 2024 तक चोरी, नकबजनी व लूट के 69 प्रकरण दर्ज हुए जिनमें से मात्र 18 प्रकरणों में चालान पेश किया गया जबकि 30 मामलों में एफ आर लगा दी गई 21 मामलें अनुसंधान लंबित है।
विधायक यादव ने कहां पुलिस की नाक के नीचे से रोज उपजिला अस्पताल व पार्क के सामने से वाहन चोरी व ग्रामीण क्षेत्रों से मवेशी चोरी की घटनाएं हो रही है परन्तु शाहपुरा उपखण्ड प्रशासन व पुलिस प्रशासन इन आपराधिक घटनाओं पर अंकुश लगाने में बिलकुल नाकाम साबित हो चुका है।
इस पर मंत्री जी ने बिलकुल गैर जिम्मेदाराना जवाब दिया और कहां कि विधानसभा क्षेत्र शाहपुरा में अपराध बढ रहे है तथा चोरी की जो घटनाएं हो रही है उनमें अधिकांश रूप से ऐसी घटनाएं है जो इंटर स्टेट गैंग द्वारा की जाती है तथा ये लोग इंस्योरेंस के पैसें के लिए खुद ही थानो में जाकर एफआर लगवा लेते है। इस पर विधायक बिफर गये और कहां कि सामान्य चोरी की घटनाओं में अनुसंधान का प्रतिशत लगभग 10 फिसदी ही है, तथा आज थानों की स्थिति ऐसी हो गई है कि सिर्फ एफआईआर लिखने व मुकदमों में एफआर लगानें तक सिमित हो गये है तथा थानों में जाने वालें आमजन के साथ अपराधियों की तरह व्यवहार किया जाता है।
सरकार मेरे क्षेत्र की काननू व्यवस्था पर तुरंत ध्यान देकर राजस्थान पुलिस महानिदेशक के नतृत्व में समीक्षा बैठक कर कोई एसआईटी गठित करे तथा इन आपराधिक घटनाओं पर अंकुश लगाये, इस पर मंत्री जी ने आईजी व एसपी को निर्देषित करने के साथ ही प्रशासनिक अधिकारियों के खिलाफ स्खत रूख अपनाने तथा स्खती बरतते हुए काननू व्यवस्था बहाल करने के लिए ठोस कार्यवाही करने के निर्देश दिये। यह जानकारी विधायक मनीष यादव के निजी सहायक ओमप्रकाश यादव ने दी है।