प्रतियोगिता एक और पुरस्कार जीतने के अवसर अनेक
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जयपुर। सलिला संस्था, सलूम्बर द्वारा वर्ष 2022 के लिए अखिल भारतीय बाल साहित्य लेखन प्रतियोगिता के अंतर्गत 'जीवनी’ विधा के लिए प्रविष्टि आमंत्रित की जाती है। यद्यपि जीवनी लेखन को बड़ों की विधा माना जाता है, किंतु बाल साहित्य में यह विधा और अधिक रुचिकर होकर बालकों का ज्ञानवर्धन करने वाली होती है।
सलिला संस्था द्वारा विगत 5 वर्षों से हिंदी बाल साहित्य की विभिन्न विधाओं के लेखन को प्रोत्साहन देने और श्रेष्ठ प्रविष्टि के जरिए उनके संकलन को पुस्तक के रूप में प्रकाशित करवाने की योजना संचालित है। इस हेतु अखिल भारतीय स्तर पर साहित्यकारों से मौलिक, अप्रकाशित, अप्रसारित प्रविष्टि 10 फरवरी 2023 तक आमंत्रित की गई है।
सलिला संस्था की अध्यक्ष डॉ विमला भंडारी ने इसकी नियमावली जारी करते हुए बताया कि प्रतियोगिता में भाग लेने के इच्छुक सभी साहित्यकारों को विश्व की महान विभूति (स्त्री या पुरुष) की जीवनी निम्नांकित उल्लेखित वर्ग के अनुसार लिखनी होगी-
पहला वर्ग- 1.संत महात्मा 2. सैलानी, दूसरा वर्ग- 1.वैज्ञानिक 2. दार्शनिक, तीसरा वर्ग- 1.शहीद 2. सैनिक, चौथा वर्ग- 1.खिलाड़ी 2. लेखक, पांचवा वर्ग- 1.समाज सुधारक 2.राजनायक 3.लोकनायक
प्रविष्टि के नियम
उपरोक्त में से प्रत्येक वर्ग में एक प्रविष्टि भेजी जा सकती है। यानी एक रचनाकार अधिकतम पांच रचनाएं अलग-अलग वर्ग के अंतर्गत भेज सकते है। महान विभूति पर आपकी प्रविष्टि की शब्द सीमा 1000 तक रहे, शब्द सीमा से अधिक की रचना को अस्वीकार कर दिया जाएगा। रचना के ऊपर शब्द सीमा लिखना अनिवार्य है। रचना का टेक्स्ट यूनिकोड या कृति देव के 16 फोंट की साइज की हो। मेल के साथ वर्ड या डॉक्यूमेंट की फाइल अटैच करनी है। हस्तलिखित रचना फोटो इमेज पर विचार करना संभव नहीं होगा।
प्रविष्टि के साथ रचनाकार अपने अग्रेषण पत्र में रचना का शीर्षक और मौलिक अप्रकाशित होने की घोषणा के साथ अपना संक्षिप्त (100 शब्दों में) परिचय, पता और फोन नंबर का उल्लेख करें। रचना पर अपना नाम और पता बिल्कुल न लिखें। जब तक परिणाम घोषित ना हो जाए रचना को अन्यत्र प्रकाशन के लिए भेजना प्रतिबंधित रहेगा। रचना भेजने के लिए ईमेल आईडी- balsahitya1994salumber@gmail.com
सलिला बाल साहित्य पुरस्कार- जीवनी विधा प्रतियोगिता के लिए प्रत्येक वर्ग में प्रथम पुरस्कार : 1,000 रुपए, प्रत्येक वर्ग में द्वितीय पुरस्कार : 500 रुपए सलिला संस्था की गौरवशाली परंपरा अनुसार समारोह में विजेता साहित्यकारों को नकद राशि और अभिनंदन पत्र सम्मान सहित प्रदान किया जाएगा।
यह जानकारी अध्यक्ष सलिला संस्था डॉ. विमला भंडारी ने देते हुए बताया कि इस प्रतियोगिता और इस पुरस्कार का एकमात्र उद्देश्य बाल पाठकों को उच्चकोटि का बाल साहित्य उपलब्ध कराना है ताकि बच्चों को ज्ञान, मनोरंजन और सुयोग्य नागरिक बनने में सहायक रचनाएँ पढ़ने का सुअवसर मिल सके। विद्वानों का यह अभिमत है कि जीवनी विधा में लेखन का उद्देश्य बच्चों में ज्ञान की वृद्धि एवं हमारे गौरवमय इतिहास की जानकारी के साथ जीवन निर्माण में सहायक विचार और आगे बढ़ने की प्रेरणा प्रदान करना है।
संस्था ने विज्ञप्ति प्रसारित कर जानकारी दी कि चयनित पुरस्कृत रचनाओं का कभी भी, किसी भी रूप में प्रयोग करने, प्रकाशित या प्रसारित करने का अधिकार सलिला संस्था के पास रहेगा। (PR)