सेवा करने से हमेशा अच्छे संस्कार हमें मिलते हैं : अग्रवाल

मो फ़रमान पठान

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मनोहरपुर (जयपुर) । इंद्र कुमार अग्रवाल ने कहा कि सेवा मानव की ऐसी सर्वोत्तम भावना है, जो मानव को सच्चा मानव बनाती है। मानवता के प्रति प्रेम को किसी देश, जाति या धर्म की संकुचित परिधि में नहीं बांधा जा सकता। जिस व्यक्ति के मन में ममता, करुणा की भावना हो, वह अपना समस्त जीवन मानव सेवा में अर्पित कर देता है। ठीक इसी भाव से हम सबको अपना जीवन समाज हित में आगे बढ़ाना चाहिए।यह शब्द अग्रवाल ने बंदरों को फल, गायों को रजंका, कबूतरों को ज्वार व चिटियों को आटा डालने के बाद में उपस्तिथ पत्रकारों को सम्बोधित करते हुए कहे। 

अग्रवाल ने बताया कि सेवा करने से हमेशा अच्छे संस्कार हमें मिलते हैं। जिदगी में कामयाबी के लिए सेवा और सदाचार दोनों का ही बहुत बड़ा योगदान है। जो व्यक्ति सेवा और सदाचार से दूर रहता है, वह कभी सफल नहीं हो पाता। उन्होंने बताया कि कोई भी सेवा छोटी या बड़ी नहीं होती। सेवा करते समय हमारे चेहरे पर मुस्कुराहट होनी चाहिए। हम सेवा करने के लिए पैदा हुए हैं। हमें मनुष्य जीवन में सेवा का अवसर मिला है। नि:स्वार्थ भाव से सेवा की जाती है वही श्रेष्ठ सेवा कहलाती है।

उन्होंने बताया कि हम सभी महान कार्य तो नहीं कर सकते लेकिन नि:स्वार्थ सेवा कर अपने समाज व परिवार का नाम जरूर रोशन कर सकते हैं। हम सभी को निस्वार्थ भाव से जीवन को जीने की कला अपने भीतर विकसित करनी चाहिए। निस्वार्थ भाव रखते हुए समाज हित में लगातार कार्य करना ही मानव जीवन की सबसे बड़ी उपलब्धि है।

उल्लेखनीय हैं कि अग्रवाल ने लॉक डाउन के दौरान अपने मित्रों के संग जंगल जंगल जाकर जानवरों का पेट भरने का इंतेजाम किया, हजारों मास्क वितरण किया, कोई भी शख्श भूखा नही सोए इसके लिए खाद्य सामग्री वितरण की गई, कई लोगों के फोन को भी रिचार्ज किया। 

उन्होंने जनता से निवेदन करते हुए कहा कि थोड़े दिन पूर्व हाल ही जोधपुर में कांड हुआ जिसमें कई लोग जलकर मर गए थे। जिसको ध्यान में रखते हुए एजेंसी ड़ोर टु डोर घर घर जाकर गैस संबंधी सुरक्षा बखूबी ध्यान रख रही है। इसको लेकर लोगो को जागरूक किया जा रहा है।