जयपुर। ब्राह्मण महासभा सेक्टर 4 विद्याधर नगर में रि-लाइफ रिहैबिलिटेशन हॉस्पिटल (देश का पहला थैरेपी हॉस्पिटल) के तत्वाधान में छठी सेरेब्रल पाल्सी कॉन्फ्रेंस का शानदार आयोजन किया गया। कॉन्फ्रेंस में देश भर के डॉक्टर्स, मरीज और उनके परिजनों ने शिरकत की। इस मौके पर अपने तजुर्बे से सराबोर आयोजक डॉ. अवतार डोई ने बताया कि इससे पहले इसी तरह की पांच सफल कॉन्फ्रेंस हो चुकी है। इनके जरिए आम लोगों को बीमारी से अवेयरनेस पैदा करना मक़सद होता है। सेरेब्रल पाल्सी रोग से कैसे बचा जा सकता है और इसका इलाज किस तरह के संसाधनों और दवाइयों द्वारा होता है।
इस अवसर पर देश भर के विभिन्न स्थानों से आए हुए मरीजों और उनके परिजनों ने इलाज को लेकर बताया और उन्होंने भरोसा जताया कि इस बीमारी का इलाज कामयाब हो रहा है। डॉ. मीनल गर्ग ने बताया कि बचपन से ही ये बीमारी होती है बल्कि ये कहना होगा कि जब महिलाएं गर्भवती होती है तो उसकी कमजोरियां जैसे ब्लड प्रेशर, डायबिटीज, खून की कमी का होना सेरेब्रल पाल्सी को बना सकता है, इसलिए गर्भावस्था में समय-समय पर डॉक्टर से नियमित चेकअप करवाते रहना अहम ज़रूरी है। उनके बताए हुए इलाज और दवाइयों लेते रहना, जिससे बच्चे को कोई नुकसान ना हो। उन्होंने कहा कि समय रहते इसका इलाज मुमकिन हो सकता है और कई मरीज ठीक भी हो रहे हैं।
कॉन्फ्रेंस में देश भर से आए सेरेब्रल पाल्सी के डॉक्टरों ने बीमारी से ग्रसित बच्चों व उनके पेरेंट्स को बीमारी के बारे में जानकारी दी। संपूर्ण भारत से आए डॉ. हरीश विजय, डॉ. मीनल गर्ग, डॉ. राजेन्द्र बंसल, डॉ. मोहित वोहरा, डॉ. पीयूष माथुर, डॉ. रजत मलोट, डॉ. शशांक शेखर व डॉ. हेमा कपूर ने बीमारी से संबंधित विषय पर अपना उद्बोधन दिया।
हरियाणा से आए डॉ. लांबा ने कहा कि चिंता का विषय है कि मरीजों की तादाद बढ़ रही है। इसलिए यह ध्यान रखना होगा कि समय पर इसका इलाज जरूरी है। पंजाब भटिंडा से आए एक बच्ची के परिजनों ने बताया कि बच्ची का इलाज डॉक्टर अवतार डोई के जरिए हो रहा है और निरंतर फर्क भी नजर आ रहा है। इस अवसर पर डॉ. अवतार डोई ने कहा कि हम उम्मीद करते है कि बच्ची जल्दी ठीक होगी।
इस अवसर पर डॉ. पी.डी. गुप्ता (पूर्व निदेशक ग्रेड वैज्ञानिक, सेलुलर और आणविक जीव विज्ञान केंद्र, हैदराबाद, भारत) ने भी उपस्थित लोगों के समक्ष अपने विचार रखे। कॉन्फ्रेंस में अनेक फिजियो स्टूंडेट भी विशेषज्ञों को सुनने के लिए यहाँ पहुंचे।